अनवरत
क्या बतलाएँ दुनिया वालो! क्या-क्या देखा है हमने ...!
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गुरुवार, 31 जनवरी 2008
।।काँख मँ छोरो गाँव मँ हेरो।।
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आप किसी काम को करते हैं और उस के औजारों की जानकारी न हो तो यही होता है। कभी ऐसा भी होता है कि आप की तैयारी पूरी है, लेकिन आप घर भर...
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सोमवार, 28 जनवरी 2008
मुहब्बत बनी रहे, तो झगड़े में भी आनन्द है
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स्त्री-पुरुष की समानता एक ऐसा विषय है जिस पर अनेक बातें की जा सकती हैं। यह भी कि विवाह संस्था के रहते समानता निरर्थक है। लेकिन इस रिश्ते में...
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रविवार, 27 जनवरी 2008
हर ब्लॉगर रोज बीस मिनट जॉगिंग करे
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पिछले साल एक दिन अदालत में अचानक मुझे ऐसा लगा कि एक भी कदम चला तो गिर पड़ूंगा। किसी को कुछ बताए बिना ही जैसे-तैसे बाहर निकल पास ही जज साहब...
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शुक्रवार, 25 जनवरी 2008
कहाँ हैं दादा जी जैसे कथावाचक
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शाम साढ़े पांच बजे अदालत से घर पहुँचा तो शोभा जी (मेरी पत्नी) किसी धार्मिक टीवी चैनल पर आधुनिक नामचीन्ह कथावाचक की ‘ लाइव ’ कथा सुन रही थीं...
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गुरुवार, 17 जनवरी 2008
‘हम सब नीग्रो हैं’
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सुप्रसिद्ध कवि-गीतकार महेन्द्र 'नेह' का गीत अष्टछाप के सुप्रसिद्ध कवि ‘छीत स्वामी’ के वंश में जन्मे महेन्द्र ‘नेह’ स्वयं सुप्र...
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सोमवार, 14 जनवरी 2008
हाड़ौती का दिनेसराई दुबेदी की आड़ी सूँ सँकरात को राम राम बँचणा जी।
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जोग लिखी हाड़ौती का हिरदा, कोटा राजसथान सूँ, सारा जम्बूदीप अर भरतखण्ड का रह्बा हाळाँन् क ताईं दिनेसराई दुबेदी की आड़ी सूँ सँकरात को राम राम...
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रविवार, 13 जनवरी 2008
खतरा ! किस किस को ? किस किस से?
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जी हाँ। यह खतरा है। सावधान हो जाइये। जब भी कोई प्रस्ताव करे कि आप को सम्मानित किया जाए, तो तुरन्त सावधान हो जाइए। सम्मान की मांग करने व...
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