अनवरत
क्या बतलाएँ दुनिया वालो! क्या-क्या देखा है हमने ...!
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शुक्रवार, 14 जनवरी 2011
नैण क्यूँ जळे रे म्हारो हिवड़ो बळे
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स ब के ताँई बड़ी सँकराँत को राम राम! ब खत खड़ताँ देर न्हँ लागे। दन-दन करताँ बरस खड़ग्यो, अर आज फेरूँ सँकराँत आगी। पाछले बरस आप के ताँईं ...
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बुधवार, 12 जनवरी 2011
सारा पाप किसानों का
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ह रित क्रांति किसान ले कर आया। लेकिन उस का श्रेय लिया सरकार ने कि उस के प्रयासों से किसानों ने रासायनिक खाद और कीटनाशकों का प्रयोग सीखा और अ...
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मंगलवार, 11 जनवरी 2011
सभी कानून, नियम और आदेश प्रभावी होने के पहले सरकारें अपनी-अपनी वेबसाइट पर उपलब्ध क्यों न कराएँ
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न्यायमूर्ति अल्तमस कबीर य ह वास्तव में बहुत बड़ी बात है कि हम देश की सारी महिलाओं के पास यह जानकारी पहुँचा पाएँ कि उन के कानूनी अधिकार क्...
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'विकल्प' सृजन सम्मान 2011 वरिष्ठ साहित्यकार रघुराज सिंह हाड़ा को
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दैनिक भास्कर के कोटा संस्करण में आज यह खबर छपी है - वरिष्ठ साहित्यकार रघुराजसिंह हाड़ा होंगे सम्मानित ‘विकल्प’ जन सांस्कृतिक मंच की ओर से...
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रविवार, 9 जनवरी 2011
रोशनियाँ कैद नहीं होतीं
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जब जनआकांक्षाओं को पूरा करने में असमर्थ होने लगती हैं, सत्ताएँ जब उन के वस्त्र एक-एक कर उतरने लगते हैं, जब होने लगता है उन्हें, अह...
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शनिवार, 8 जनवरी 2011
कहाँ से मिल गई हम को ये बिजलियों की सिफ़त
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ग र्वीले अतीत की सब लोग बात करते हैं। लेकिन अपने अतीत के गौरव की बात करते समय हमें इस बात पर तनिक भी लज्जा नहीं आती कि वे भी हम ही थे, जिन्ह...
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शुक्रवार, 7 जनवरी 2011
वर्तमान में श्रेष्ठ हिन्दी ब्लाग संकलक 'हमारी वाणी'
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जू न 18, 2010 को ब्लागवाणी अचानक तंद्रा में चली गई। बहुत हंगामा हुआ, लोगों ने तरह-तरह के सुझाव दिए कि किसी भी तरह ब्लागवाणी की तंद्रा टूटे...
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