tag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post7212050106631027054..comments2024-03-19T10:02:48.954+05:30Comments on अनवरत: शिवराम जी के बाद, उन के घर .....दिनेशराय द्विवेदीhttp://www.blogger.com/profile/00350808140545937113noreply@blogger.comBlogger7125tag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-18438982864744163412010-10-14T10:48:53.930+05:302010-10-14T10:48:53.930+05:30शरद कोकास जी से सहमत हूं !शरद कोकास जी से सहमत हूं !उम्मतेंhttps://www.blogger.com/profile/11664798385096309812noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-57843265204152607402010-10-10T22:43:21.929+05:302010-10-10T22:43:21.929+05:30दिवेदी जी इंसान तो चला जाता हे ओर हम भी धीरे धीरे ...दिवेदी जी इंसान तो चला जाता हे ओर हम भी धीरे धीरे समान्य होने लगते हे, लेकिन उन की यादे, उन की कमी बार बार खलती हे....भगवान उन्हे शांति दे ओर आप सब को ओर उन के परिवार को होसल्ला दे.राज भाटिय़ाhttps://www.blogger.com/profile/10550068457332160511noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-73959296263506927242010-10-10T18:50:53.370+05:302010-10-10T18:50:53.370+05:30दिवेदी जी उनका स्थान तो कोई नही भर सकता बस वक्त ही...दिवेदी जी उनका स्थान तो कोई नही भर सकता बस वक्त ही भरेगा। मगर किसी को जरूर उनके अधूरे काम पूरे करने होंगे। साहस रख्गिये। शुभकामनायें।निर्मला कपिलाhttps://www.blogger.com/profile/11155122415530356473noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-12125580235803178622010-10-10T18:21:35.897+05:302010-10-10T18:21:35.897+05:30सामाजिक निर्वात उत्पन्न हो जायेगा।सामाजिक निर्वात उत्पन्न हो जायेगा।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-4509947862623725532010-10-10T16:01:00.143+05:302010-10-10T16:01:00.143+05:30ईश्वर का अस्तित्व नकारनेवाले शिवरामजी को आर्य सम...ईश्वर का अस्तित्व नकारनेवाले शिवरामजी को आर्य समाजवाले अपना माने हैं। यह शिवरामजी के व्यक्तित्व और चरित्र का अनूठा पहलू है। दूसरों की आस्थाओं को आहत किए बिना आदमी अपनी आस्थाओं पर कैसे अडिग रह सकता है, यह उसका सुन्दर उदाहरण है।विष्णु बैरागीhttps://www.blogger.com/profile/07004437238267266555noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-31326720913073344942010-10-09T22:32:43.034+05:302010-10-09T22:32:43.034+05:30यह तो सचमुच अद्भुत और आश्चर्यजनक है कि शिवराम जी क...यह तो सचमुच अद्भुत और आश्चर्यजनक है कि शिवराम जी को एक ऐसी संस्था श्रद्धांजलि दे रही है जिसके आंतरिक कार्यों के लिये शिवराम जी का शायद ही कभी सहयोगात्मक रवैया रहा हो । यह इस बात का द्योतक है कि वे मनुष्य और समाज के सम्बन्धों की पड़ताल कर चुके थे और धर्म जाति जैसी मान्यताओं से ऊपर उठकर एक सम्पूर्ण परिप्रेक्ष्य मे इस समाज का हित करने मे जुटे हुए थे । आर्य समाज संस्था का यह पर्चा यही साबित करता है ।<br />आप की मनस्थिति हम समझ सकते है , लेकिन शिवराम जी के साथी होने के कारण अब आपके कन्धों पर भी एक महती ज़िमेदारी है ।शरद कोकासhttps://www.blogger.com/profile/09435360513561915427noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-49926838385876771132010-10-09T20:06:19.536+05:302010-10-09T20:06:19.536+05:30समय सब घावों को भर देता है ....धीरे धीरे सब पटरी प...समय सब घावों को भर देता है ....धीरे धीरे सब पटरी पर आ जायेगा -हाँ उनका शून्य थोड़े ही भरेगाArvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.com