अनवरत
क्या बतलाएँ दुनिया वालो! क्या-क्या देखा है हमने ...!
पेज
(यहां ले जाएं ...)
Home
▼
वृद्ध
लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं.
सभी संदेश दिखाएं
वृद्ध
लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं.
सभी संदेश दिखाएं
बुधवार, 22 जून 2011
मेरा सिर शर्म से झुका हुआ है
›
आ ज मेरा सिर शर्म से झुका हुआ है। हो भी क्यों न? मेरे ही नगर के एक ऐसे मुहल्ले से जिस में आज से तीस वर्ष पूर्व मुझे भी दो वर्ष रहना पड़ा था,...
51 टिप्पणियां:
›
मुख्यपृष्ठ
वेब वर्शन देखें