अनवरत
क्या बतलाएँ दुनिया वालो! क्या-क्या देखा है हमने ...!
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सोमवार, 26 नवंबर 2007
मुसीबत बुलाने से आती है ... आ बैल मुझे मार ....
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कहते हैं, मुसीबत कह कर नहीं आती। वह कर आएगी, तो क्या कोई आने देगा? कभी नहीं। मुसीबत हमारे बुलाने से आती है। अब आप खुद बुलाएंगे तो वह कह कर ...
2 टिप्पणियां:
शनिवार, 24 नवंबर 2007
टंगड़ीमार को टंगड़ी मार। नाम बडी चीज है......
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नाम बड़ी चीज है, इस नाम के लिए ही तो दुनियां भर में दंगम-दंगा है। हर कोई चाह रहा है, उसका नाम हो जाए। हर कोई इसी में लगा है। इस जमाने में...
बुधवार, 21 नवंबर 2007
टिप्पणियों की बॉटल चाहिए, ब्लॉगेरा या ब्लॉगर्कुलोसिस हो गया है मुझे।
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मुझे अचानक जाने क्या हो गया। जब जी चाहा सारा काम छोड़ कर सीधे कम्प्यूटर पर जा बैठता और इण्टरनेट चालू कर लेता। इस बात का ख्याल नहीं रहता कि...
7 टिप्पणियां:
मंगलवार, 20 नवंबर 2007
सुप्रभात............
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श्री गणेश : ....... अनवरत प्रकाशित होते रहने के लक्ष्य, प्रयास और चाहत के साथ यह चिट्ठा अपना श्री गणेश करता है। प्...
1 टिप्पणी:
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