tag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post6365405269712516519..comments2024-03-19T10:02:48.954+05:30Comments on अनवरत: अनियमितता के लिए .......दिनेशराय द्विवेदीhttp://www.blogger.com/profile/00350808140545937113noreply@blogger.comBlogger14125tag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-26548492271814610652010-11-29T09:29:33.945+05:302010-11-29T09:29:33.945+05:30धन्यवाद भाई जी ,
यह पोस्ट उदाहरण देने योग्य है और ...<strong>धन्यवाद भाई जी ,<br />यह पोस्ट उदाहरण देने योग्य है और आपके लेखन पर मुझे कोई आश्चर्य नहीं ! आपकी कलम को सादर प्रणाम !</strong>Satish Saxena https://www.blogger.com/profile/03993727586056700899noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-67252799384346456022010-11-01T21:20:06.735+05:302010-11-01T21:20:06.735+05:30ये सिलसिला अनवरत चलता रहे इसके लिये शुभकामनायें दी...ये सिलसिला अनवरत चलता रहे इसके लिये शुभकामनायें दीपावली की भी अग्रिम शुभकामनाये।निर्मला कपिलाhttps://www.blogger.com/profile/11155122415530356473noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-44992719618598047742010-11-01T21:19:49.824+05:302010-11-01T21:19:49.824+05:30ये सिलसिला अनवरत चलता रहे इसके लिये शुभकामनायें दी...ये सिलसिला अनवरत चलता रहे इसके लिये शुभकामनायें दीपावली की भी अग्रिम शुभकामनाये।निर्मला कपिलाhttps://www.blogger.com/profile/11155122415530356473noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-14170799544681783412010-10-30T08:31:45.087+05:302010-10-30T08:31:45.087+05:30मालवी की (और शायद राजस्थानी की भी) कहावत है (और क...मालवी की (और शायद राजस्थानी की भी) कहावत है (और कोई समझे न समझे, आप तो समण् ही जाऍंगे) - <br />'जब तक जीवणा, तब तक सिवणा।' जितना बने, जैसा बने - करने की कोशिश करते रहिएगा। <br />लोगों की चिन्ता मत कीजिए। आप तो जानते ही है ' लोगों का काम है कहना।<br />अनवरत को फिर से देख/पढ कर अच्छा लगा।विष्णु बैरागीhttps://www.blogger.com/profile/07004437238267266555noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-40449144618570679762010-10-30T08:31:28.626+05:302010-10-30T08:31:28.626+05:30मालवी की (और शायद राजस्थानी की भी) कहावत है (और क...मालवी की (और शायद राजस्थानी की भी) कहावत है (और कोई समझे न समझे, आप तो समण् ही जाऍंगे) - <br />'जब तक जीवणा, तब तक सिवणा।' जितना बने, जैसा बने - करने की कोशिश करते रहिएगा। <br />लोगों की चिन्ता मत कीजिए। आप तो जानते ही है ' लोगों का काम है कहना।<br />अनवरत को फिर से देख/पढ कर अच्छा लगा।विष्णु बैरागीhttps://www.blogger.com/profile/07004437238267266555noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-45206340805439658522010-10-30T00:32:30.941+05:302010-10-30T00:32:30.941+05:30उस्ताद जी ( असली पटियाले वाले ) ठीक ही कह रहे हैं ...उस्ताद जी ( असली पटियाले वाले ) ठीक ही कह रहे हैं :)उम्मतेंhttps://www.blogger.com/profile/11664798385096309812noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-17313137178178770912010-10-29T22:40:01.180+05:302010-10-29T22:40:01.180+05:3027/30
गजब का संप्रेषण है इस पोस्ट में।27/30 <br />गजब का संप्रेषण है इस पोस्ट में।उस्ताद जी (असली पटियाला वाले)https://www.blogger.com/profile/14588555460536903803noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-3524171663689798542010-10-29T21:35:21.508+05:302010-10-29T21:35:21.508+05:30आपने प्याऊ के उदाहरण से बहुत सटीक समझाया अपनी और प...आपने प्याऊ के उदाहरण से बहुत सटीक समझाया अपनी और पाठकों की मन वेदना को. आपकी प्याऊ अनवरत चलती रहेगी यही शुभकामना है.<br /><br />रामरामताऊ रामपुरियाhttps://www.blogger.com/profile/12308265397988399067noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-33775676713033336882010-10-29T20:41:09.096+05:302010-10-29T20:41:09.096+05:30‘जब भी कोई व्यक्ति सार्वजनिक मंच पर नियमित रूप से ...‘जब भी कोई व्यक्ति सार्वजनिक मंच पर नियमित रूप से अपनी उपस्थिति दर्ज कराता रहता है तो वह बहुत से लोगों के जीवन में शामिल होता है ’<br /><br />हां जी, हम भी आपके नियमित पाठक हैं :)चंद्रमौलेश्वर प्रसादhttps://www.blogger.com/profile/08384457680652627343noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-19151801905201194192010-10-29T14:50:44.229+05:302010-10-29T14:50:44.229+05:30निवास बनाने में और बदलने पूरे घर की गृहस्थी हिल जा...निवास बनाने में और बदलने पूरे घर की गृहस्थी हिल जाती है, आप फिर भी पोस्ट लिख पा रहे हैं, बहुत बड़ी बात है।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-11779181804823847882010-10-29T13:57:58.961+05:302010-10-29T13:57:58.961+05:30आप की हिम्मत हे जी इतने व्यस्त होने के वाजुद भी आप...आप की हिम्मत हे जी इतने व्यस्त होने के वाजुद भी आप समय निकाल रहे हे ब्लांग के लिये, मुझे एहसास हे आप की व्यस्तता का. धन्यवादराज भाटिय़ाhttps://www.blogger.com/profile/10550068457332160511noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-81899791785793673452010-10-29T11:32:38.314+05:302010-10-29T11:32:38.314+05:30सटीक उदहारण से समझा दिया है यदि अनुपस्थित हों तो ...सटीक उदहारण से समझा दिया है यदि अनुपस्थित हों तो सार्वजानिक तौर पर सूचना देना ज़रूरी है ...<br /><br />आप अनवरत रहें यही कामना है .संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-24101681577385446362010-10-29T10:57:11.012+05:302010-10-29T10:57:11.012+05:30मैं समझ सकता हूं…आप जब भी आयेंगे हम प्रतीक्षारत मि...मैं समझ सकता हूं…आप जब भी आयेंगे हम प्रतीक्षारत मिलेंगेAshok Kumar pandeyhttps://www.blogger.com/profile/12221654927695297650noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-643338682759219242010-10-29T10:51:19.617+05:302010-10-29T10:51:19.617+05:30अनवरत ही रहें, यही कामना है.अनवरत ही रहें, यही कामना है.भारतीय नागरिक - Indian Citizenhttps://www.blogger.com/profile/07029593617561774841noreply@blogger.com