अनवरत
क्या बतलाएँ दुनिया वालो! क्या-क्या देखा है हमने ...!
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शुक्रवार, 19 अप्रैल 2013
ओ........! सड़कवासी राम! ...
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हरीश भादानी जन कवि थे। थार की रेत का रुदन उन के गीतों में सुनाई देता था। आज राम नवमी के दिन उन का यह गीत स्मरण हो आया ... ओ! सड़कवासी र...
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रविवार, 14 अप्रैल 2013
कन्यादान क्या ह्यूमन ट्रेफिकिंग नहीं है? ... फेसबुक पर एक संवाद
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फेसबुक पर कल मैं ने एक स्टेटस लगाया था। स्टेटस और संवाद दोनों यहाँ ज्यों का त्यों प्रस्तुत है। आप पढ़िए और अपनी भी राय दीजिए ... दि...
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शनिवार, 13 अप्रैल 2013
सही और विज्ञान सम्मत वर्षारंभ आज बैसाखी के दिन
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भा रतवर्ष एक ऐसा देश है जिस में आप नववर्ष की शुभकामनाएँ देते देते थक सकते हैं। लगभग हर माह कम से कम एक नया वर्ष अवश्य हो ही जाता है। उस का ...
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रविवार, 7 अप्रैल 2013
आलू के कापे बनाम पोटेटो चिप्स
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सु बह सुबह मैं अपने घर ऑफिस में बैठा काम कर रहा था कि आदेश हुआ -छत पर चलो¡ मैं ने पूछा- क्यों? तो उत्तमार्ध कहने लगी -बन्दर आ गए हैं, उन्ह...
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शनिवार, 23 मार्च 2013
शहीद भगत सिंह और उनके क्रान्तिकारी विचार
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महेन्द्र नेह आ ज से 82 वर्ष पूर्व, 23 मार्च 1931 को ब्रिटिश हुकूमत द्वारा तत्कालीन सरकार का तख्ता पलटने का आरोप लगाकर शहीद भगतसिं...
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मंगलवार, 19 फ़रवरी 2013
यह हड़ताल एक नया इतिहास लिखेगी
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आ ज और कल देश के 11 केन्द्रीय मजदूर संगठन हड़ताल कर रहे हैं। उन के साथ आटो, टैक्सी बस वाले और कुछ राज्यों में सरकारी कर्मचारी भी हड़ताल प...
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लेखक-पाठक के बीच की दूरी पाटने के लिए लेखकों को स्वयं सामूहिक प्रयास करने होंगे
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उपन्यासकार अशोक जामनानी के साथ एक विचारोत्तेजक संगोष्ठी कु छ दिन पहले अचानक मुझे महेन्द्र 'नेह' ने बताया कि युवा उपन्यासका...
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