अनवरत
क्या बतलाएँ दुनिया वालो! क्या-क्या देखा है हमने ...!
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शुक्रवार, 23 जुलाई 2010
बरसात की संभावना हर दिन आगे खिसक जाती है
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यूँ तो इधर कोटा में एकाध बरसात मई में भी हो लेती है, फिर एकाध जून को उत्तरार्ध में भी हो ही जाती है। 15 से 20 जून के बीच तो बरसात बाकायदे आ ...
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बुधवार, 21 जुलाई 2010
बहुत हो लिया पूर्व सैनिकों का कल्याण , अब ठेकेदारों के कल्याण का युग है
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जरा नवभारत टाइम्स की ये खबर देखें.... 35,000 पूर्व सैनिकों की नौकरी खतरे में! इ स खबर में कहा गया है कि, "वर्तमान भारतीय राष्ट...
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मंगलवार, 20 जुलाई 2010
तदर्थवाद देश को एक बड़े कूड़ेदान में तब्दील कर रहा है
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घ र में बच्चों में झगड़ा हुआ, छोटा बड़े की पीठ पर चढ़ गया और कंधे पर काट लिया। बड़े का कंधा घायल हुआ, उसे अस्पताल ले जाना पड़ा। जब घर के मुख...
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सोमवार, 19 जुलाई 2010
नागरिक और मानवाधिकार हनन का प्रतिरोध करने को समूह बनाएँ
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वि गत आलेख पुलिस को कहाँ इत्ती फुरसत कि ..............? पर अब तक अंतिम टिप्पणी श्री Bhavesh (भावेश ) की है कि 'रक्षक के रूप मे...
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रविवार, 18 जुलाई 2010
पुलिस को कहाँ इत्ती फुरसत कि ..............?
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दो दिनों की व्यस्तता के बाद कल शाम भोजन करते हुए टीवी पर समाचार देखने का सुअवसर मिला। वहाँ भारतीय पुलिस का गुणगान हो रहा था। बड़ा अजीब दृश्...
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गुरुवार, 15 जुलाई 2010
"बाइस्कोप का तमाशा : खेला सामन्तवाद का" यादवचंद्र के प्रबंध काव्य "परंपरा और विद्रोह" का एकादश सर्ग
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या दवचंद्र पाण्डेय के प्रबंध काव्य "परंपरा और विद्रोह" के दस सर्ग पढ़ आप अनवरत के पिछले कुछ अंकों में पढ़ चुके हैं। इस तरह ...
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बुधवार, 14 जुलाई 2010
फुटबॉल हैंगोवर और खुश कर देने वाली खबरें।
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क ल फुटबॉल का नशा करने को नहीं मिला। आज तो हेंगोवर का दिन था। रात को जल्दी सो जाना चाहिए था, लेकिन देर तक नींद नहीं आई। मैं आज के अदालत के क...
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