अनवरत
क्या बतलाएँ दुनिया वालो! क्या-क्या देखा है हमने ...!
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मंगलवार, 25 नवंबर 2008
सब तें मूरख उन को जानी। जनता जिन ने मूरख मानी।।
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अनवरत के आलेख पर एक टिप्पणी आई ..... आज तक जैसे लोग चुनकर आए और जिस तरह आए, उससे तो यही मानना पड़ता है कि जनता पागल नहीं तो कम से कम बेवकूफ...
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सोमवार, 24 नवंबर 2008
तुलना प्रत्याशियों का, कचरे से
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कोटा नगर में दो विधानसभा क्षेत्र उत्तर और दक्षिण हैं, इस के अतिरिक्त एक लाड़पुरा विधानसभा क्षेत्र भी है जिस में कोटा नगर की आबादी का एक हिस्...
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शनिवार, 22 नवंबर 2008
कला की क्यारी में एक ब्याह
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पिछले दो दिन से सुबह और रात के समय चौड़ी पट्टी (ब्रॉडबैंड) लिप लिप कर रही है, आज सुबह भी यही हाल रहा। नतीजा है कि चिट्ठे पढ़ने में कमी हो गई...
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शुक्रवार, 21 नवंबर 2008
आठवें विषय में एम ए
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शाम तीन बजे मैं चिन्ता में डूबा अपनी कुर्सी पर बैठा था कि शाम तक कैसे लक्ष्य पूरा कर सकूंगा। मुझे जल्द से जल्द अदालत के काम पूरे कर अपने लक्...
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बुधवार, 19 नवंबर 2008
पहली वर्षगाँठ की पूर्व संध्या
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आज पहली वर्षगांठ की पूर्व संध्या है। कल साल गिरह होगी अनवरत की। एक साल, महज एक साल कोई लंबा अर्सा नहीं होता लेकिन लगता है कि बहुत-बहुत दूर ...
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मंगलवार, 18 नवंबर 2008
शाम की दावत और भांवरें
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सगाई समारोह से निकले तो दोपहर का पौने एक बज चुका था। कुछ देर में ही लंच शुरू होने वाला था। मैं होटल के कमरे में पहुँचा तो वहाँ नजारा कुछ और...
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सोमवार, 17 नवंबर 2008
"सगाई कम गोद भराई उर्फ रिंग सेरेमनी"
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सुबह खटपट से नींद खुली। देखा तो हॉल के बाहर बरतन खड़क रहे थे, मैं उठ बैठा। रजाई से बाहर निकलते ही सर्दी का अहसास हुआ। सोचा हमें आवंटित कमरा ...
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