क्या बतलाएँ दुनिया वालो! क्या-क्या देखा है हमने ...!
बेसब्री से इंतजार है
क्या हो गया है।
???
हमे तो इसी बात से शर्म आ रही है कि आप अभि तक मजनून भी नही बता पा रहे है शर्म दिवस मनाने का..? ;;:)
राष्ट्रीय खेल का खेल हो गया. राष्ट्रीय शर्म का विषय है.
हाकी? या कुछ और?
दिनेश जी अब तो शर्म भी थक गई इन्तजार करते करते, अरे भाई कब बताओ गे
कैसा लगा आलेख? अच्छा या बुरा? मन को प्रफुल्लता मिली या आया क्रोध?कुछ नया मिला या वही पुराना घिसा पिटा राग? कुछ तो किया होगा महसूस? जो भी हो, जरा यहाँ टिपिया दीजिए.....
बेसब्री से इंतजार है
जवाब देंहटाएंक्या हो गया है।
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जवाब देंहटाएंहमे तो इसी बात से शर्म आ रही है कि आप अभि तक मजनून भी नही बता पा रहे है शर्म दिवस मनाने का..? ;;:)
जवाब देंहटाएंराष्ट्रीय खेल का खेल हो गया. राष्ट्रीय शर्म का विषय है.
जवाब देंहटाएंहाकी? या कुछ और?
जवाब देंहटाएंदिनेश जी अब तो शर्म भी थक गई इन्तजार करते करते, अरे भाई कब बताओ गे
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