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क्या बतलाएँ दुनिया वालो! क्या-क्या देखा है हमने ...!
खूबसूरत तस्वीर। लगता है अभी बादल बरसने वाले हैं। आप कविता भी लिखते हैं क्या? आप इजाजत दें तो मै यह तस्वीर ले लूँ? नही देंगे तो चुरा ली जायेगी:)
@ सुनीता शानूकौन चिड़िया है जो गाती नहीं हैकौन नदी है जो कल कल नही करतीकौन मनुष्य है जो कविता नहीं करता?नहीं करता है तो समझो वह मनुष्य नहीं है।कहते हैं प्यार किया नहीं जाता, हो जाता है,कविता भी की नहीं जाती, हो जाती है।ये तस्वीर आप शौक से ले सकती हैं।
आप तो कलाकार होते जा रहे हैं .....शुभकामनायें आपको !
वाह बहुत सुंदररूई के फ़ाहे से बादल
आज 15/04/2012 को आपकी यह पोस्ट नयी पुरानी हलचल पर (सुनीता शानू जी की प्रस्तुति में) लिंक की गया हैं.आपके सुझावों का स्वागत है .धन्यवाद!
अद्भुत छटा बिखरी है।
ऐसा लगा जैसा बादलों की क्लास लगी हो आसमान में।
मौसम बदला देख के, छुपता सूरज वीर।मेघों की सेना चली, बरसाने अब नीर॥
रंगों की बहार में तस्वीर में । अति सुन्दर ।
लाजवाब .. आ काश
सुन्दर। ऑंखें देख पा रही है लेकिन बोल पाना उनके लिए सम्भव नहीं।
गजब!घुघूती बासूती
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12 टिप्पणियां:
खूबसूरत तस्वीर। लगता है अभी बादल बरसने वाले हैं। आप कविता भी लिखते हैं क्या? आप इजाजत दें तो मै यह तस्वीर ले लूँ? नही देंगे तो चुरा ली जायेगी:)
@ सुनीता शानू
कौन चिड़िया है जो गाती नहीं है
कौन नदी है जो कल कल नही करती
कौन मनुष्य है जो कविता नहीं करता?
नहीं करता है तो समझो वह मनुष्य नहीं है।
कहते हैं प्यार किया नहीं जाता, हो जाता है,
कविता भी की नहीं जाती, हो जाती है।
ये तस्वीर आप शौक से ले सकती हैं।
आप तो कलाकार होते जा रहे हैं .....
शुभकामनायें आपको !
वाह बहुत सुंदर
रूई के फ़ाहे से बादल
आज 15/04/2012 को आपकी यह पोस्ट नयी पुरानी हलचल पर (सुनीता शानू जी की प्रस्तुति में) लिंक की गया हैं.आपके सुझावों का स्वागत है .
धन्यवाद!
अद्भुत छटा बिखरी है।
ऐसा लगा जैसा बादलों की क्लास लगी हो आसमान में।
मौसम बदला देख के, छुपता सूरज वीर।
मेघों की सेना चली, बरसाने अब नीर॥
रंगों की बहार में तस्वीर में । अति सुन्दर ।
लाजवाब ..
आ काश
सुन्दर। ऑंखें देख पा रही है लेकिन बोल पाना उनके लिए सम्भव नहीं।
गजब!
घुघूती बासूती
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