अनवरत
क्या बतलाएँ दुनिया वालो! क्या-क्या देखा है हमने ...!
पेज
(यहां ले जाएं ...)
Home
▼
बुधवार, 2 फ़रवरी 2011
अचार की बहार
›
पु राना मकान छोड़े चार माह से ऊपर हो गया। अभी जहाँ रह रहा हूँ, अपना मकान बनते ही तीन चार माह बाद उस में जाना है। जहाँ मैं अभी रह रहा हूँ वहा...
16 टिप्पणियां:
मंगलवार, 1 फ़रवरी 2011
हर घर में झरबेरी
›
क ल अपने पुराने मुहल्ले में जाना हुआ, महेन्द्र 'नेह' के घर। वहाँ पुराने पडौ़सियों से भेंट हुई, और मोहल्ले की बातें भी। वहीं मिले बड़...
9 टिप्पणियां:
रविवार, 30 जनवरी 2011
गालियाँ रचें तो ऐसी ...
›
इ न दिनों हम लोग जो ब्लागीरी में हैं, गालियों से तंग हैं। एक तो जो नहीं होनी चाहिए वे गालियाँ ब्लागों में दिखाई पड़ती हैं, और जो होनी चाहिए,...
27 टिप्पणियां:
शनिवार, 29 जनवरी 2011
खुद अपने आसपास तलाश कीजिए, कि आप कैसे आरंभ कर सकते हैं?
›
स चमुच परिस्थितियाँ बहुत विकट हैं। परसों इसी ब्लाग पर मैं ने लिखा था सोनवणे की शहादत अपना मोल वसूल कर सकती है। लेकिन इस पोस्ट पर आई टिप्पणिय...
16 टिप्पणियां:
गुरुवार, 27 जनवरी 2011
सोनवणे की शहादत अपना मोल वसूल कर सकती है
›
अ तिरिक्त कलेक्टर यशवंत सोनवणे को तेल माफिया द्वारा जिंदा जलाकर मारने के विरोध में महाराष्ट्र के 18 लाख सरकारी कर्म...
19 टिप्पणियां:
बुधवार, 26 जनवरी 2011
जनशिक्षण और जनसंगठन के कामों में तेजी लानी होगी
›
आ ज से 61 वर्ष पूर्व दुनिया का सब से बड़ा लिखित संविधान अर्थात हमारे भारत का संविधान लागू हुआ। इसे भारत की संविधान सभा ने निर्मित किया। संवि...
11 टिप्पणियां:
सोमवार, 24 जनवरी 2011
शादी में रोला और हाड़ौती साहित्यकार गिरधारी लाल मालव जी से मुलाकात
›
प रसों रात ही यह तय हो गया था कि रविवार को यहाँ से पचास किलोमीटर दूर स्थित कस्बे अन्ता में एक शादी में जाना है। इस तरह की शादी में जाना हमेश...
13 टिप्पणियां:
‹
›
मुख्यपृष्ठ
वेब वर्शन देखें