tag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post4956066151451473409..comments2024-03-19T10:02:48.954+05:30Comments on अनवरत: अग्रवाल जी की भाव विह्वलता और साढू़ भाई का प्रेमदिनेशराय द्विवेदीhttp://www.blogger.com/profile/00350808140545937113noreply@blogger.comBlogger20125tag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-64514913708219013782011-05-08T06:50:19.557+05:302011-05-08T06:50:19.557+05:30कार्यक्रम में आपका सानिध्य बहुत अच्छा रहा |कार्यक्रम में आपका सानिध्य बहुत अच्छा रहा |Gyan Darpanhttps://www.blogger.com/profile/01835516927366814316noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-1335334707682926642011-05-07T20:19:10.457+05:302011-05-07T20:19:10.457+05:30बहुत सुंदर ओर रोचक लगा आंखॊ देखा विवरण, अच्छा रहा ...बहुत सुंदर ओर रोचक लगा आंखॊ देखा विवरण, अच्छा रहा मै इस मे शामिल नही हुआ... धन्यवादराज भाटिय़ाhttps://www.blogger.com/profile/10550068457332160511noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-71021302660833072562011-05-07T19:48:58.859+05:302011-05-07T19:48:58.859+05:30अच्छी धाराप्रवाहमान रपट. धन्यवाद.अच्छी धाराप्रवाहमान रपट. धन्यवाद.Kajal Kumar's Cartoons काजल कुमार के कार्टूनhttps://www.blogger.com/profile/12838561353574058176noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-56089471555391853732011-05-07T19:14:09.138+05:302011-05-07T19:14:09.138+05:30गुरुवर:-हिन्दी साहित्य निकेतन के सचिव डॉ. गिरिराज ...गुरुवर:-हिन्दी साहित्य निकेतन के सचिव डॉ. गिरिराज शरण अग्रवाल ने कार्यक्रम के अध्यक्ष अशोक चक्रधर को अपना छोटा भाई बताते हुए उन के योगदान की चर्चा की। उन्हों ने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री 'निशंक' की उपस्थिति में यह भी कहा कि निकेतन का विकास बिना किसी सरकारी सहायता के वे कर पाए हैं। उन के स्वर में सहायता न मिल पाने का दर्द अधिक था।<br /><br />सिरफिरा:-मैं तब ही पहुंचा था.<br /><br />गुरुवर:-अतिथि विमोचित पुस्तक/पत्रिका का अंतिम कवर पृष्ठ भी दर्शकाभिमुख कर देता और पड़ौसी अतिथि उसे ठोसा देकर उस का ध्यान आकर्षित करता.<br /><br />सिरफिरा:-यह उपरोक्त घटना हमारे कैमरे में कैद है<br /><br />गुरुवर:-रविन्द्र जी एक नाम पुकारते,फिर वह दर्शकों में से निकल कर मंच तक पहुँचता,अपना पुरस्कार लेता,तब तक अगले ब्लागर का नाम लिया जा रहा होता। कुछ ही देर बाद दर्शक यह पता करने में असमर्थ हो गए कि जो ब्लागर सम्मान ग्रहण कर रहा है,वह कौन है।<br /><br />सिरफिरा:-इस अफरा-तफरी में कार्टूनिस्ट श्री काजल कुमार का पुरस्कार आदरणीय श्रीमती निर्मला कपिला जी को दे दिया गया था. मैंने श्रीमती निर्मला कपिला जी को कहा भी था, मगर जल्दबाजी में मेरी बात शायद ठीक से सुन नहीं पाई थीं.फिर किसी सज्जन स्टेज से नीचे जाने पर उनको बताया था और जब दुबारा स्टेज पर आई थीं.तब मैंने बताया था कि-मैडम मैं "सिरफिरा" हूँ. जिसके ब्लॉग पर आप कभी-कभी टिप्पणी करती हैं.उपरोक्त घटना भी हमारे कैमरे में कैद है.<br /><br />गुरुवर:-मुझे मंच पर एक लंबा-सा दाढ़ी वाला नौजवान दिखा जो एक कैमरा स्टेंड पर अपना कैमरा टिकाए चित्र ले रहा था।मैं पहली बार उसे देख रहा था, फिर भी तुरंत ही पहचान गया। मैंने पास बैठे शाहनवाज को उसे दिखाकर पूछा-इसे पहचान रहे हो? वे कुछ देर विस्मय से उस नौजवान को देखते रहे,फिर कहा-कहीं यह "सिरफिरा" तो नहीं? मैंने बताया वही है,यह भी कहा कि-इससे समारोह के बाद मिलेंगे।<br /><br />सिरफिरा:-गुरुवर जी, ऐसा कैसे हो सकता था कि-आप अपने शिष्य को नहीं पहचानते?लेकिन मैंने कैमरा स्टेंड पर अपना कैमरा टिकाकर चित्र नहीं लिए थें. पहले स्टेज के नीचे से अच्छी लोकेशन के चित्र नहीं आने पर फिर स्टेज के ऊपर से लिए थें.हाँ,नाश्ता करने के बाद शुरू हुए कार्यक्रम की मैंने कैमरा स्टेंड पर अपना कैमरा टिकाकर रिकोटिंग(जो नाटक मंचित हुआ था उसको अपने ब्लॉग पर डालना चाहता हूँ,मगर यूटूब के माध्यम से डालनी नहीं आती हैं)व चित्र लिये थें.किसी प्रकार हुई गलती के लिए क्षमा प्रार्थी हूँ.<br /><br />गुरुवर:-यह अच्छा ही हुआ कि यह रमेश कुमार जैन उर्फ़ "सिरफिरा" से मिलने के पहले ही तय हो गया। पहले उन से मिल लिया होता तो शायद वे मुझे अपने घर ले जा चुके होते।<br /><br />सिरफिरा:-काश!ऐसा नहीं हुआ होता तो मुझे आपकी सेवा का अवसर प्राप्त हो जाता.मगर अफ़सोस!शायद वो रात और अगला दिन हमारे द्वारा आपकी सेवा के लिए नहीं लिखा था.गरीब की झोपड़ी को आपका बेसब्री से इन्तजार रहेगा. अगले अंक की प्रतीक्षा में और दर्शनाभिलाषी-आपका नाचीज़ शिष्य.<br /><br /><br /><br />क्या आप हिंदी से प्रेम करते हैं? तब एक बार जरुर आये. मैंने अपने अनुभवों के आधार <a href="http://rksirfiraa.blogspot.com/" rel="nofollow">आज सभी हिंदी ब्लॉगर भाई यह शपथ लें</a> हिंदी लिपि पर एक पोस्ट लिखी है.मुझे उम्मीद आप अपने सभी दोस्तों के साथ मेरे ब्लॉग एक बार जरुर आयेंगे.ऐसा मेरा विश्वास है.रमेश कुमार जैन उर्फ़ निर्भीकhttps://www.blogger.com/profile/01260635185874875616noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-68485904567303421572011-05-07T15:19:04.151+05:302011-05-07T15:19:04.151+05:30आपका आंखों देखा हाल रोचक लगा।आपका आंखों देखा हाल रोचक लगा।मनोज कुमारhttps://www.blogger.com/profile/08566976083330111264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-56731890486923520642011-05-07T12:29:33.541+05:302011-05-07T12:29:33.541+05:30साढ़ू भाईयों में पत्नी का प्रेम जुड़ जाता है कि बट...साढ़ू भाईयों में पत्नी का प्रेम जुड़ जाता है कि बट जाता है।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-6325086332219705602011-05-07T10:15:19.651+05:302011-05-07T10:15:19.651+05:30नमस्कार,
आपने तो पूरा आँखों देखा हाल सुना दिया सम्...नमस्कार,<br />आपने तो पूरा आँखों देखा हाल सुना दिया सम्मेलन का, अगली किश्त का इंतजार है अब तो।SANDEEP PANWARhttps://www.blogger.com/profile/06123246062111427832noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-16172486736601796232011-05-07T09:58:18.019+05:302011-05-07T09:58:18.019+05:30please enable buzz and share button on your blogplease enable buzz and share button on your blogरचनाhttps://www.blogger.com/profile/03821156352572929481noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-60463273448711551152011-05-07T09:57:27.104+05:302011-05-07T09:57:27.104+05:30रिपोर्ट का हर अंक पढ़ लिया । सच्ची रिपोर्टिंग । और ...रिपोर्ट का हर अंक पढ़ लिया । सच्ची रिपोर्टिंग । और हाँ सतीश जी हर मीट का हिस्सा होते हैं पर जब हर मीट के बाद वो मासूमियत से कहते हैं की उनको छिपे हुए मंतव्य पता नहीं थे तो उनकी मासूमियत पर रश्क होता हैं । एक प्रायोजित पार्टी रही हैं सब मीट जो भी अब तक हुई हैं । किसी भी मीट का ब्लोगर से कोई लेना देना नहीं हैं । इस मीट की विस्तृत रिपोर्ट देख कर सोनिया गाँधी या लालू यादव की मीटिंग के लिये जहां पंडाल में वोटरों को लाया जाता हैं और खाना"पीना " दिया जाता हैं की याद आगयी । और सबसे बढ़िया बात जो मीटिंग करवाते हैं वो अपने कार्य सिध्ह करते हैं और बाकी ब्लोगर पर अहसान करते हैं की हिंदी ब्लोगिंग को वो ऊपर उठा रहे हैं । यही हाल रहा तो जल्दी ही "ऊपर उठ " जाएगी हिंदी ब्लोगिंग ।<br />ऐसे लोगो का बहिष्कार करना चाहिये जो आम जनता से अभिव्यक्ति के वो माध्यम भी छीन कर अपना नाम उस पर लिखना चाहते हैं जो माध्यम गूगल ने फ्री दिया हैंरचनाhttps://www.blogger.com/profile/03821156352572929481noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-37630853807705885442011-05-07T08:03:30.206+05:302011-05-07T08:03:30.206+05:30बढ़िया रिपोर्ट लगी भाई जी !
अरुण चन्द्र राय के बा...बढ़िया रिपोर्ट लगी भाई जी ! <br />अरुण चन्द्र राय के बाद आपकी रिपोर्टिंग से कुछ नए तथ्य सामने आये हैं ! <br />अफ़सोस है कि इस प्रकार के आयोजनों में पारदर्शिता और मंतव्य अक्सर छिपे रहते हैं ! खैर, आप एक बेहतरीन रिपोर्टर है इसमें कोई संदेह नहीं ! हार्दिक शुभकामनायें !!Satish Saxena https://www.blogger.com/profile/03993727586056700899noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-73950423514888597002011-05-07T07:52:47.340+05:302011-05-07T07:52:47.340+05:30@Arvind Mishra
अरविंद जी,
आप्टे की संस्कृत शब्द क...@Arvind Mishra <br />अरविंद जी,<br />आप्टे की संस्कृत शब्द कोष से जाँचने पर आह्लाद को ही सही पाया। एक शब्द की वर्तनी और उच्चारण सही करवाने के लिए आप का आभार!दिनेशराय द्विवेदीhttps://www.blogger.com/profile/00350808140545937113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-13294322111497883112011-05-07T07:31:55.012+05:302011-05-07T07:31:55.012+05:30जबरदस्त रिपोर्ट -पढ़कर रोमांचित हुए बिना नहीं रहा ...जबरदस्त रिपोर्ट -पढ़कर रोमांचित हुए बिना नहीं रहा जा सकता -कार्यक्रम नहीं लेखन शैली पर ...<br />आल्हाद या आह्लाद ?Arvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-15273899828708758142011-05-07T07:11:56.407+05:302011-05-07T07:11:56.407+05:30vaah bhuli bisri yaadon ki jivant riporting bdhaai...vaah bhuli bisri yaadon ki jivant riporting bdhaai ho .akhtar khan akela kota rajsthanआपका अख्तर खान अकेलाhttps://www.blogger.com/profile/13961090452499115999noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-61800586203396839512011-05-07T06:46:39.500+05:302011-05-07T06:46:39.500+05:30जो इसमें पढ़ा , वो अन्य किसी दूसरी रिपोर्ट में नहीं...जो इसमें पढ़ा , वो अन्य किसी दूसरी रिपोर्ट में नहीं मिला ...जो लिखा है वह भी और नहीं लिखा मगर पढ़ा जा सकता है , वह भी !<br />रोचक प्रस्तुति !वाणी गीतhttps://www.blogger.com/profile/01846470925557893834noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-54342581615632409682011-05-07T05:50:06.464+05:302011-05-07T05:50:06.464+05:30पॉवर प्वाइंट भी गुप्त और विमोचन की पुस्तक भी ले...पॉवर प्वाइंट भी गुप्त और विमोचन की पुस्तक भी लेखक से गुप्त. रहस्य-रोमांच से भरपूर.Rahul Singhhttps://www.blogger.com/profile/16364670995288781667noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-72450605106292363872011-05-07T01:48:05.966+05:302011-05-07T01:48:05.966+05:30आनन्द दायी विस्तृत रिपोर्ट पढ़कर हर्षित हो लिए..आभ...आनन्द दायी विस्तृत रिपोर्ट पढ़कर हर्षित हो लिए..आभार आपका.Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-74831912278589723992011-05-07T00:54:11.487+05:302011-05-07T00:54:11.487+05:30पँडित जी, आप बहुत कुछ बिटविन दॅ लाइन्स कह रहे हैं,...<i> पँडित जी, आप बहुत कुछ बिटविन दॅ लाइन्स कह रहे हैं, <br />अभी निंदिया रहा हूँ, इस वृताँत को एक बार दुबारा पढूँगा</i>डा० अमर कुमारhttps://www.blogger.com/profile/09556018337158653778noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-73543265225514595812011-05-07T00:24:09.903+05:302011-05-07T00:24:09.903+05:30आपकी रिपोर्ट सहज प्रवाह में पढ़ते गए....ऐसा सजीव च...आपकी रिपोर्ट सहज प्रवाह में पढ़ते गए....ऐसा सजीव चित्रण कि लगा हम भी वहीं कहीं थे...मीनाक्षीhttps://www.blogger.com/profile/06278779055250811255noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-71477199915064341022011-05-07T00:24:09.152+05:302011-05-07T00:24:09.152+05:30आपकी रिपोर्ट सहज प्रवाह में पढ़ते गए....ऐसा सजीव च...आपकी रिपोर्ट सहज प्रवाह में पढ़ते गए....ऐसा सजीव चित्रण कि लगा हम भी वहीं कहीं थे...मीनाक्षीhttps://www.blogger.com/profile/06278779055250811255noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-38064623826839030532011-05-07T00:01:05.872+05:302011-05-07T00:01:05.872+05:30द्विवेदी जी अद्भुद रिपोर्ट... सच भी.. व्यंग्य भी.....द्विवेदी जी अद्भुद रिपोर्ट... सच भी.. व्यंग्य भी... और पंक्तियों के बीच छुपे हैं अर्थ भी... काश उन्हें भी समझ पाते हम... निशंक जी तो आने वाले स्कूली छुट्टियों में उत्तराँचल के पर्यटन का प्रस्तुतीकरण दे रहे थे.. वास्तव में उन्हें नहीं पता था कि यह एक ब्लोगर सम्मलेन है... इसी से जाहिर होता है कितना गैप था आयोजक और प्रायोजक के बीच... अगले अंक की प्रतीक्षा में..अरुण चन्द्र रॉयhttps://www.blogger.com/profile/01508172003645967041noreply@blogger.com