अनवरत
क्या बतलाएँ दुनिया वालो! क्या-क्या देखा है हमने ...!
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सोमवार, 11 अप्रैल 2011
इस के हिस्से में आख़िर ये रोशनी क्यूँ है
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अ हमद सिराज फ़ारूक़ी एम.ए. (उर्दू) हैं, लेकिन यहाँ कोटा में अपना निजि व्यवसाय करते हैं। जिन्दगी की जद्दोजहद के दौरान अपने अनुभवों और विचारों...
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रविवार, 10 अप्रैल 2011
दुर्ग इनका तोड़ना पड़ेगा दोस्तों
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अखिलेश 'अंजुम' अ खिलेश जी वरिष्ठ कवि हैं। मैं उन्हें 1980 से जानता हूँ। काव्य गोष्ठियों और मुशायरों में जब वे अपने मधुर स्वर से त...
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शनिवार, 9 अप्रैल 2011
भ्रष्टाचार के विरुद्ध वातावरण का निर्माण करेंगे
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क ल शाम की बैठक में सौ से कुछ अधिक लोग अपने संगठनों के प्रतिनिधि के रूप में एकत्र हुए थे। इसलिए कि जन-लोकपाल-विधेयक के लिए चल रही लड़ाई में...
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जीत का जश्न मनाएँ! अपनी एकता और संघर्ष को जीवित रखें और आगे बढ़ाएँ!!
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भ्र ष्टाचार के विरुद्ध जन लोकपाल बिल अब सपना नहीं रहा है। सरकार को अण्णा हजारे के अनशन को लगातार मिल रहे और बढ़ रहे जन समर्थन के सामने झुकना...
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गुरुवार, 7 अप्रैल 2011
भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन अवसर को निजि हित में इस्तेमाल करने वालों से बचे
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भ्र ष्टाचार विरोधी जन अभियान की आँच देश के कोने कोने तक पहुँच रही है। ऐसे में मेरा नगर कोटा कैसे चुप रह सकता था। यहाँ भी गतिविधियाँ आरंभ हो ...
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बुधवार, 6 अप्रैल 2011
राजनेता नहीं चाहिए
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भ्र ष्टाचार से देश का हर व्यक्ति व्यथित है। सामाजिक जीवन का कोई हिस्सा नहीं जो इस भ्रष्टाचार से आप्लावित न हो। स्थिति यह हो गई है कि जिस के ...
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सोमवार, 4 अप्रैल 2011
बस पर किस का बस है
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प्राक्कथनः हम बस में सवार थे अचानक बस से उतार लिए गए सड़क रुकी हुई थी बसों, ट्रकों, जीपों कारों की कतार थी माजरा देखा बीच रास्ते पर शामियान...
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