tag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post9014347324085147880..comments2024-03-19T10:02:48.954+05:30Comments on अनवरत: बाबू का मिथ और प्रेम की भाषादिनेशराय द्विवेदीhttp://www.blogger.com/profile/00350808140545937113noreply@blogger.comBlogger12125tag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-59711777497624250802010-09-02T12:36:45.601+05:302010-09-02T12:36:45.601+05:30सही शिक्षा के साथ प्रेरक पोस्ट ...आभार !
आपको सपरि...सही शिक्षा के साथ प्रेरक पोस्ट ...आभार !<br />आपको सपरिवार श्री कृष्णा जन्माष्टमी की शुभकामना ..!!<br /><a href="http://kavyamanjusha.blogspot.com/" rel="nofollow">बड़ा नटखट है रे .........रानीविशाल </a><br />जय श्री कृष्णारानीविशालhttps://www.blogger.com/profile/15749142711338297531noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-54941164791771516142010-09-02T05:22:06.466+05:302010-09-02T05:22:06.466+05:30पान की दूकान और दो बाबू एक पान वाला और एक प्लंबर ।...पान की दूकान और दो बाबू एक पान वाला और एक प्लंबर । प्लंबर जी का दर्शन अचछा लगा । कंकड पत्थर होने वाली बात एकदम ओरिजिनल है । बाबू से मिलवाने का धन्यवाद दिनेश राय जी ।Asha Joglekarhttps://www.blogger.com/profile/05351082141819705264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-77680949595474137142010-09-01T19:25:57.188+05:302010-09-01T19:25:57.188+05:30सच ही कहा। पे्रम से तो पागल हाथी को भी बस में किया...सच ही कहा। पे्रम से तो पागल हाथी को भी बस में किया जा सकता है। बाबू तो मनुष्य है।<br /><br />अच्छी, सकारात्मक और प्रेरक पोस्ट।विष्णु बैरागीhttps://www.blogger.com/profile/07004437238267266555noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-87258953885886297252010-09-01T19:08:51.245+05:302010-09-01T19:08:51.245+05:30मुझे तो बाबू की बात मे दम लगता है जी, जन्माष्टमी क...मुझे तो बाबू की बात मे दम लगता है जी, जन्माष्टमी की घणी रामराम.<br /><br />रामरामताऊ रामपुरियाhttps://www.blogger.com/profile/12308265397988399067noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-74216950307176972492010-09-01T18:54:49.078+05:302010-09-01T18:54:49.078+05:30अच्छी प्रोफाइल ...अच्छी प्रोफाइल ...Arvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-38297737518172763192010-09-01T12:11:09.193+05:302010-09-01T12:11:09.193+05:30प्रेरक पोस्ट है क्या सब लोग बाबू के किरदार जैसे नह...प्रेरक पोस्ट है क्या सब लोग बाबू के किरदार जैसे नही हो सकते? धन्यवाद।निर्मला कपिलाhttps://www.blogger.com/profile/11155122415530356473noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-58677963192414504382010-09-01T10:24:51.314+05:302010-09-01T10:24:51.314+05:30चलिए इस बहाने जांगीड़ की पान की दुकान और बाबू से भ...चलिए इस बहाने जांगीड़ की पान की दुकान और बाबू से भी मिल लिए.... और आपके इस संस्मरण ने काफी कुछ सिखाया भी.....Shah Nawazhttps://www.blogger.com/profile/01132035956789850464noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-40415269217571680242010-09-01T07:40:00.120+05:302010-09-01T07:40:00.120+05:30अनुभव भी पाठशाला सा काम करते हैं !अनुभव भी पाठशाला सा काम करते हैं !उम्मतेंhttps://www.blogger.com/profile/11664798385096309812noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-36570722581507012012010-09-01T06:16:02.620+05:302010-09-01T06:16:02.620+05:30प्रेम पाने की उद्घोषणा करते भिन्न भिन्न तरीके।प्रेम पाने की उद्घोषणा करते भिन्न भिन्न तरीके।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-56144030611771511642010-08-31T22:53:24.906+05:302010-08-31T22:53:24.906+05:30अच्छा लगा बाबू से मिल कर ...अच्छा लगा बाबू से मिल कर ...Padm Singhhttps://www.blogger.com/profile/17831931258091822423noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-78082878152430844392010-08-31T22:11:04.093+05:302010-08-31T22:11:04.093+05:30बहुत सुंदर, हर शहर मैओ बाबू मिलते है, ओर यह अपनी द...बहुत सुंदर, हर शहर मैओ बाबू मिलते है, ओर यह अपनी दुनिया मै मस्त होते है जी, धन्यवादराज भाटिय़ाhttps://www.blogger.com/profile/10550068457332160511noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-37434330619562759782010-08-31T21:49:28.581+05:302010-08-31T21:49:28.581+05:30जिस तरह पान की भाषा लाल होती है प्रेम की भाषा मधुर...जिस तरह पान की भाषा लाल होती है प्रेम की भाषा मधुर और सच्ची होती है.... वह किसी पान की दुकान पर भी मिल जाती है :)चंद्रमौलेश्वर प्रसादhttps://www.blogger.com/profile/08384457680652627343noreply@blogger.com