tag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post7794626596331654103..comments2024-03-19T10:02:48.954+05:30Comments on अनवरत: मुख्य अतिथि के असम्मान से उखड़ा मूड खुशदीप कादिनेशराय द्विवेदीhttp://www.blogger.com/profile/00350808140545937113noreply@blogger.comBlogger21125tag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-42666967617995132532011-05-08T21:02:05.377+05:302011-05-08T21:02:05.377+05:30जो हुआ अच्छा हुआ और जो होगा वो भी अच्छा ही होगा।
ज...जो हुआ अच्छा हुआ और जो होगा वो भी अच्छा ही होगा।<br />जितने लोग वहाँ थे, सब बडे खुश थे।SANDEEP PANWARhttps://www.blogger.com/profile/06123246062111427832noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-19007586687096330502011-05-08T16:52:42.622+05:302011-05-08T16:52:42.622+05:30niceniceRandhir Singh Sumanhttps://www.blogger.com/profile/18317857556673064706noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-75287862655936650242011-05-08T15:43:46.423+05:302011-05-08T15:43:46.423+05:30आप का शीर्षक बिलकुल सही है वास्तव में यही हुआ दिखत...आप का शीर्षक बिलकुल सही है वास्तव में यही हुआ दिखता है किन्तु बीच में इसके लिए कई और कारण बताये जाने लगे और बात किसी और और चली गई थी |anshumalahttps://www.blogger.com/profile/17980751422312173574noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-70405175330401075132011-05-08T14:20:15.763+05:302011-05-08T14:20:15.763+05:30समारोह का अच्छा विश्लेषण किया है आपने.समारोह का अच्छा विश्लेषण किया है आपने.अरुण चन्द्र रॉयhttps://www.blogger.com/profile/01508172003645967041noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-46233452399041625942011-05-08T14:01:15.019+05:302011-05-08T14:01:15.019+05:30आपसे ऐसे ही विश्लेषण की उम्मीद रखते हैं हम.
बाकी ...आपसे ऐसे ही विश्लेषण की उम्मीद रखते हैं हम.<br /><br />बाकी ऐसी अव्यवस्था से तो किसी का भी मूड उखड़ेगा ही.Sanjeet Tripathihttps://www.blogger.com/profile/18362995980060168287noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-24932765531144008242011-05-08T13:34:15.946+05:302011-05-08T13:34:15.946+05:30पत्रकारों की समीक्षा-पत्रिका हो और ब्लॉगरों का सम...पत्रकारों की समीक्षा-पत्रिका हो और ब्लॉगरों का सम्मेलन, फिर तो बाल की खाल ...Rahul Singhhttps://www.blogger.com/profile/16364670995288781667noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-35304234957940975402011-05-08T11:37:42.197+05:302011-05-08T11:37:42.197+05:30हमे तो ये सब बाद मे पता चला जब कई ब्लाग्ज़ पर पढा। ...हमे तो ये सब बाद मे पता चला जब कई ब्लाग्ज़ पर पढा। खुशदीप का गुस्सा ज़ायज़ था। और क्या कह सकते हैं?निर्मला कपिलाhttps://www.blogger.com/profile/11155122415530356473noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-86905456519899664882011-05-08T11:28:40.558+05:302011-05-08T11:28:40.558+05:30.रफ़्ता रफ़्ता देखो बात यूँ खुली है
बात यूँ खुली है ....<i>रफ़्ता रफ़्ता देखो बात यूँ खुली है<br />बात यूँ खुली है कि आयोजन की त्रुटियाँ खली है</i>डा० अमर कुमारhttps://www.blogger.com/profile/09556018337158653778noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-36696251677108710002011-05-08T09:05:56.184+05:302011-05-08T09:05:56.184+05:30#
Nice post.
आपकी पोस्ट तथ्यात्मक है और शिक्षाप्रद...#<br />Nice post.<br />आपकी पोस्ट तथ्यात्मक है और शिक्षाप्रद भी.<br /><br />लखनऊ से अनवर जमाल .<br /><a href="http://tobeabigblogger.blogspot.com/2011/05/best-blogger.html" rel="nofollow">लखनऊ में आज सम्मानित किए गए सलीम ख़ान और अनवर जमाल Best Blogger</a>DR. ANWER JAMALhttps://www.blogger.com/profile/06580908383235507512noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-32978243225224393572011-05-08T08:52:51.704+05:302011-05-08T08:52:51.704+05:30अच्छी साफ सुथरी रिपोर्ट।अच्छी साफ सुथरी रिपोर्ट।अजित गुप्ता का कोनाhttps://www.blogger.com/profile/02729879703297154634noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-79471162725425033912011-05-08T08:40:28.595+05:302011-05-08T08:40:28.595+05:30छोड़ो कल की बातें,
कल की बात पुरानी,
नए दौर में लि...छोड़ो कल की बातें,<br />कल की बात पुरानी,<br />नए दौर में लिखेंगे,<br />हम मिल कर नई कहानी,<br />हम ब्लॉगिस्तानी, हम ब्लॉगिस्तानी...<br /><br />जय हिंद...Khushdeep Sehgalhttps://www.blogger.com/profile/14584664575155747243noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-31454032015334450082011-05-08T08:20:31.321+05:302011-05-08T08:20:31.321+05:30...पावर पाइंटों की मज़बूरियां, दो-दो व्यवसायिक उपक......पावर पाइंटों की मज़बूरियां, दो-दो व्यवसायिक उपक्रमों के खेल, नेता लोगों की अगवानियां, कई-कई साहित्यकारों की मंच-चढ़ाई, फालतुओ की बकवास, रंग-बिरंगे विमोचन ही विमोचन, ईनाम-बंटाई का हल्लमहल्ला, एक भरा-पूरा फुल नाटक, तीन-तीन सत्र, बड़े लोगों के नखरे, ढेरों आयोजक, एकला चालो रे की-सी नीतियों में अडिग विश्वास और इन सबके बीच मुफ़्त के भीड़नुमा ब्लागर (लिखना भूल गया कि हाल एअरकंडीशंड था) ...<br />...मेरा ख्याल है कि निवाला उतना ही काटना चाहिये जितना निगला जा सके. अविनाश जी व रवीन्द्र जी के साथ निश्चय ही ज़्यादती हुई लगती है.Kajal Kumar's Cartoons काजल कुमार के कार्टूनhttps://www.blogger.com/profile/12838561353574058176noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-59995320858794972732011-05-08T07:22:57.565+05:302011-05-08T07:22:57.565+05:30संतुलित सम्यक विश्लेषण और बेबाक दृष्टि
कार्यक्रम ...संतुलित सम्यक विश्लेषण और बेबाक दृष्टि <br />कार्यक्रम के संयोजन -विजन की कुछ खामी दिख रही है !<br />दरअसल यह पूरा कार्यक्रम ही एक मुख्यमंत्री की भेंट चढ़ गया और यह तो होना ही था ..<br />जब तक आयोजने के छुपे अजेंदें और अल्टेरियर मोटिव्स होंगे तो ऐसी स्थितियां सामने आती रहेंगीArvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-40782707956143183502011-05-08T07:03:11.336+05:302011-05-08T07:03:11.336+05:30प्रसून वाजपेयी की आगवानी के लिए उन्हें पहचानने वाल...प्रसून वाजपेयी की आगवानी के लिए उन्हें पहचानने वाले किसी वरिष्ट ब्लोगर को जिम्मेदारी देनी चाहिए थी | शायद आयोजकों से यही एक बड़ी गलती हुई | पर मैं उन लोगों की सबसे बड़ी गलती मानता हूँ जिन्हें उनके आगमन का पता चलने के बाद तुरंत आयोजको को सूचित नहीं किया |<br />इस घटना क्रम पर छपी कुछ रिपोर्ट्स पढने के बाद मैं तो इस नतीजे पर पहुंचा हूँ कि यदि आयोजक समय पर प्रसून वाजपेयी की आगवानी के लिए चले भी जाते तो वे शायद ही आकर भाजपा मुख्यमंत्री के साथ मंच पर बैठते | आखिर उनकी सेकुलर (?) छवि पर आंच जो आ सकती थी |Gyan Darpanhttps://www.blogger.com/profile/01835516927366814316noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-42357001914098599762011-05-07T23:20:50.803+05:302011-05-07T23:20:50.803+05:30गुरुवर जी, मुझे प्राप्त हुई जानकारी के अनुसार:- गु...गुरुवर जी, मुझे प्राप्त हुई जानकारी के अनुसार:- गुरूदेव रविन्द्रनाथ टैगोर की कहानी 'लावणी' पर आधारित जो नाटक का नाट्य रूपान्तरण राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय के विक्रम, बोलेराम, हेमंत और किरण नामक छात्रों ने प्रस्तुत किया था और आपकी इस पोस्ट ने काफी कुछ जानकारी देने के साथ-साथ लोगों नैतिकता का पाठ भी अच्छे से याद करवा दिया है. मुझे उम्मीद है कि-भविष्य में होने वाले ऐसे कार्यक्रमों में आयोजक गलतियों को दोहराने से बचेंगे. कार्यक्रम की संपूर्ण रुपरेखा की जानकारी न होने से जिन घटनाओं को कैमरे में कैद करने से वंचित हो गया था. उसके बारे में आपकी पोस्टों को पढ़कर प्राप्त हो गई है.<br /><br /><a href="http://rksirfiraa.blogspot.com/" rel="nofollow">क्या ब्लॉगर मेरी थोड़ी मदद कर सकते हैं</a> अगर मुझे थोडा-सा साथ(धर्म और जाति से ऊपर उठकर"इंसानियत" के फर्ज के चलते ब्लॉगर भाइयों का ही)और तकनीकी जानकारी मिल जाए तो मैं इन भ्रष्टाचारियों को बेनकाब करने के साथ ही अपने प्राणों की आहुति देने को भी तैयार हूँ. <a href="http://rksirfiraa.blogspot.com/" rel="nofollow">आज सभी हिंदी ब्लॉगर भाई यह शपथ लें</a>रमेश कुमार जैन उर्फ़ निर्भीकhttps://www.blogger.com/profile/01260635185874875616noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-15809538942170186872011-05-07T22:46:17.028+05:302011-05-07T22:46:17.028+05:30नाटक ने प्रभावित किया, जानकर अच्छा लगा.नाटक ने प्रभावित किया, जानकर अच्छा लगा.Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-85917680290129520102011-05-07T22:39:16.707+05:302011-05-07T22:39:16.707+05:30खुशदीप भाई बहुत संवेदनशील व्यक्ति हैं और उनकी नारा...खुशदीप भाई बहुत संवेदनशील व्यक्ति हैं और उनकी नाराजी जायज़ है ! हार्दिक शुभकामनायें आपको !Satish Saxena https://www.blogger.com/profile/03993727586056700899noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-51695955104342451402011-05-07T22:28:26.484+05:302011-05-07T22:28:26.484+05:30चलिये अगली बार ध्यान रखा जायेगा। बड़े आयोजनों में ...चलिये अगली बार ध्यान रखा जायेगा। बड़े आयोजनों में यह भूलें हो जाती हैं।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-74270854272701668482011-05-07T21:57:53.527+05:302011-05-07T21:57:53.527+05:30सफल प्रबन्धन में डेलीगेशन अर्थात ज़िम्मेदारियाँ अन्...सफल प्रबन्धन में डेलीगेशन अर्थात ज़िम्मेदारियाँ अन्य ज़िम्मेदार लोगों को सौंपने का काम भी बडा महत्वपूर्ण है। इतने सारे नितांत अपने ब्लॉगर मेहमानों के वहाँ उपस्थित होते हुए डेलीगेशन ऑफ पॉवर्स के बारे में सोचा जाना चाहिये था। यहाँ इस टिप्पणी का एकमात्र उद्देश्य यही है कि शायद भविष्य के कार्यक्रमों में योजनाबद्ध तरीके से डेलीगेशन का प्रयोग किया जा सके।Smart Indianhttps://www.blogger.com/profile/11400222466406727149noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-52436576082847063952011-05-07T21:51:14.481+05:302011-05-07T21:51:14.481+05:30वाकई मूड़ उखड़ना ही था...
नाटक के बारे में अच्छा लगा...वाकई मूड़ उखड़ना ही था...<br />नाटक के बारे में अच्छा लगा...Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-86325694454678516242011-05-07T21:18:05.941+05:302011-05-07T21:18:05.941+05:30समारोह का अच्छा विश्लेषण किया है आपने.नाटक से पहले...समारोह का अच्छा विश्लेषण किया है आपने.नाटक से पहले ही खुशदीप भाई के साथ जाना पड़ गया था.नाटक के बारे में जानकर अच्छा लगा.आभार.Rakesh Kumarhttps://www.blogger.com/profile/03472849635889430725noreply@blogger.com