tag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post1534030240304052336..comments2024-03-19T10:02:48.954+05:30Comments on अनवरत: इंतजार खत्म !! किताब हाज़िर है ........................ "शब्दों का सफ़र"दिनेशराय द्विवेदीhttp://www.blogger.com/profile/00350808140545937113noreply@blogger.comBlogger16125tag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-60285906339792772492010-12-19T21:30:13.903+05:302010-12-19T21:30:13.903+05:30ब्लाग जगत के लिए यह गर्व और महत्व की घटना है। मु...ब्लाग जगत के लिए यह गर्व और महत्व की घटना है। मुझे अच्छा लग रहा है यह कहते हुए कि अजित भाई को बधाई देनेवालों की पहली किश्त में मैं शामिल था।विष्णु बैरागीhttps://www.blogger.com/profile/07004437238267266555noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-13901655553293408862010-12-19T00:40:00.168+05:302010-12-19T00:40:00.168+05:30अजित को बहुत बहुत बधाईअजित को बहुत बहुत बधाईएस एम् मासूमhttps://www.blogger.com/profile/02575970491265356952noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-68425448248412218462010-12-17T21:59:35.872+05:302010-12-17T21:59:35.872+05:30Ajit bhai, " Shabdon ka safar " aa gayee...Ajit bhai, " Shabdon ka safar " aa gayee - Behad khushee huee hai ye jaanker --- Heartiest congratulations & All good wishes <br />with warmest regards & Blessings for future success <br />- an ardent admirer of your diligent work,<br />- Lavanya shah <br />Cincinnati, OHIO U.S.A.<br /><br /> Also thank you Dinesh bhai ji .........लावण्यम्` ~ अन्तर्मन्`https://www.blogger.com/profile/15843792169513153049noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-39823269714579537932010-12-17T21:48:12.295+05:302010-12-17T21:48:12.295+05:30अजित भाई को इस पुस्तक के लिये बधाई । यहाँ राजकमल प...अजित भाई को इस पुस्तक के लिये बधाई । यहाँ राजकमल प्रकाशन की वेबसाइट का पता भी दे दीजिये ताकि लोग सीधे इस पुस्तक को मंगा सकें ।शरद कोकासhttps://www.blogger.com/profile/09435360513561915427noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-38863507218361539732010-12-17T21:35:04.170+05:302010-12-17T21:35:04.170+05:30अजित जी की मेहनत रंग लाई। बधाई भाई॥अजित जी की मेहनत रंग लाई। बधाई भाई॥चंद्रमौलेश्वर प्रसादhttps://www.blogger.com/profile/08384457680652627343noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-43514267768722839082010-12-17T13:50:56.106+05:302010-12-17T13:50:56.106+05:30ANANDAM-ANANDAM.......
PAHLE MISHRJI PHIR WADNEKA...ANANDAM-ANANDAM.......<br /><br />PAHLE MISHRJI PHIR WADNEKARJI.....<br />SAYAD JALD HI RAO SAHEB BHI HONGE<br />KATAR ME......<br /><br />PRANAM.सञ्जय झाhttps://www.blogger.com/profile/08104105712932320719noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-78682461557001457432010-12-17T11:42:45.563+05:302010-12-17T11:42:45.563+05:30यहाँ आप सही हैं, श्रृंखला ही सही है।यहाँ आप सही हैं, श्रृंखला ही सही है।दिनेशराय द्विवेदीhttps://www.blogger.com/profile/00350808140545937113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-83252587679473660122010-12-17T11:30:47.904+05:302010-12-17T11:30:47.904+05:302.....और श्रंखला ? मेरे विचार से इसे श्रृंखला होना...2.....और श्रंखला ? मेरे विचार से इसे श्रृंखला होना चाहिए ... वारापार का प्रयोग पहली बार देखा है!Arvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-9719559906634644772010-12-17T10:36:25.001+05:302010-12-17T10:36:25.001+05:30अजित को बहुत बहुत बधाई.अजित को बहुत बहुत बधाई.Kajal Kumar's Cartoons काजल कुमार के कार्टूनhttps://www.blogger.com/profile/12838561353574058176noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-60093416398550018182010-12-17T10:32:09.182+05:302010-12-17T10:32:09.182+05:30धन्यवाद इस जानकारी के लिये। अजित जी को बहुत बहुत ब...धन्यवाद इस जानकारी के लिये। अजित जी को बहुत बहुत बधाई इस पुस्तक के प्रकाशन के लिये।निर्मला कपिलाhttps://www.blogger.com/profile/11155122415530356473noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-8971144794803304292010-12-17T10:06:39.839+05:302010-12-17T10:06:39.839+05:30अरे वाह! अजित को बहुत बधाई!अरे वाह! अजित को बहुत बधाई!Gyan Dutt Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/05293412290435900116noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-82442019398992267192010-12-17T09:12:14.934+05:302010-12-17T09:12:14.934+05:30अरविंद जी,
सादर नमस्ते! मैं अनियमित नहीं था, केवल ...अरविंद जी,<br />सादर नमस्ते! मैं अनियमित नहीं था, केवल अवकाश पर था, लौट आया हूँ। <br />मेरे संज्ञान में वारापार शब्द का उपयोग मैं ने सही किया है। मेरे ज्ञान से वारापार का अर्थ है अंतिम या चरम सीमा। जब कि पारावार का अर्थ केवल सीमाएँ है। दोनों ही शब्द प्रचलन में हैं लेकिन प्रयोग के समय दुविधा पैदा करते हैं। शब्द श्रंखला ही सही है, श्रखला नहीं। जंघशीर्ष तो बनाया हुआ शब्द है। लेपटॉप को जंघशीर्ष कहने में जरा आनंद मिलता है। <br />तीन सप्ताह से पत्नी शोभा घर में नहीं थी, एक सप्ताह मैं भी बाहर रहा। वापस लौटने पर बेशुमार गर्द साफ करनी पड़ी, फिर अपना काम संभालना, उधर गृहनिर्माण कार्य भी चल रहा है। आप का यह कहना कुछ तो सही है कि मैं इन दिनों लस्त-पस्त हूँ।दिनेशराय द्विवेदीhttps://www.blogger.com/profile/00350808140545937113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-11363412595671601702010-12-17T08:38:30.341+05:302010-12-17T08:38:30.341+05:30शब्दों का सफ़र और वारापार ? (सही शब्द मेरी जानकारी...शब्दों का सफ़र और वारापार ? (सही शब्द मेरी जानकारी में पारावार है !)<br />पहले तो मैंने सोचा कि आप नियमित होने को आये ..झट से पेज खोला -<br />इस किताब का इंतज़ार पहले से ही था ...लेखक और प्रकाशक को बधाई ! .<br />श्रंखला = श्रृखला ,जन्घशीर्ष ? (यह शब्द पहले नहीं सुना,इसी किताब से है अथवा क्या यह स्वगठित/निर्मित है ? )<br />पुस्तक मेला उपलब्ध है -यह कैसा वाक्य प्रयोग ?<br />लगता है इन दिनों काफी वस्त पस्त से हैं ? अन्यथा शब्द (ब्रह्म ) से जुडी इस पोस्ट पर यह सब ?<br />कृपया सम्पादन करें !Arvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-7841929315223574382010-12-17T07:54:34.813+05:302010-12-17T07:54:34.813+05:30जानकारी के लिए आभार
एंजिल से मुलाकात<i><b> <br />जानकारी के लिए आभार <br /><br /><a href="http://lalitdotcom.blogspot.com/2010/12/blog-post_17.html" rel="nofollow">एंजिल से मुलाकात<br /></a> </b></i>ब्लॉ.ललित शर्माhttps://www.blogger.com/profile/09784276654633707541noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-32962144226639379002010-12-17T07:31:06.381+05:302010-12-17T07:31:06.381+05:30अब तो एक स्थान पर ही मिल जायेगी सारी जानकारी, शब्द...अब तो एक स्थान पर ही मिल जायेगी सारी जानकारी, शब्दों की।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-88177082479520300212010-12-17T01:20:19.594+05:302010-12-17T01:20:19.594+05:30हम तो आप की किताब ही मांग कर पढ लेगे, धन्यवाद इस स...हम तो आप की किताब ही मांग कर पढ लेगे, धन्यवाद इस सुंदर जानकारि के लियेराज भाटिय़ाhttps://www.blogger.com/profile/10550068457332160511noreply@blogger.com