अनवरत
क्या बतलाएँ दुनिया वालो! क्या-क्या देखा है हमने ...!
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शनिवार, 31 जुलाई 2010
नहीं मना सका मैं, मुंशी प्रेमचंद जी का जन्मदिन
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आ ज मुंशी प्रेमचंद का जन्मदिन है। वे भारतीय साहित्य की अमूल्य निधि हैं। उन्होंने भारतीय जन जीवन, उस की पीड़ाओं को गहराई से जाना और अभिव्यक्त...
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नक्सलवाद से निपटने का चिदम्बरम बाबू का नया फार्मूला
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चि दम्बरम् बाबू ने फिर कहा है कि वे तीन साल में नक्सलवाद पर काबू पाएंगे। लेकिन कैसे? इस के खुलासे में उन्हों ने अपना नया फार्मूला पेश किया ...
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शुक्रवार, 30 जुलाई 2010
जज के पिता और भाई की हत्या - राजस्थान में बिगड़ती कानून और व्यवस्था
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रा जस्थान में कानून और व्यवस्था की गिरती स्थिति का इस से बेजोड़ नमूना और क्या हो सकता है कि एक पदासीन जज के वकील पिता और वकील भाई की दिन दहा...
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मंगलवार, 27 जुलाई 2010
पूछा था अच्छा ऑर्थोपेडिस्ट, मुझे कसाई याद आता रहा .....
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ट्रे क्टर दुर्घटना में वह घायल हुआ है। उस की छाती स्टेयरिंग के नीचे दब गई थी। उस की सारी पसलियाँ टूटी हुई हैं और नीचे का जबड़ा अलग हो कर लट...
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‘एक चिड़िया के हाथों कत्ल हुआ, बाज से तंग आ गई होगी’
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आ ज सुबह 7.07 बजे सावन का महिना आरंभ हो गया। सुबह सुबह इतनी उमस थी कि जैसे ही कूलर की हवा छोड़ी कि पसीने में नहा गए। लगा आज तो बारिश हो कर र...
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सोमवार, 26 जुलाई 2010
जहर सुकरात पी गए होंगे, हमसे यूं आचमन नहीं होता...
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24 जुलाई को राजस्थान साहित्य अकादमी व प्रयास संस्थान के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित ‘लेखक से मिलिए’ कार्यक्रम में चूरू राजस्थान के श्रोताओं...
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शनिवार, 24 जुलाई 2010
"श्रम का निर्वासन"यादवचंद्र के प्रबंध काव्य "परंपरा और विद्रोह" का द्वादश सर्ग
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या दवचंद्र पाण्डेय के प्रबंध काव्य "परंपरा और विद्रोह" के ग्यारह सर्ग पढ़ आप अनवरत के पिछले कुछ अंकों में पढ़ चुके हैं...
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