गरीबों का हक मारनेवाले नेताओं/अधिकारियों की कारगुजारियों की सजा इस तरह निर्दोष-जॉंबाज जवानों को अपने प्राण देकर भुगतनी पड रही है। मेरी ओर से भी श्रद्दांजलि।
अपने जवानों को सिटिंग डकस समझकर नक्सलियों के तंदूर में भुनने के लिए छोड़ देने वाली सरकार को परमात्मा सद्बबुद्धि दे....और शहीदों के परिवारों को ये दुख सहने का हौसला...
मुझे भी दुख है उन ग़रीब जवानों की असमय मृत्यु पर…तब भी होता है जब कहीं दुबकी सी ख़बर होती है कि आठ नक्सली मारे गये…तब भी जब दंगे में मारे गयी लाशें अख़बारों में लहू बहाती हैं…यह सारा हमारा ही ख़ून है…काश कि असली क़ातिल मारे जायें कि हम ज़िन्दा रह सकें
कैसा लगा आलेख? अच्छा या बुरा? मन को प्रफुल्लता मिली या आया क्रोध? कुछ नया मिला या वही पुराना घिसा पिटा राग? कुछ तो किया होगा महसूस? जो भी हो, जरा यहाँ टिपिया दीजिए.....
हमारी भी श्रृद्धांजलि!
जवाब देंहटाएंसंतप्त ह्रदय से मेरी भी श्रद्धांजलि!
जवाब देंहटाएंबहुत ही दुखी और भारी मन से सत्-सत् नमन।
जवाब देंहटाएंशहीदों को अश्रुपूरित श्रद्धांजली |
जवाब देंहटाएंकथित मानवाधिकारवादियों को दुत्कार |
आहुति पर मौन
जवाब देंहटाएंसोच रहा हूं कि उन शहीदों के परिवार में कैसी आग धधक रही होगा आज । सचमुच बहुत ही दुखदायी है ये सब
जवाब देंहटाएंअजय कुमार झा
गरीबों का हक मारनेवाले नेताओं/अधिकारियों की कारगुजारियों की सजा इस तरह निर्दोष-जॉंबाज जवानों को अपने प्राण देकर भुगतनी पड रही है।
जवाब देंहटाएंमेरी ओर से भी श्रद्दांजलि।
श्रद्धांजलि
जवाब देंहटाएंश्रद्धांजलि
जवाब देंहटाएंअपने जवानों को सिटिंग डकस समझकर नक्सलियों के तंदूर में भुनने के लिए छोड़ देने वाली सरकार को परमात्मा सद्बबुद्धि दे....और शहीदों के परिवारों को ये दुख सहने का हौसला...
जवाब देंहटाएंजय हिंद...
घटना पर व्यथित मन में एक साथ बुद्ध और परशुराम जाग रहे है. अजिब सा अनुभव हो रहा है.
जवाब देंहटाएंश्रृद्धांजलि!
ये पोस्ट लगा कर आपने मुझ जैसे कृतध्न व्यक्ति को भी श्रद्धांजलि देने का अवसर प्रदान किया है....!
जवाब देंहटाएंसच कल से कई बार अफसोस हुआ अपने ब्लॉग पर लगी पोस्ट का....! आत्मा ने धिक्कारा कि आज का दिन प्रेम गीत गाने का नही राष्ट्र के लिये शोक मनाने का था़।
इस टिप्पणी के माध्यम से मैं अपना ये अपराध स्वीकार करती हूँ।
औ राष्ट्र से क्षमा माँगते हुए उन जावानो को श्रद्धांजलि देती हूँ।
श्रद्धांजलि.
जवाब देंहटाएंशहीदों को विनम्र श्रद्धांजलि.
जवाब देंहटाएंरामराम.
मुझे भी दुख है उन ग़रीब जवानों की असमय मृत्यु पर…तब भी होता है जब कहीं दुबकी सी ख़बर होती है कि आठ नक्सली मारे गये…तब भी जब दंगे में मारे गयी लाशें अख़बारों में लहू बहाती हैं…यह सारा हमारा ही ख़ून है…काश कि असली क़ातिल मारे जायें कि हम ज़िन्दा रह सकें
जवाब देंहटाएंश्रद्धांजलि..
जवाब देंहटाएंविनम्र श्रद्धाँजलि.....
जवाब देंहटाएंbahuthi bhari dil se in shido ko barambar naman.
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