बहुत बहुत दिनों से यह साध थी कि उस की शादी में जरूर जाउंगा, और अकेला नहीं, बल्कि सपत्नीक। लेकिन कहते हैं न कि सोचा हमेशा सधता नहीं। कल तक इरादा पक्का था। लेकिन एक काम ऐसा पड़ा कि उसे तुरंत करना जरूरी था। उसी में लगा रहा। रात तारीख बदलने तक उसे करता रहा। काम से उठने के पहले सोचा, अब सुबह जल्दी निकला जा सकता है। लेकिन उठते ही हाजत हाजिर, निपट भी लिया, लेकिन सहज नहीं हुआ। सुबह तीन-चार के बीच फिर जाना पड़ा, पर सहजता नहीं लौटी। लगा कि अब सुबह छह बजे की ट्रेन नहीं ही पकड़ पाएंगे। फिर जाना मुल्तवी कर दिया। कल दोपहर तक दूल्हे का फोन आया था। सर! आ रहे हैं न आप? मैं ने पूरी गर्मजोशी से कहा था, आ रहा हूँ। शाम को फिर फोन आया तो फिर गर्मजोशी दिखाई थी। लेकिन अगली सुबह होने के पहले हवा निकल गई।
अब मैं डर रहा था कि दूल्हे का फोन आया तो क्या कहूंगा? जो हुआ वह बताऊँ या नहीं? फिर सोचा, मैं शादी में पहुँच जाता तो क्या कर लेता, ठीक बारात निकलने के पहले पहुँच पाता। थोड़ा विश्राम कर सूट पहन बारात में चल देता। फिर रिसेप्शन में स्वागत झेलता। दूल्हे के सिवा मैं किसी से परिचित नहीं था। और दूल्हे से भी बस आभासी परिचय ही था। पहली बार मिलते। लेकिन वह अधिकतर घोड़ी पर होता या फिर स्टेज पर दुलहिन के साथ। जैसे-तैसे शादी निपटती। दूल्हे को तो अभी फुरसत भी नहीं होती कि हमारी रवानगी लग जाती। नहीं जा पाए तो कोई बात नहीं, दूल्हे को दुल्हिन के साथ घर बसा लेने दो फिर दो-चार महीने बाद चलेंगे। एक-दो दिनों का समय निकाल कर, जिस से उसे भी मेजबानी का सुख मिले और हम भी उन के साथ मिलें और उस इलाके को भी घूम-फिर कर देखें। मैं इसी तरह सोच रहा था कि उस का फिर फोन आ गया -सर! कहाँ तक पहुँचे? मैं ने सहज बता दिया कि मैं किस कारण से रवाना नहीं हो सका हूँ। यह भी कहा कि कोई बात नहीं दो-चार माह बाद आएंगे दो-एक दिन रुकेंगे। दूल्हे को कुछ तसल्ली होती लगी तो मैं ने कहा -तुम ही आओ दुलहिन को लेकर, दो-एक दिन रुको। तुम्हें इस इलाके में घुमा दें। अब शादी के दिन वैसे ही दूल्हे पर समय बहुत कम होता है। फोन पर बात खत्म हो गई।
भुवनेश शर्मा |
अब आप को बता दूँ कि ये दूल्हा महाशय वकील और हमारे अपने हिन्दी ब्लाग जगत के ब्लागीर भुवनेश शर्मा हैं। इन के तीन ब्लाग हिन्दी पन्ना, एक वकील की डायरी और Amazing Pictures हैं। ये आज रात्रि अपने ही नगर की आयुष्मति रश्मि को अपनी जीवन संगिनी बनाने जा रहे हैं। कल सुबह सूर्योदय की पहली किरण के साथ अपनी रश्मि को साथ ले कर घर लौटेंगे। अब हम इन के विवाह के साक्षी तो नहीं बन सके, लेकिन इन्हें अपनी ओर से बधाई तो दे ही सकते हैं।
भुवनेश व रश्मि दोनों के आपस में जीवन-साथी बनने पर बहुत बहुत बधाइयाँ!!! और सफल प्रसन्नतायुक्त वैवाहिक जीवन के लिए अनन्त शुभकामनाएँ!!!
हम ने दे दी हैं, आप भी दे ही दीजिए........
बधाई हो भुवनेश जी को...
जवाब देंहटाएंजीवन में भरपूर रश्मि फैले...
भुवनेश व रश्मि दोनों के जीवन-साथी बनने पर बहुत बधाइयाँ वैवाहिक जीवन के लिए शुभकामनाएँ!!!
जवाब देंहटाएंभुवनेश और रश्मि को हार्दिक शुभकामनायें !
जवाब देंहटाएंबधाई और शुभकामनायें.
जवाब देंहटाएंभुवनेश व रश्मि दोनों के आपस में जीवन-साथी बनने पर बहुत बहुत बधाइयाँ.
जवाब देंहटाएंहमारी ओर से भी हार्दिक बधाई।
जवाब देंहटाएंभुवनेश व रश्मि दोनों को हमारी ओर से भी हार्दिक बधाई,ओर शुभकामनायें
जवाब देंहटाएंदोनों को हार्दिक बधाई.... शुभकामनायें सुखी वैवाहिक जीवन के लिए...
जवाब देंहटाएंभुवनेशजी को शुभकामनायें और बधाई.
जवाब देंहटाएंभुवनेश तो पुराने ब्लागर हैं और हिन्दी ब्लागजगत के साधुवाद वाले युग के साक्षी और उस व्यवहार को जीने वाले भी।
जवाब देंहटाएंभुवनेश को जीवन के नये पडाव और नयी राह पर उत्साह और उमंग से आगे बढने के लिये हार्दिक बधाई।
आभार,
नीरज
भुवनेश और रश्मि को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनायें
जवाब देंहटाएंजो बोले, वो ही सॉंकल ,खोले।
जवाब देंहटाएंभुवनेशजी के मंगल परिणय की सूचना आपने दी है तो हमारी बधाइयॉं और शुभ-कामनाऍं उन तक पहुँचाने का काम भी आप ही कीजिएगा।
ईश्वर नव दम्पति का वैवाहिक जीवन सुदीर्घ, समृध्द, स्वस्थ, सुखी और यशस्वी बनाए।
भुवनेश व रश्मि दोनों को बहुत बहुत बधाइयाँ.
जवाब देंहटाएंजानते भी हैं और निमंत्रण कार्ड भी समय पर ही पहुंचा था , मगर आपही की तरह हम भी न पहुंच सके । उनको यहीं से बधाई दिए दे रहे हैं , जब मुलाकात होगी आपके पीछे छिप जाएंगे । पहिले आप शिकायत सुनिएगा फ़िर हम नंबर लगा लेंगे । उन्हें बहुत बहुत बधाई
जवाब देंहटाएंbhuvnesh ji or rshmi ji kaa miln mubark ho bhai dinesh ji dvivedi ka is jankari ke liyen aabhar. akhtar khan akela kota rajsthan
जवाब देंहटाएंभुवनेश जी को जानते हैं, पहचानते हैं, मुलाकात भी कर चुके, निमंत्रण कार्ड भी मिला, फोन पर बुलावा भी था लेकिन नहीं मिला तो कमबख़्त रिज़र्वेशन ही नहीं मिला। तारीख की जानकारी ही दस दिन पहले मिली :-(
जवाब देंहटाएंअब हम भी आपके समान दो-चार माह में आमना-सामना कर बधाई दे देंगे, लेकिन आज तो यहीं बधाई व शुभकामनाएँ नव-दम्पत्ति को
भुवनेश और रश्मि को हार्दिक बधाई और शुभकामनायें.
जवाब देंहटाएंरामराम.
मेरी तरफ से बधाई।
जवाब देंहटाएंभुवनेश जी व रश्मि जी दोनों के जीवन-साथी बनने पर बहुत बधाइयाँ वैवाहिक जीवन के लिए शुभकामनाएँ!!! शकुंतला प्रेस ऑफ़ इंडिया प्रकाशन परिवार की ओर से आप दोनों का दांपत्य जीवन मंगलमय व सुखमय होने की मंगल कामनाएं के साथ ढेर सारी शुभकामनायें.
जवाब देंहटाएंपरिस्थितियां कई बार विघ्न डाल देती हैं।
जवाब देंहटाएंचलो ये अच्छा रहेगा कि शादी में ना जा पाने के कारण जल्द ही आप लोग 1-2 दिन के लिये पूरा समय साथ रह पायेंगें।
भुवनेश जी को हार्दिक शुभकामनायें
प्रणाम
भुवनेश व रश्मि को बहुत बहुत बधाइयाँ!!!
जवाब देंहटाएंबधाई हो भुवनेश जी को...
जवाब देंहटाएंजीवन में भरपूर रश्मि फैले...
भुवनेश भाई, हार्दिक बधाई।
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ब्लॉगवाणी: ब्लॉग समीक्षा का एक विनम्र प्रयास।
दोनों को हार्दिक बधाई.... सुखी वैवाहिक जीवन की असीम शुभकामनाएं
जवाब देंहटाएंबधाई भुवनेश भाई... वैवाहिक जीवन की सुखद एवं स्वस्थ लम्बी पारी खेलें :)
जवाब देंहटाएंभुवनेश व रश्मि को सफल वैवाहिक जीवन के लिये हार्दिक बधाईयां...
जवाब देंहटाएंभुवनेश जी तो मेरे ब्लॉग पर प्रबुद्ध टिप्पणी करने वाले रहे हैं। मैं तो सोचता था कि इनकी उम्र ज्यादा होगी (आखिर इतनी सशक्त टिप्पणी जो करते थे), पर अभी उनकी शादी हो रही है?!
जवाब देंहटाएंउन्हे और रश्मि जी की बहुत बधाई!
ऐसा अवसर कौन चूकना चाहेगा भला, भुवनेश जी को बधाई और आपको धन्यवाद.
जवाब देंहटाएंनवदंपत्ति को बधाई और शुभकामनायें ...
जवाब देंहटाएंआपकी तर्ज़ की हाजत हो तो बन्दा अपनी ही शादी से चूक जाये :)
जवाब देंहटाएंउनके सफल दाम्पत्य जीवन के लिए अनेकानेक शुभकामनायें !
भुवनेश-रश्मि को उनके सफ़ल वैवाहिक जीवन के लिये मंगलकामनायें।
जवाब देंहटाएंमेरी तरफ़ से भी ढेरो शुभकामनाएं!
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