ओलिम्पिक हॉकी में भारत का सफर अभी तक निराशाजनक रहा है। पहले दो मैच हार जाने पर सेमीफाइनल प्रवेश की आशाएँ धूमिल हुई हैं। यूँ भारतीय खिलाड़ियों में इस सफर को आगे ले जाने की क्षमता है, यदि खिलाड़ी बेहतर तालमेल स्थापित करें और अपनी रक्षापंक्ति को कुछ मजबूती प्रदान करें। आज 3 अगस्त 2012 को भारत का मुकाबला दुनिया की नंबर एक टीम जर्मनी से हैं। किसी भी तरह यदि वे जर्मनी से यह मैच जीत पाएँ तो न केवल सेमीफाइनल में पहुँचने की आशा को बरकरार रखेंगे साथ ही अपने आत्मविश्वास को भी लौटा सकेंगे।
श्री बीजी जोशी |
आज के इस मैच को भारतीय समयानुसार शाम 6.15 बजे ईएसपीएन व दूरदर्शन के डीडी स्पोर्ट्स चैनल पर देखा जा सकता है।
जर्मनी के साथ भारत का अब तक का ओलिम्पिक सफर कैसा रहा है?
यह बता रहे हैं हॉकी स्क्राइब श्री बीजी जोशी।
भारत का जर्मनी के विरुद्ध अब तक का सफर
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विवरण
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खेले
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जीते
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बराबर रहे
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हारे
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गोल किए
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गोल खाए
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कुल
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85
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17
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22
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46
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126
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182
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ओलिम्पिक में अब तक
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9
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4
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3
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2
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17
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11
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ओलिम्पिक में टर्फ पर
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5
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0
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3
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2
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4
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8
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पिछले 10 मुकाबले
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10
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2
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1
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7
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18
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25
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पिछला मुकाबला
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लंदन में टेस्ट मैच दिनांक 5 मई
2012 को खेला
1 के मुकाबले 2 गोल से हारा
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पिछली जीत
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3 मार्च 2009
को पंजाब गोल्ड कप, चंडीगढ़ में
2 के मुकाबले
शून्य गोल
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सब से बड़ी जीत
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8 के मुकाबले 1 गोल से
15 अगस्त 1936 को बर्लिन
ओलिम्पिक फाइनल में
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सब से बुरी हार
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25 मार्च 1978
को विश्वकप में पूल मैच
शून्य के
मुकाबले 7 गोल
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ओलिम्पिक में अंतिम जीत
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26 अक्टूबर 1968 को कांस्य पदक
के लिए मैच
2 के मुकाबले 1 गोल से जीता
पृथीपाल सिंह और बलबीर सिंह
(रेलवे) ने गोल किए
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