अनवरत
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शुक्रवार, 9 सितंबर 2011
गए आठ दिन
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ता रीख बदलने के साथ ही महीने का आठवाँ दिन भी निकल चुका है, और इस माह में यहाँ एक भी चिट्ठी नहीं लिख पाया हूँ। कारणों में मैं नहीं जाना चाह...
12 टिप्पणियां:
मंगलवार, 28 जून 2011
"शाबास बेटी, तुमने ठीक किया"
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नि शा, शायद यही नाम है, उस का। उस का नाम रजनी या सविता भी हो सकता है। पर नाम से क्या फर्क पड़ता है? नाम खुद का दिया तो होता नहीं, वह हमेशा न...
27 टिप्पणियां:
शुक्रवार, 25 मार्च 2011
तुम्हें जन्मदिन की बधाई! (हैप्पी बर्डे टू यू)
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अ क्सर होता ये है कि मैं तारीख बदलने के पहले नहीं सोता। लोगों से कहता हूँ कि मैं ऐसा नहीं करता कि आज सोऊँ और कल उठूँ, इसलिए जिस तारीख में सो...
21 टिप्पणियां:
बुधवार, 11 अगस्त 2010
बेटे-बेटी के घर आने का उत्सव
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क म्प्यूटर अनुप्रयोग में स्नातकोत्तर उपाधि प्राप्त कर लेने के बाद बेटे वैभव ने कुछ सप्ताह घर पर बिताए। आरंभ से ही शिक्षा में उत्तम प्रथम श्...
17 टिप्पणियां:
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