tag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post8209526942694886128..comments2024-03-19T10:02:48.954+05:30Comments on अनवरत: "सगाई कम गोद भराई उर्फ रिंग सेरेमनी"दिनेशराय द्विवेदीhttp://www.blogger.com/profile/00350808140545937113noreply@blogger.comBlogger13125tag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-57137536536551312342008-11-19T01:01:00.000+05:302008-11-19T01:01:00.000+05:30बहुत बढिया रहा ये विवरण भी -- लावण्याबहुत बढिया रहा ये विवरण भी <BR/>-- लावण्यालावण्यम्` ~ अन्तर्मन्`https://www.blogger.com/profile/15843792169513153049noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-63499119299281680822008-11-18T21:47:00.000+05:302008-11-18T21:47:00.000+05:30दिनेश जी मजा आ रहा है. ्लगता है हम भी शादी वाले घर...दिनेश जी मजा आ रहा है. ्लगता है हम भी शादी वाले घर मै आप के साथ बेठे हे.<BR/>धन्यवादराज भाटिय़ाhttps://www.blogger.com/profile/10550068457332160511noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-67118714459154159202008-11-18T20:22:00.000+05:302008-11-18T20:22:00.000+05:30रिंग सेरेमनी - बड़ा बढ़िया शब्द है। भारतीय जीवन में ...रिंग सेरेमनी - बड़ा बढ़िया शब्द है। भारतीय जीवन में कहीं तो अंग्रेजी ठिली!:)Gyan Dutt Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/05293412290435900116noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-90639266844531369552008-11-18T19:19:00.000+05:302008-11-18T19:19:00.000+05:30शोभाजी को मेरी ओर से विशेष रूप से साधुवाद और अभिनन...शोभाजी को मेरी ओर से विशेष रूप से साधुवाद और अभिनन्दन अर्पित कीजिएगा । वे धर्म को रूढ अर्थ में नहीं ले रही हैं । तीर्थ क्षेत्र के गन्दे पानी में स्नान करने के बजाय, होटल में, नल के पानी से ही स्नान करने का उनका निर्णय 'धर्म के प्रति वैज्ञानिक दृष्टि' को रेखांकित करता है । हमारे रूढीवादी समाज में मैं इसे 'क्रान्तिकारी कदम' से कम नहीं मानता ।विष्णु बैरागीhttps://www.blogger.com/profile/07004437238267266555noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-21727766106147918702008-11-18T19:03:00.000+05:302008-11-18T19:03:00.000+05:30jaari rakhiye!jaari rakhiye!डॉ .अनुरागhttps://www.blogger.com/profile/02191025429540788272noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-2601837087854433782008-11-18T13:16:00.000+05:302008-11-18T13:16:00.000+05:30सुबह सुबह गाए जाने वाले गीतों को हमारे यहाँ मेवाड़ ...सुबह सुबह गाए जाने वाले गीतों को हमारे यहाँ मेवाड़ (मगरा) में "सपना" कहते हैं। हमारी माताजी अक्सर सुबह सुबह सपने गाने के लिए जाती रहती है इसलिए पता है। <BR/>और हाँ सालाहेलियों को भी हिन्दी में "सलहज" कहा जाता है। <BR/>बकिया टनाटन पोस्ट .. पढ़े जा रहे हैं।<BR/>:)सागर नाहरhttps://www.blogger.com/profile/16373337058059710391noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-78806677970654486132008-11-18T10:52:00.000+05:302008-11-18T10:52:00.000+05:30बढ़िया चल रही है यह श्रृंखला ...अच्छा लगा रहा है प...बढ़िया चल रही है यह श्रृंखला ...अच्छा लगा रहा है पढ़ना खाने के जिक्र भूख बढ़ा देते हैं बस यही कष्ट है इसको पढने से :)रंजू भाटियाhttps://www.blogger.com/profile/07700299203001955054noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-85461347587897474552008-11-18T10:15:00.000+05:302008-11-18T10:15:00.000+05:30बढिया विवरण चल रहा है।एक "सगाई कम गोद भराई कम रिंग...बढिया विवरण चल रहा है।<BR/><BR/>एक "सगाई कम गोद भराई कम रिंग सेरेमनी" का प्रत्यक्ष अनुभव अभी हाल ही में हमें भी हुआ :)Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-64895525828861434522008-11-18T09:33:00.000+05:302008-11-18T09:33:00.000+05:30बहुत कसावट के साथ चल रहा है आपका सीरियल तो ! लगता ...बहुत कसावट के साथ चल रहा है आपका सीरियल तो ! लगता है टी.आर.पी. में बालिका वधु को खतरा पैदा कर देगा ! :) बहुत बढिया , चलने दीजिये इसी फ्लो में ! शुभकामनाएं !ताऊ रामपुरियाhttps://www.blogger.com/profile/12308265397988399067noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-80411595732202820482008-11-18T08:13:00.000+05:302008-11-18T08:13:00.000+05:30देवनागरी बाएँ से दायें की ओर पढी जाती है. इसीलिये ...देवनागरी बाएँ से दायें की ओर पढी जाती है. इसीलिये पत्नी पति के बाईं और रहती है ताकि वह पति से आगे रहे यथा - सीता-राम, राधे-श्याम, गौरी-शंकर आदि. यही भारतीय परम्परा है और यही धर्मानुकूल उचित स्थान है.Smart Indianhttps://www.blogger.com/profile/11400222466406727149noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-38444362483600278192008-11-18T05:44:00.000+05:302008-11-18T05:44:00.000+05:30आनन्दं आनन्दं।आनन्दं आनन्दं।Kavita Vachaknaveehttps://www.blogger.com/profile/02037762229926074760noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-28605781443518049802008-11-18T02:35:00.000+05:302008-11-18T02:35:00.000+05:30बहुत विस्तार से लिख रहे हैं आप. देर-सवेर हम भी पढ़ ...बहुत विस्तार से लिख रहे हैं आप. देर-सवेर हम भी पढ़ ही रहे हैं.Abhishek Ojhahttps://www.blogger.com/profile/12513762898738044716noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-50263094574093651712008-11-18T01:06:00.000+05:302008-11-18T01:06:00.000+05:30वाह पढ के बहुत मजा आया। एक दम विस्तार से लीखे हैं।...वाह पढ के बहुत मजा आया। एक दम विस्तार से लीखे हैं।<BR/>रजाई के नाम से तो और अच्छा लगता है। मन करता है सोया रहूं रजाई से निकलू ही नही।<BR/><BR/>"एक बेटा अब भोपाल से रायपुर स्थानांतरित हो गया है और भिलाई रहता है"<BR/>भिलाई भी बहुत बढीया जगह है।<BR/><BR/>"दही, चटनी..." अब तो बहुत तेज भूख लग गया।<BR/><BR/>बहुत बहुत बधाई। एस साथ बहुत सारा बधाई!कुन्नू सिंहhttps://www.blogger.com/profile/18373944533455818486noreply@blogger.com