गंदगी को मत हटाओ जिससे पता लगता रहे कि उसका उद्गम क्या है
गंदगी को आप हटाते रहें, और गंदगी करनेवाला गंदगी करता रहे। यह कब तक चलता रहेगा। आख़िर गंदगी करने वाले के बारे मैं सबको पता लगना चाहिए कि कौन इसे फैला रहा है?
अगर म्युनिसिपैलिटी इसे नहीं हटाती है, तो लोग ख़ुद ही उस रस्ते से निकालना बंद कर देंगे।
कीडे गंदगी से निकलते ही मर जाते हैं, गंदगी उनके जीवन के लिए जरुरी है
4 टिप्पणियां:
सत्य वचन.
पता लगे या न लगे लेकिन गंदगी दूर हो जानी चाहिए, आखिर संड़ाध किसको अच्छी लगती है
दिनेश जी आप ने तो चाणक्या नीति बताई,जो उचित भी हे, हम तो इस के पास भी नही जाये गे,अगर गलती से चले भी गये तो माफ़ी माग कर वापिस लोट आयेगे.
सत्य वचन, महाराज।
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