अनवरत
क्या बतलाएँ दुनिया वालो! क्या-क्या देखा है हमने ...!
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रविवार, 30 नवंबर 2025
चढ़ावा
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कहानी : दिनेशराय द्विवेदी गाँव के चौक में भीड़ थी. चुनाव का मौसम था. नेता जी की गाड़ी आई और लोगों में हलचल मच गई. रामलाल, दिनभर दिहाड़ी पर ...
शनिवार, 29 नवंबर 2025
सत्यप्रार्थी वध
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'लघुकथा' एक समय की बात है , जब देश की आत्मा दो नगरों में बंटी हुई थी, एक था न्यायपुर , जहाँ दीवारें काली थीं , और दूसरा आस्थागढ़ , ...
शुक्रवार, 28 नवंबर 2025
रामजी बेगा आज्यो
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'हाडौ़ती लघुकथा' दाज्जी ने आता देख मोबाइल देखर्यो छोट्या ने मोबाइल पर गाणो लगाद्यो, " रामजी मेरे घर आना". दाज्जी आया तो ग...
गुरुवार, 27 नवंबर 2025
एन्काउन्टर
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'लघुकथा' शहर की अदालतों में इन दिनों अजीब सा माहौल था. हर जज की मेज़ पर मुकदमों की फाइलें ऐसे गिर रही थीं जैसे किसी युद्धभूमि में ल...
गुरुवार, 9 अक्टूबर 2025
सिक्के और डाक टिकट
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मेरे पर्स में एक-दो-पाँच-दस-बीस वाले सिक्कों की कुल संख्या छह-सात से अधिक नहीं होती। उसे भी तुरन्त ही पाँच के नीचे लाना पड़ता है। वर्ना पर्स...
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बुधवार, 8 अक्टूबर 2025
सामाजिक जीवन में बकवास का स्थान - दिनेशराय द्विवेदी
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अच्छी बातें कोई भी कर सकता है। यहाँ तक कि बुरा से बुरा से व्यक्ति भी अच्छी बातें कर सकता है। इसी तरह कोई भी व्यक्ति बकवास भी कर सकता है। अच्...
शनिवार, 6 सितंबर 2025
भारतीय समाज में जाति, भाषा और राष्ट्रीयता का सवाल : दिनेशराय द्विवेदी
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जोधपुर में हो रही आरएसएस की समन्वय बैठक में आरएसएस ने देश में जाति, भाषा, प्रांत और पंथ के नाम पर भेदभाव पैदा करने के षड्यंत्रों पर चिंता जत...
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