अनवरत
क्या बतलाएँ दुनिया वालो! क्या-क्या देखा है हमने ...!
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सोमवार, 15 अक्टूबर 2018
सपने का आधार कार्ड
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शा यद कोई प्रोफाइल बनानी थी, वह भी अंग्रेजी में। अब अंग्रेजी में अपनी टांग जरा टेड़ी पड़ती है, चलते हुए सदा लगता है कि अब गिरे कि अब गिरे।...
सोमवार, 1 अगस्त 2011
भाई जी! आप ने अब तक कोई सपना देखा, या नहीं?
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स र्वत्र लूट मची है। जिसे जहाँ अवसर मिल रहा है लूट रहा है। कोई लूट नहीं पा रहा है तो खसोट ही रहा है। बहुत सारे ऐसे भी हैं, जो न लूट पा र...
16 टिप्पणियां:
शनिवार, 15 अगस्त 2009
मिथ्या साबित आजादी और जनता के सपने
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आजादी की बासठवीं वर्षगाँठ है। गाँव-गाँव में समारोह हो रहे हैं। शायद वही गाँव ढाणी शेष रह जाएँ, जहाँ कोई स्कूल भी नहीं हो। अपेक्षा की जा स...
14 टिप्पणियां:
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