अनवरत
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सोमवार, 4 अप्रैल 2011
बस पर किस का बस है
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प्राक्कथनः हम बस में सवार थे अचानक बस से उतार लिए गए सड़क रुकी हुई थी बसों, ट्रकों, जीपों कारों की कतार थी माजरा देखा बीच रास्ते पर शामियान...
11 टिप्पणियां:
मंगलवार, 22 मार्च 2011
'कविता' ... औरतों का दर्जी -अम्बिकादत्त
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को ई भी रचना सब से पहले स्वान्तः सुखाय ही होती है। जब तक वह किसी अन्य को सुख प्रदान न कर दे उसे समाजोपयोगी या रचनाकार के अतिरिक्त किसी भी अन...
18 टिप्पणियां:
सोमवार, 28 फ़रवरी 2011
अभी ... कविता
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आ ज यहाँ अंबिकादत्त की एक कविता प्रस्तुत कर रहा हूँ। यह कविता कविता के बारे में है। लेकिन जो कुछ कविता के बारे में इस कविता में कहा गया है। ...
17 टिप्पणियां:
बुधवार, 9 फ़रवरी 2011
जिन्दा तो रहूँगा
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मे रे विचार में किसी रचनाकार का परिचय देने की आवश्यकता नहीं होती। आप परिचय में क्या बता सकते हैं? उस की कद-काठी, रंग-रूप, खानदान, शिक्षा, वर...
16 टिप्पणियां:
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