tag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post7256118965761425187..comments2024-03-19T10:02:48.954+05:30Comments on अनवरत: कभी दर्द सहने के बजाए, दर्द निवारक ले लेना चाहिएदिनेशराय द्विवेदीhttp://www.blogger.com/profile/00350808140545937113noreply@blogger.comBlogger12125tag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-87431319399158460322010-12-27T12:29:50.639+05:302010-12-27T12:29:50.639+05:30ओह, यहाँ भी गर्दन टूटी ही हुई है.मैं तो ठंड को भी ...ओह, यहाँ भी गर्दन टूटी ही हुई है.मैं तो ठंड को भी दोष नहीं दे सकती.लिखना पढ़ना भी ठप्प है. कसरत चल रही है.<br />आपको जल्दी आराम मिले.<br />घुघूती बासूतीghughutibasutihttps://www.blogger.com/profile/06098260346298529829noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-89375989418794618282010-12-26T18:44:54.705+05:302010-12-26T18:44:54.705+05:30bhayi jaan srvaaikl atek or hmen ptaa nhin yeh khi...bhayi jaan srvaaikl atek or hmen ptaa nhin yeh khin dushmn pakistan ki saazish to nhin vese trekshn or aekshn ke saath saath is musibt men vijay sar ka povdr lekr uski chay pina chaahiye men lakr dunga khuda jldi dukh drd dur kregaa goliyaan to chlna hi chahiyen kyonki komredon ko goliyon se dr kaaheka . akhtar khan akela kota rajsthanआपका अख्तर खान अकेलाhttps://www.blogger.com/profile/13961090452499115999noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-21159757999884064962010-12-24T00:09:23.623+05:302010-12-24T00:09:23.623+05:30द्विवेदी जी पहले हम भी ऐसे ही कहा करते थे कि दर्द ...द्विवेदी जी पहले हम भी ऐसे ही कहा करते थे कि दर्द का हद से गुजर जाना है दवा हो जाना लेकिन अब पत्नी की डाँट खाकर चुपचाप गोली खा लेते हैं ,वैसे एक मुफ्त की सलाह दूँ ... कितने भी ज़रूरी काम हो सब हो ही जायेंगे बस व्यायाम मत छोडिये .. दर्द के साथ जीना भी क्या जीना हाहाहा ।शरद कोकासhttps://www.blogger.com/profile/09435360513561915427noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-1332381121278939642010-12-23T19:56:52.069+05:302010-12-23T19:56:52.069+05:30आपका ग्रीवा दर्द संक्रामक तो नहीं ? मुझे लगता है ...आपका ग्रीवा दर्द संक्रामक तो नहीं ? मुझे लगता है इस पोस्ट के पढने के दौरान हो आया है :)<br />ध्यान रखें और सही निदान करवाएं तभी दवा आदि लें ,होमिओ पैथी पर भी आपका अटूट विश्वास है तो उसे भी आजमायें ,परहेज न करें !<br />और जल्दी से अपने कुशल क्षेम की सूचना दें ..<br />मैं दर्द शुरू हो इसके पहले ही दर्द निवारक की अच्छी खासी डोज ले लेता हूँ ....कौन फजीहत कराये ...यावत् जीवेत सुखम जीवेत !Arvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-73204924750885635952010-12-23T10:50:03.401+05:302010-12-23T10:50:03.401+05:30दवा से फौरी तौर पर कुछ आराम तो मिलता है मगर योगा ह...दवा से फौरी तौर पर कुछ आराम तो मिलता है मगर योगा ही सही इलाज है। अगर आप लैपटाप पर काम करते हैं तो उसे टेबल पर रख कर ही काम करें और खुद कुर्सी पर बैठें गलत पोस्चर गर्दन की दर्द का सब से बडा कारण है। भगवान आपको जल्दी हर दर्द से आराम दे।<br /> शुभकामनायें।निर्मला कपिलाhttps://www.blogger.com/profile/11155122415530356473noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-26103614456572434442010-12-22T22:20:58.643+05:302010-12-22T22:20:58.643+05:30इस भाव में भी इस निदान की जानकारी मँहगी नहीं है। आ...इस भाव में भी इस निदान की जानकारी मँहगी नहीं है। आप अब ठीक हैं, यही अच्छी खबर है। अन्त भला सो सब भला।विष्णु बैरागीhttps://www.blogger.com/profile/07004437238267266555noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-78725788808903465972010-12-22T17:30:30.377+05:302010-12-22T17:30:30.377+05:30डाक्टर से ही सही उपचार मिलता है मगर कसरत करते रहना...डाक्टर से ही सही उपचार मिलता है मगर कसरत करते रहना चाहिए| भारत में हर दूसरा आदमी डाक्टर है इस लिए हर तीसरा आदमी मरीज हैSunil Kumarhttps://www.blogger.com/profile/10008214961660110536noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-34028488503513171312010-12-22T13:33:34.221+05:302010-12-22T13:33:34.221+05:30लगता है नोवाल्जीन शायद अधिक बेहतर दर्द निवारक है ।...लगता है नोवाल्जीन शायद अधिक बेहतर दर्द निवारक है । मैं तो ऐसे किसी भी समय काम्बिफ्लेम पर निर्भर रहता हूँ ।Sushil Bakliwalhttps://www.blogger.com/profile/08655314038738415438noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-5895723999722400562010-12-22T08:24:09.513+05:302010-12-22T08:24:09.513+05:30सर क्षेत्र में कोई भी पीड़ा बहुत व्यथित करता है। द...सर क्षेत्र में कोई भी पीड़ा बहुत व्यथित करता है। दर्दनिवारक दवायें खाकर काम में लगे रहें, शारीरिक व्यवस्था धीरे धीरे आ जायेगी।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-47884539636613040212010-12-22T00:46:35.817+05:302010-12-22T00:46:35.817+05:30तकरीबन दो महीना पहले हम भी लैपटाप पर काम करते करते...तकरीबन दो महीना पहले हम भी लैपटाप पर काम करते करते सिर रखकर सो गये थे। सुबह उठे तो गर्दन किसी भी दिशा में नहीं मुड रही थी।<br /><br />दो दिन दर्दनिवारक गोलियों के सहारे रहे, दिन में ठीक रहता था लेकिन रात को दर्द असहनीय हो जाता था। हमारे धावक समूह में एक डाक्टर हैं, उनके क्लीनिक पर गये और उन्होनें कई कसरतें करवाईं। मेरे हिसाब से जिस चीज ने असल में आराम दिया वो इलेक्ट्रिक शाक वाली मशीन थी।<br /><br />उन्होने २-२ इलेक्ट्रोड गर्दन के दांयी और बांयी तरफ़ फ़ंसाये और तकरीबन ३० मिनट तक १० सेकेंड्स विद्युत का झटका, फ़िर १० सेकेंड्स आराम का लूप दोहराया । उन्होने कहा कि इससे मांसपेशियां जो जकड गयी हैं शिथिल हो जायेंगी। लेकिन पहले १ घंटे तक दर्द बढेगा फ़िर कम हो जायेगा। एक घंटा दर्द से बेहाल रहे फ़िर दर्दनिवारक गोली लेकर सो गये। ३ घंटे बाद उठे तो जैसे जादू हो गया हो, गर्दन एकदम दुरूस्त.<br /><br />१-२ दिन तो आपको दर्द सहना ही पडेगा।Neeraj Rohillahttps://www.blogger.com/profile/09102995063546810043noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-87938858411166083662010-12-22T00:37:46.527+05:302010-12-22T00:37:46.527+05:30दिनेश जी यह गर्दन का दर्द होने का एक ओर भी कारण हे...दिनेश जी यह गर्दन का दर्द होने का एक ओर भी कारण हे, हम कई बार कार चलाते समय खिडकी का शीशा नीचे कर देते हे, बस इस से भी दर्द बढ जाता हे जो करीब दस दिन रहता हे, इस लिये कभी भी शीशा नीचे कर के कार मत चलाये, या आमने सामने की खिडकीयां ( घर की ) खोल कर उन के सामने ना बेठे, ऎसा दर्द मुझे पहले बहुत होता था, फ़िर यहां डा० ने बताया कारण, ओर अब मै साबधान रहता हुं, ओर अब कई सालो से आराम हे, दो सप्ताह पहले छोटे बेटे के दर्द हुआ, तो कारण यही था, उसे दस दिन लगे अराम आने मे, इस की एक कसरत भी हे, वो ऎसे जेसे गरदन को बिलकुल ढीला छोड दो बिलकुल ढीला ओर फ़िर सिर को आरम से चारो ओर घुमाओ याद रहे गर्दन बिलकुल ढीली हो (जेसे टुटी हुयी हो) इस से दर्द मै बहुत आराम मिलता हे ओर रोजाना बिना गोली के आप अपना काम कर सकते हे, यानि दर्द आधे से भी कम.राज भाटिय़ाhttps://www.blogger.com/profile/10550068457332160511noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-12407932746789739092010-12-21T23:47:31.875+05:302010-12-21T23:47:31.875+05:30आपकी गर्दन का दर्द जल्द ठीक हो..आपकी गर्दन का दर्द जल्द ठीक हो..भारतीय नागरिक - Indian Citizenhttps://www.blogger.com/profile/07029593617561774841noreply@blogger.com