tag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post2961650840758395098..comments2024-03-19T10:02:48.954+05:30Comments on अनवरत: अब हुई छुट्टियाँ शुरूदिनेशराय द्विवेदीhttp://www.blogger.com/profile/00350808140545937113noreply@blogger.comBlogger12125tag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-8963703378036970792009-12-27T23:01:47.069+05:302009-12-27T23:01:47.069+05:30बड़ा टेढ़ा काम है वकालत का। मैं तो मोटी-मोटी किताब...बड़ा टेढ़ा काम है वकालत का। मैं तो मोटी-मोटी किताबें देखकर ही घबरा जाता हूँ।सिद्धार्थ शंकर त्रिपाठीhttps://www.blogger.com/profile/04825484506335597800noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-6285666916462695582009-12-27T22:10:57.527+05:302009-12-27T22:10:57.527+05:30आप मजे कर रहे हैं वह तो ठीक है मगर ये लोटपोट के बा...आप मजे कर रहे हैं वह तो ठीक है मगर ये लोटपोट के बारे में डिटेल से जानना है.. ये वही बच्चों वाली किताब तो नहीं?? अगर हां तो ये कहां मिलती है?? :)PDhttps://www.blogger.com/profile/17633631138207427889noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-31940880902643637762009-12-27T19:53:36.173+05:302009-12-27T19:53:36.173+05:30अगले जनम मोहे कीजौ वकील! :)अगले जनम मोहे कीजौ वकील! :)Gyan Dutt Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/05293412290435900116noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-25338754497240482162009-12-27T12:39:57.421+05:302009-12-27T12:39:57.421+05:30वकालत व्यवसाय है ...लत नहीं...सो छुट्टी मुमकिन है....वकालत व्यवसाय है ...लत नहीं...सो छुट्टी मुमकिन है...पर ब्लागिंग लत है...व्यवसाय नहीं...कभी छुट्टी लेकर बताइये !<br />हाहाहा !उम्मतेंhttps://www.blogger.com/profile/11664798385096309812noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-87103317596221478572009-12-27T11:19:22.780+05:302009-12-27T11:19:22.780+05:30छुट्टियों के लिये बधाई और क्रिसमस की रामराम.
रामर...छुट्टियों के लिये बधाई और क्रिसमस की रामराम.<br /><br />रामराम.ताऊ रामपुरियाhttps://www.blogger.com/profile/12308265397988399067noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-62381903443492432162009-12-27T08:12:18.126+05:302009-12-27T08:12:18.126+05:30'वकीलों की कमाई इस बीच लगभग शून्य या उस से क...'वकीलों की कमाई इस बीच लगभग शून्य या उस से कम ही रही है।' <br /><br />कमाई शून्य से कम याने घर में घाटा, याने गांठ की पूँजी लगाना। मुनाफे में नुकसान भी घाटा ही होता है।<br />सो, वकीलों ने इस बार यह सब सहा।<br />छुट्टियों में यह सब भूल कर आनन्द लीजिएगा।विष्णु बैरागीhttps://www.blogger.com/profile/07004437238267266555noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-59849428064266774592009-12-27T07:11:07.452+05:302009-12-27T07:11:07.452+05:30वकीलों की कमाई इस बीच लगभग शून्य या उस से कम ही ...वकीलों की कमाई इस बीच लगभग शून्य या उस से कम ही रही है। <br />ओह !Arvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-75015183428400631942009-12-27T04:14:36.767+05:302009-12-27T04:14:36.767+05:30बड़े दिन और छुट्टियों की हार्दिक शुभकामनाएं!बड़े दिन और छुट्टियों की हार्दिक शुभकामनाएं!Smart Indianhttps://www.blogger.com/profile/11400222466406727149noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-23000374683798504972009-12-27T01:54:20.632+05:302009-12-27T01:54:20.632+05:30ये बढ़िया रहा कि अब असल छुट्टिया मना रहे हैं. शुभका...ये बढ़िया रहा कि अब असल छुट्टिया मना रहे हैं. शुभकामनाएँ.Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-9553008170992890522009-12-27T00:05:55.919+05:302009-12-27T00:05:55.919+05:30आप को छुट्टियो की ओर यात्रा की शुभकामनाये, बिटिया...आप को छुट्टियो की ओर यात्रा की शुभकामनाये, बिटिया को हमारा प्यारराज भाटिय़ाhttps://www.blogger.com/profile/10550068457332160511noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-88538910716377930202009-12-26T23:13:22.642+05:302009-12-26T23:13:22.642+05:30आशा करनी चाहिये कि छुट्टियां जनवरी में समाप्त हो ह...आशा करनी चाहिये कि छुट्टियां जनवरी में समाप्त हो ही जाएंगी.Kajal Kumar's Cartoons काजल कुमार के कार्टूनhttps://www.blogger.com/profile/12838561353574058176noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-82067033880201986532009-12-26T22:55:37.824+05:302009-12-26T22:55:37.824+05:30बाहर के लोग इस बात को ठीक से समझ नही पाते इस वजह ऐ...बाहर के लोग इस बात को ठीक से समझ नही पाते इस वजह ऐसे बात चर्चा में आ जाती है..रही बात हड़ताल की तो यह सरकार और वकीलों के बीच की बात है जिसे सुलझाने में सब को एक जुट हो कर आगे आने चाहिए....बढ़िया प्रसंग..विनोद कुमार पांडेयhttps://www.blogger.com/profile/17755015886999311114noreply@blogger.com