अनवरत
क्या बतलाएँ दुनिया वालो! क्या-क्या देखा है हमने ...!
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शुक्रवार, 10 जून 2011
उत्तमार्ध को जन्मदिन की बधाई और शुभकामनाएँ!!!
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३६ वर्ष का साथ कम नहीं होता, आपसी समझ विकसित करने के लिए। लेकिन पता नहीं क्यों? जैसे जैसे समय गुजरता जाता है, वैसे वैसे मतभेद के मुद्दे बदलत...
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बुधवार, 8 जून 2011
सुर्ख उस ने गुलाब भेजा है
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कुमार शिव अ नवरत पर आप ने कुमार शिव की कुछ रचनाएँ पढ़ी हैं। उन के गीतों, ग़ज़लों और कविताओं में रूमानियत का रंग सदैव दिखाई देता है। सही ब...
11 टिप्पणियां:
नुमाइशों का मौसम
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ती न जून को मुझे अनपेक्षित भाग-दौड़ करनी पड़ी थी। इसलिए चार जून की सुबह मेरे लिए थकान भरी थी, मैं ने अपनी वकालत वाली डायरी पर सुबह ही नजर डा...
13 टिप्पणियां:
मंगलवार, 7 जून 2011
सरकारों और सत्ताओं को सोचना चाहिए कि तब उन का क्या होगा?
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म जमा अच्छा लगाया गया था। हर काम लाजवाब था। बड़ा मैदान बुक था, योग शिक्षा के लिए। वहीं अनशन होना था। वायु मार्ग से बाबा राजधानी पहुँचे। सत्त...
21 टिप्पणियां:
रविवार, 5 जून 2011
जन नेता अवतार नहीं लेते
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क ल और आज जो कुछ देश की राजधानी में हुआ वह सब ने देखा-सुना है। उस पर तबसरा करने का मेरा कोई इरादा नहीं है। वैसे भी इन घटनाओं पर मैं ने अपनी ...
17 टिप्पणियां:
गुरुवार, 2 जून 2011
छोटा भाई बड़े भाई से बड़ा हथियार जमीन पर रखवा कर कुश्ती लड़ना चाहता है
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ख बरों में सब से ऊपर आज बाबा रामदेव हैं। वे भ्रष्टाचार के मुद्दे पर सरकार को घेरे बैठे हैं। जिस तामझाम के साथ उन्हों ने तैयारी की है, उस से ...
13 टिप्पणियां:
कुमार शिव की एक नज़्म ... 'बोलता है उदास सन्नाटा'
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'नज़्म' बोलता है उदास सन्नाटा कुमार शिव रूबरू है शमा के आईना बंद कमरे की खिड़कियाँ कर दो शाम से तेज चल रही है हवा...
12 टिप्पणियां:
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