tag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post724666563672925559..comments2024-03-19T10:02:48.954+05:30Comments on अनवरत: मैं नास्तिक क्यों हूँ? : भगतसिंह - Why I Am An Atheist? का हिन्दी अनुवाद दिनेशराय द्विवेदीhttp://www.blogger.com/profile/00350808140545937113noreply@blogger.comBlogger4125tag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-2020304030391849382012-12-09T16:46:41.947+05:302012-12-09T16:46:41.947+05:30@ मैं और मेरा परिवेश
यदि भगतसिंह ने आध्यात्मिक रा...@ मैं और मेरा परिवेश <br />यदि भगतसिंह ने आध्यात्मिक राह पकड़ी होती तो वे वह नहीं होते जो आज हैं। <br />इस के बजाय यह कह सकते हैं कि विवेकानन्द यदि लंबी उम्र जीते तो वे भगतसिंह की राह पकड़ लेते।दिनेशराय द्विवेदीhttps://www.blogger.com/profile/00350808140545937113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-67060529190959410622012-12-09T14:21:24.766+05:302012-12-09T14:21:24.766+05:30 इसे पढ़ने के बाद लगता है कि अगर भगत सिंह ने आध्या... इसे पढ़ने के बाद लगता है कि अगर भगत सिंह ने आध्यात्मिक राह पकड़ी होती तो विवेकानंद की तरह ही इस क्षेत्र में भी पूजे गए होते।sourabh sharmahttps://www.blogger.com/profile/11437187263808603551noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-20240258521100317042012-10-08T10:05:39.808+05:302012-10-08T10:05:39.808+05:30इतनी देर बैठना मना है लेकिन आलेख इतना अच्छा लगा कि...इतनी देर बैठना मना है लेकिन आलेख इतना अच्छा लगा कि पूरा पढा। वाकई एक एक बात सच है। निर्मला कपिलाhttps://www.blogger.com/profile/11155122415530356473noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-39188339999328839412012-09-28T07:46:12.804+05:302012-09-28T07:46:12.804+05:30अभी केवल लिंक खोल कर देखी है। आलेख पढा नहीं है। जल...अभी केवल लिंक खोल कर देखी है। आलेख पढा नहीं है। जल्दी में हूँ। आलोट जाना है। <br /><br />इस आलेख की आवश्यकता थी मुझे। उपलब्ध कराने के लिए अन्तर्मन से आभार।विष्णु बैरागीhttps://www.blogger.com/profile/07004437238267266555noreply@blogger.com