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गुरुवार, 8 अप्रैल 2010

श्रद्धांजलि!!!





दंतेवाड़ा छत्तीसगढ़ में शहीद 
सभी जवानों को 
'अनवरत' 
की 
विनम्र श्रद्धाँजलि





18 टिप्‍पणियां:

  1. संतप्त ह्रदय से मेरी भी श्रद्धांजलि!

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  2. बहुत ही दुखी और भारी मन से सत्-सत् नमन।

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  3. शहीदों को अश्रुपूरित श्रद्धांजली |
    कथित मानवाधिकारवादियों को दुत्कार |

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  4. सोच रहा हूं कि उन शहीदों के परिवार में कैसी आग धधक रही होगा आज । सचमुच बहुत ही दुखदायी है ये सब
    अजय कुमार झा

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  5. गरीबों का हक मारनेवाले नेताओं/अधिकारियों की कारगुजारियों की सजा इस तरह निर्दोष-जॉंबाज जवानों को अपने प्राण देकर भुगतनी पड रही है।
    मेरी ओर से भी श्रद्दांजलि।

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  6. अपने जवानों को सिटिंग डकस समझकर नक्सलियों के तंदूर में भुनने के लिए छोड़ देने वाली सरकार को परमात्मा सद्बबुद्धि दे....और शहीदों के परिवारों को ये दुख सहने का हौसला...

    जय हिंद...

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  7. घटना पर व्यथित मन में एक साथ बुद्ध और परशुराम जाग रहे है. अजिब सा अनुभव हो रहा है.

    श्रृद्धांजलि!

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  8. ये पोस्ट लगा कर आपने मुझ जैसे कृतध्न व्यक्ति को भी श्रद्धांजलि देने का अवसर प्रदान किया है....!

    सच कल से कई बार अफसोस हुआ अपने ब्लॉग पर लगी पोस्ट का....! आत्मा ने धिक्कारा कि आज का दिन प्रेम गीत गाने का नही राष्ट्र के लिये शोक मनाने का था़।

    इस टिप्पणी के माध्यम से मैं अपना ये अपराध स्वीकार करती हूँ।

    औ राष्ट्र से क्षमा माँगते हुए उन जावानो को श्रद्धांजलि देती हूँ।

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  9. शहीदों को विनम्र श्रद्धांजलि.

    रामराम.

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  10. मुझे भी दुख है उन ग़रीब जवानों की असमय मृत्यु पर…तब भी होता है जब कहीं दुबकी सी ख़बर होती है कि आठ नक्सली मारे गये…तब भी जब दंगे में मारे गयी लाशें अख़बारों में लहू बहाती हैं…यह सारा हमारा ही ख़ून है…काश कि असली क़ातिल मारे जायें कि हम ज़िन्दा रह सकें

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