tag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post8911084730943682148..comments2024-03-19T10:02:48.954+05:30Comments on अनवरत: मौजूदा किसान आन्दोलन : काँट्रेक्ट फार्मिंग और 1859 का नील विद्रोहदिनेशराय द्विवेदीhttp://www.blogger.com/profile/00350808140545937113noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-54954840659682436502021-01-04T21:32:11.698+05:302021-01-04T21:32:11.698+05:30अर्थपूर्ण जानकारी के साथ प्रथम कृषक आंदोलन का इतिह...अर्थपूर्ण जानकारी के साथ प्रथम कृषक आंदोलन का इतिहास आपने प्रभावशाली लेखनी से दर्शाया है - - साधुवाद। ' नील दर्पण' नाटक से सम्बंधित एक तथ्य साझा करना चाहूंगा कि जब ये नाटक कोलकाता के मिनर्वा थिएटर में मंचित हो रहा था, तब समाज सुधारक व प्रसिद्ध शिक्षाविद् ईश्वरचंद्र विद्यासागर दर्शक दीर्घा में मौजूद थे, अंग्रेज़ों के अत्याचार को मंचित होते देख कर इतने उद्वेलित हो उठे कि उन्होंने अपने खड़ाऊ उतार कर मंच में दे मारा। Shantanu Sanyal शांतनु सान्यालhttps://www.blogger.com/profile/06457373513221191796noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-73666727110248577982021-01-03T21:30:55.519+05:302021-01-03T21:30:55.519+05:30जी नमस्ते ,
आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल...जी नमस्ते ,<br />आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल सोमवार(०४-०१-२०२१) को <a href="https://charchamanch.blogspot.com/" rel="nofollow">'उम्मीद कायम है'(चर्चा अंक-३९३६ )</a> पर भी होगी।<br />आप भी सादर आमंत्रित है<br />--<br />अनीता सैनी अनीता सैनी https://www.blogger.com/profile/04334112582599222981noreply@blogger.com