अनवरत
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वसंत
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शनिवार, 4 फ़रवरी 2012
ब्लाग पर फिर से वापस ..
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स प्ताह के अंतिम दिन अपनी उत्तमार्ध शोभा के साथ बाजार जाना पड़ा। वहाँ के काम निपटाते निपटाते ध्यान आया कि अदालत में कुछ काम हैं जो आज ही...
13 टिप्पणियां:
मंगलवार, 8 फ़रवरी 2011
सरस्वती मेरे भीतर वास करती है ...
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त ब मैं छोटा था, यही करीब चार-पाँच बरस का, और खुद ठीक से नहाना नहीं सीख सका था। यदि खुद नहाना होता था तो सर्दी में उस का मतलब सिर्फ यही होत...
15 टिप्पणियां:
बुधवार, 17 फ़रवरी 2010
कहीं सर्दी कहीं वसंत
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श निवार को जोधपुर यात्रा के पहले की व्यस्तता का उल्लेख मैं ने पिछली पोस्ट में किया था। वह पोस्ट लिखने के उपरांत भी व्यस्तता जारी रही। यहाँ त...
17 टिप्पणियां:
बुधवार, 25 फ़रवरी 2009
वसंत का अंत, इतनी जल्दी
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जब भी वसंत आता है तो चार बरस की उमर में दूसरी कक्षा की पुस्तक का एक गीत स्मरण हो आता है.... आया वसंत, आया वसंत वन उपवन में छाया वसंत ...
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