tag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post4650374352686906101..comments2024-03-19T10:02:48.954+05:30Comments on अनवरत: माध्यम पत्रकार भाषा के प्रति जिम्मेदारी का निर्वाह नहीं कर रहे हैंदिनेशराय द्विवेदीhttp://www.blogger.com/profile/00350808140545937113noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-12281934948287746822012-10-11T11:50:28.553+05:302012-10-11T11:50:28.553+05:30असीम का केस भाषा से ज़्यादा अभिव्यक्ति की स्वतन्त्र...असीम का केस भाषा से ज़्यादा अभिव्यक्ति की स्वतन्त्रता का है। हाँ, यह ज़रूरी है कि पत्रकारों और मीडिया को अपनी ज़िम्मेदारी समझनी चाहिए। Media के लिए माध्यम शब्द का प्रयोग कुछ अटपटा लगा।Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-77616112853394550672012-09-12T11:20:31.800+05:302012-09-12T11:20:31.800+05:30मीडिया भी कई बार आम आदमी की चलताऊ भाषा का ही प्रयो...मीडिया भी कई बार आम आदमी की चलताऊ भाषा का ही प्रयोग करता है।एक बात मैं कई दिन पहले से आपसे पूछना चाहता था कि 'आरोपी ' और 'अभियुक्त' शब्द का न्यायिक शब्दावली में क्या अर्थ होता है और इनमें क्या अंतर है।यदि पुलिस किसी केस की छानबीन के दौरान शक के आधार पर पूछताछ करती है तो समचार पत्रो मे 'आरोपी से पूछताछ की गई' लिखना सही है जबकि उस पर आरोप साबित नहीं हुआ?कई बार जिससे प्रारम्भिक पूछताछ की जा रही हो उसे ही अभियुक्त भी लिख दिया जाता है।और यदि यह सही है तो फिर न्यायालय द्वारा 'आरोप तय करना' या 'आरोपी बनाया जाना' का क्या मतलब होता है? <br />उम्मीद है आप मेरा सवाल समझ गये होंगे।यदि समय हो तो कृप्या इसका जवाब दें।धन्यवाद। राजनhttps://www.blogger.com/profile/05766746760112251243noreply@blogger.com