अनवरत
क्या बतलाएँ दुनिया वालो! क्या-क्या देखा है हमने ...!
पेज
(यहां ले जाएं ...)
Home
▼
अतीत
लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं.
सभी संदेश दिखाएं
अतीत
लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं.
सभी संदेश दिखाएं
शनिवार, 6 फ़रवरी 2010
खूबसूरत मोर रोता है, अपने पैरों को देख कर
›
क ई दिनों से आसमान में बादल छाए थे। लेकिन बरसात नहीं हो रही थी। तालाब सूख चुका था। पानी के लिए तालाब के पेंदे में गड्ढे बना कर काम चलाया जा ...
15 टिप्पणियां:
›
मुख्यपृष्ठ
वेब वर्शन देखें