अनवरत
क्या बतलाएँ दुनिया वालो! क्या-क्या देखा है हमने ...!
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सोमवार, 31 जुलाई 2023
क्या हम वास्तव में राष्ट्रवादी हैं? – प्रेमचंद
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भारत के राष्ट्रीय मुक्ति आंदोलन में राष्ट्रवाद की भूमिका बेहद महत्त्वपूर्ण और निर्णायक रही है. लेकिन उस दौर में राष्ट्रवाद की कई किस्में मौज...
शुक्रवार, 7 जुलाई 2023
किस के पास है बेरोजगारी का इलाज?
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आप कहीं किसी नगर, कस्बे में चले जाएँ, या सड़क मार्ग से सफर करते हुए जाएँ, आपको हर जगह बेशुमार थड़ियाँ मिलेंगी। सड़क पर बैठ कर लोग सामान बेच...
मंगलवार, 6 जून 2023
दो कब्रें
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"कहानी" प्रेमचंद अब न वह यौवन है, न वह नशा, न वह उन्माद। वह महफिल उठ गई, वह दीपक बुझ गया, जिससे महफिल की रौनक थी। वह प्रेममूर्ति क...
बुधवार, 10 मई 2023
अतिरिक्त योग्यताएँ
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मैं उनसे किसी काम से मिलने पहुंचा। तब वे बैठे हुए किसी की जन्मकुंडली देख रहे थे। मैंने कहा, अरे आप तो कुंडली भी देखते हैं। तो कहने लगे, हां...
रविवार, 12 मार्च 2023
शंख ज्ञान
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ध्रु व ने जब से होश संभाला विष्णु भक्ति में ही लीन रहा। राजा उत्तानपाद का औरस पुत्र होते हुए भी उसे अपने पिता से सौतेला व्यवहार मिला। फिर ए...
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बुधवार, 8 मार्च 2023
बेटों वाली विधवा
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"कहानी" - प्रेमचंद पं डित अयोध्यानाथ का देहान्त हुआ तो सबने कहा , ईश्वर आदमी की ऐसी ही मौत दे। चार जवान बेटे थे , एक लड़की। ...
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