दिनेशराय द्विवेदी @ जी खुद कि पसंद के ब्लॉग पढने के लिए तो follower बन के dashboard से भी पढ़ा जा सकता है.ऐसा ब्लॉग मैंने भी बनाया था कुछ दिनों पहले ,http://blogsansaar.blogspot.com ,राज भाटिया जी का प्रयास सबसे सफल रहा था.
गुरुवर जी, आपका उपरोक्त प्रयास बहुत अच्छा है,लेकिन उपरोक्त ब्लॉग के निर्माण से आपकी अनेक जिम्मेदारी में इजाफा हो जायेगा.मुझे ऐसा लगता है कि-यहाँ प्रकाशित होने वाली हर पोस्ट को पढ़ना(चाहे बेमन से क्यों नहीं)और शायद टिप्पणी करना अब आपकी नैतिक जिम्मेदारी बन जायेगी. ब्लॉग के नाम से पहले मुझे लगा था कि शायद यहाँ पर ब्लोग्गर आपकी अदालत में अपने मुकद्दमे(ब्लॉग संबंधित सूचनाओं के चोरी आदि)लगया करेंगे और आप जज की भूमिका निभाते हुए आदेश दिया करेंगे.वैसे आपकी पसंद और नापसंद के बारे में लोगों को भी पता चल जाएगा. अब जब उपरोक्त ब्लॉग पर मेरी फोटो पहले से ही उपलब्ध है. तब मेरे ब्लोगों का पता भी शामिल कर ही लीजिए.
जिन ईमेल से आप तंग आये, वे आपकी इस नई कचहरी से डरेंगे ऐसा लगता तो नहीं। वैसे ईमेल न भेजने वाले हिंदी ब्लॉग्स की सूची यहाँ है। अनवरत भी वहाँ अनुसूचित ब्लॉग्स में से है।
कैसा लगा आलेख? अच्छा या बुरा? मन को प्रफुल्लता मिली या आया क्रोध? कुछ नया मिला या वही पुराना घिसा पिटा राग? कुछ तो किया होगा महसूस? जो भी हो, जरा यहाँ टिपिया दीजिए.....
मुझे तो यह सूचना दे रहा यह चित्र कि
जवाब देंहटाएंयह ब्लॉग मात्र आमंत्रित पाठकों के लिए है
हमने भी चित्र पर चटका लगाया था पर बात वही सामने आई जो पाबला जी ने अपनी टिप्पणी में कही है |
जवाब देंहटाएंleejiyae bulaa kar
जवाब देंहटाएंdarvaaja nahin khola
यह ब्लॉग मात्र आमंत्रित पाठकों के लिए है
अलख निरंजन !
जवाब देंहटाएंदरवाजा खोलो.... बाबा लोग आपके दरवाजे पर हैं !
एक विस्तृत दायरा है आपकी पठन माला का -चाहें तो साईब्लोग को भी जोड़ लें!
जवाब देंहटाएंमैंने तो सोचा था यह कोई फोरम होगा जिसमें ब्लागरों की सुनवाई होगी !
चलकर देखते हैं कि ब्लॉग कचहरी में किस पर मुकदमा चलता है?
जवाब देंहटाएंइस कचहरी से 'प्रिंट मीडिया पर ब्लॉगचर्चा' का मामला खत्म किया जाए हुज़ूर
जवाब देंहटाएंअब तो इसकी दूसरी पीढ़ी भी आ चुकी, एक वर्ष हो चुका
नामकरण हुआ था Blogs In Media
अब तीसरी बात
जवाब देंहटाएंउस ब्लॉग कचहरी पर हमें अपने विचार रखने में समस्या हो रही
निवेदन है आपके सामने कि तत्काल कार्यवाही की जाए
दिनेशराय द्विवेदी @ जी खुद कि पसंद के ब्लॉग पढने के लिए तो follower बन के dashboard से भी पढ़ा जा सकता है.ऐसा ब्लॉग मैंने भी बनाया था कुछ दिनों पहले ,http://blogsansaar.blogspot.com ,राज भाटिया जी का प्रयास सबसे सफल रहा था.
जवाब देंहटाएंइस पर भी और पाबलाजी के ब्लाग पर भी यही समस्या पेश आ रही है
जवाब देंहटाएंजाते हैं देखने..
जवाब देंहटाएंआश्चर्य सा हुआ...त्रुटिवश ही होगा..
जवाब देंहटाएंगुरुवर जी, आपका उपरोक्त प्रयास बहुत अच्छा है,लेकिन उपरोक्त ब्लॉग के निर्माण से आपकी अनेक जिम्मेदारी में इजाफा हो जायेगा.मुझे ऐसा लगता है कि-यहाँ प्रकाशित होने वाली हर पोस्ट को पढ़ना(चाहे बेमन से क्यों नहीं)और शायद टिप्पणी करना अब आपकी नैतिक जिम्मेदारी बन जायेगी. ब्लॉग के नाम से पहले मुझे लगा था कि शायद यहाँ पर ब्लोग्गर आपकी अदालत में अपने मुकद्दमे(ब्लॉग संबंधित सूचनाओं के चोरी आदि)लगया करेंगे और आप जज की भूमिका निभाते हुए आदेश दिया करेंगे.वैसे आपकी पसंद और नापसंद के बारे में लोगों को भी पता चल जाएगा. अब जब उपरोक्त ब्लॉग पर मेरी फोटो पहले से ही उपलब्ध है. तब मेरे ब्लोगों का पता भी शामिल कर ही लीजिए.
जवाब देंहटाएंसोचा तो मैंने भी यही था कि कचहरी नाम है तो कुछ वैसा ही होगा जैसा सिरफिरा जी ने कहा है
जवाब देंहटाएंजिन ईमेल से आप तंग आये, वे आपकी इस नई कचहरी से डरेंगे ऐसा लगता तो नहीं। वैसे ईमेल न भेजने वाले हिंदी ब्लॉग्स की सूची यहाँ है। अनवरत भी वहाँ अनुसूचित ब्लॉग्स में से है।
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