tag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post8049375555309001366..comments2024-03-19T10:02:48.954+05:30Comments on अनवरत: काम का प्रतिफल मिलने की खुशीदिनेशराय द्विवेदीhttp://www.blogger.com/profile/00350808140545937113noreply@blogger.comBlogger11125tag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-7820660296670498042010-03-27T02:04:50.226+05:302010-03-27T02:04:50.226+05:30चलिए। अन्त भला सो सब भला। आपको जीत की बधाई। दिन भ...चलिए। अन्त भला सो सब भला। आपको जीत की बधाई। दिन भर की ही नहीं, कई दिनो की आपकी थकान दूर हो गई होगी।विष्णु बैरागीhttps://www.blogger.com/profile/07004437238267266555noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-70833861827913858782010-03-25T15:47:09.955+05:302010-03-25T15:47:09.955+05:30संसाधनो की कमी से सभी क्षेत्र जूझ रहे हैं। न्याय क...संसाधनो की कमी से सभी क्षेत्र जूझ रहे हैं। न्याय क्षेत्र कुछ ज्यादा जूझ रहा है, शायद।Gyan Dutt Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/05293412290435900116noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-14105921789744554692010-03-23T19:33:24.623+05:302010-03-23T19:33:24.623+05:30सही कह रहे हैं.सही कह रहे हैं.डॉ. मनोज मिश्रhttps://www.blogger.com/profile/07989374080125146202noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-15431826254846595332010-03-23T16:49:12.420+05:302010-03-23T16:49:12.420+05:30बधाई !बधाई !Abhishek Ojhahttps://www.blogger.com/profile/12513762898738044716noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-74284517812670711192010-03-23T09:35:10.489+05:302010-03-23T09:35:10.489+05:30बेहद सटीक आलेख. भाटिया जी की बात से सहमत.
रामराम....बेहद सटीक आलेख. भाटिया जी की बात से सहमत.<br /><br />रामराम.ताऊ रामपुरियाhttps://www.blogger.com/profile/12308265397988399067noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-63485563807220842862010-03-23T09:20:21.512+05:302010-03-23T09:20:21.512+05:30जायज़ चिंतायेंजायज़ चिंतायेंAshok Kumar pandeyhttps://www.blogger.com/profile/12221654927695297650noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-45208874309926031442010-03-23T08:05:52.807+05:302010-03-23T08:05:52.807+05:30आपके लिये और आपकी मुवक्किल के लिये बहुत बहुत बधाई....आपके लिये और आपकी मुवक्किल के लिये बहुत बहुत बधाई.भारतीय नागरिक - Indian Citizenhttps://www.blogger.com/profile/07029593617561774841noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-41128630349662280852010-03-23T07:27:43.541+05:302010-03-23T07:27:43.541+05:30मेहनत के फल की खुशी सिर्फ ईमानदार लोग महसूस कर सक...मेहनत के फल की खुशी सिर्फ ईमानदार लोग महसूस कर सकते हैं , शार्टकट से आजकल बिना मेहनत के लोग फल लेना जानते हैं, कई जगह वे ही बाजी मारते नज़र आते हैं ! खैर ऊपर का द्रष्टान्त रोचक रहा और आपकी शैली तो धाराप्रवाह है ही ...<br />शुभकामनायें भाई जीSatish Saxena https://www.blogger.com/profile/03993727586056700899noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-8931126104790654062010-03-23T04:28:00.314+05:302010-03-23T04:28:00.314+05:30आपको और आपकी मुवक्किला को बहुत बधाई। कई बार दैनंदि...आपको और आपकी मुवक्किला को बहुत बधाई। कई बार दैनंदिन घटनाओं का ब्योरा मुझे इस उपमहाद्वीप के ख्यात लेखक ए.हमीद की याद दिलाता है। हालांकि वे रूमानी उपन्यासकार थे। मगर मैं ब्यौरा और तफ़सील की जानिब तुलना कर रहा हूं।अजित वडनेरकरhttps://www.blogger.com/profile/11364804684091635102noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-6760164652141606262010-03-23T02:39:45.356+05:302010-03-23T02:39:45.356+05:30काश!! छ वर्ष की जगह तीन वर्ष में भी होने लगे तो बह...काश!! छ वर्ष की जगह तीन वर्ष में भी होने लगे तो बहुत राहत हो जायेगी आमजन को.<br /><br />-----<br /><br />हिन्दी में विशिष्ट लेखन का आपका योगदान सराहनीय है. आपको साधुवाद!!<br /><br />लेखन के साथ साथ प्रतिभा प्रोत्साहन हेतु टिप्पणी करना आपका कर्तव्य है एवं भाषा के प्रचार प्रसार हेतु अपने कर्तव्यों का निर्वहन करें. यह एक निवेदन मात्र है.<br /><br />अनेक शुभकामनाएँ.Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-75891600795574879132010-03-23T02:15:12.806+05:302010-03-23T02:15:12.806+05:30जज प्रसूती अवकाश पर जाना तो बिलकुल नार्मल है, ओर उ...जज प्रसूती अवकाश पर जाना तो बिलकुल नार्मल है, ओर उस के कारण आदालत का काम रुके यह बिलकुल नार्मल नही, सरकार को चाहिये की किसी दुसरे जज को उस स्थान पर नियुकत करे, लेकिन वाह रे भारत...सच कहते है कि अगर भगवान पर विशवास नही तो भारत चले जाओ आप को १००% विशवास आ जायेगा, क्योकि इस देश को सिर्फ़ भगवान ही चला रहा है.<br />आप ने लेख को बहुत सुंदर लिखा धन्यवादराज भाटिय़ाhttps://www.blogger.com/profile/10550068457332160511noreply@blogger.com