अनवरत
क्या बतलाएँ दुनिया वालो! क्या-क्या देखा है हमने ...!
पेज
(यहां ले जाएं ...)
Home
▼
इतिहास
लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं.
सभी संदेश दिखाएं
इतिहास
लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं.
सभी संदेश दिखाएं
मंगलवार, 27 सितंबर 2011
पशुपालन का आरंभ : बेहतर जीवन की तलाश-2
›
बा त आरंभ यहाँ से हुई थी कि आज मनुष्य जीवन को सब तरफ से आप्लावित करने वाली कंपनियों का उदय कब और क्यों कर हुआ? लेकिन हम ने आरंभ किया म...
10 टिप्पणियां:
सोमवार, 26 सितंबर 2011
दास युग का आरम्भ : बेहतर जीवन की तलाश-1
›
आ ज शर्मा जी नया एलईडी टीवी खरीद कर लाए हैं, मनोज ने नया लैपटॉप खरीदा है या फिर मोहता जी ने नई कार खरीदी है। जब भी इस तरह का कोई समाचार ...
11 टिप्पणियां:
गुरुवार, 17 सितंबर 2009
अश्यी काँई ख्हे दी ब्हापड़ा नें
›
घणो बवाल मचायो! अश्यी काँईं ख्ह दी। य्हा ई तो बोल्यो थरूर के कैटल क्लास म्हँ जातरा कर ल्यूंगो। अब थें ई सोचो; ब्हापड़ा नें घणी घणी म्हेनत...
22 टिप्पणियां:
रविवार, 18 जनवरी 2009
नाड़े और इज़ारबंद, लटकाने, दिखाने, इतराने और कविता कहने के
›
आज दीतवार है। बकौल मराठी माणूस कम और मालवी मिनख ज्यादा के ब्लाग पर उदृत पत्र के लेखक आर डी सक्सेना यह आदित्यवार है। उधर मालवी में ही...
17 टिप्पणियां:
›
मुख्यपृष्ठ
वेब वर्शन देखें