tag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post8361859230910232436..comments2024-03-19T10:02:48.954+05:30Comments on अनवरत: गेम "कैसे बनें सफल व्यापारी"दिनेशराय द्विवेदीhttp://www.blogger.com/profile/00350808140545937113noreply@blogger.comBlogger9125tag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-20277216588586114862008-05-12T08:34:00.000+05:302008-05-12T08:34:00.000+05:30दिनेश जी,जी हाँ अपने चिट्ठे को ब्लॉगवाणी और चिट्ठा...दिनेश जी,<BR/><I>जी हाँ अपने चिट्ठे को ब्लॉगवाणी और चिट्ठाजगत या कुछ और एग्रीगेटरों पर दर्ज करा देना, उत्पादन को घर में डाल देना ही है। </I><BR/><BR/>आपका विचारोत्तेजक लेख आज ही पढ़ पाया।<BR/>यह कहना चाहूँगा कि हर संकलक पर पाठकगण खोज के जरिए भी आते हैं, उदाहरण के लिए <A HREF="http://chitthajagat.in" REL="nofollow">चिट्ठाजगत</A> पर x% लोग गूगल के जरिए आते हैं (x का परिमाण न बताने को मैं बाध्य हूँ गोपनीयता की वजह से), अतः संकलक पर दर्ज करने से आपके लेख को और अधिक विशाल पाठकसमूह ही मिलता है।<BR/><BR/>हाँ इतना अवश्य है कि लेखकों को केवल इन संकलकों पर निर्भर न रह कर प्रचार के अन्य माध्यमों का प्रयोग भी करना चाहिए।आलोकhttps://www.blogger.com/profile/03688535050126301425noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-74873446663923842312008-04-28T19:56:00.000+05:302008-04-28T19:56:00.000+05:30DINESH JI VAKAI AAP KAMAL KE HAI.DINESH JI <BR/> VAKAI AAP KAMAL KE HAI.UMESHhttps://www.blogger.com/profile/00964950766786247045noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-66077071103194510552008-04-27T00:51:00.000+05:302008-04-27T00:51:00.000+05:30दिनेश जी, मुझे भी यही लगता है कि बिना जायज़ रचनात्...दिनेश जी, मुझे भी यही लगता है कि बिना जायज़ रचनात्मक मकसद के मान्यता की उम्मीद इंसान को कहीं नहीं ले जाती।Neeraj Badhwarhttps://www.blogger.com/profile/15197054505521601188noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-32851013808587912712008-04-25T19:27:00.000+05:302008-04-25T19:27:00.000+05:30सारगर्भित लेखनसारगर्भित लेखनलोकेश Lokeshhttps://www.blogger.com/profile/12218007406634430572noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-20019441475712243642008-04-25T17:38:00.000+05:302008-04-25T17:38:00.000+05:30अच्छी जानकारी. मै भी कुछ करने की सोच रहा हूं. मदद ...अच्छी जानकारी. मै भी कुछ करने की सोच रहा हूं. मदद कीजिएगा.Manas Pathhttps://www.blogger.com/profile/17662104942306989873noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-82684063728810966732008-04-25T07:24:00.000+05:302008-04-25T07:24:00.000+05:30अच्छा विषय पकड़ा है और बहुत अच्छा लिख रहे हैं। यह स...अच्छा विषय पकड़ा है और बहुत अच्छा लिख रहे हैं। यह सोच दूरगामी है।Gyan Dutt Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/05293412290435900116noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-59494597210451715362008-04-25T04:12:00.000+05:302008-04-25T04:12:00.000+05:30गुरु प्रणाम!कई द्वारों पर दस्तक देने के बाद आप मिल...गुरु प्रणाम!<BR/>कई द्वारों पर दस्तक देने के बाद आप मिलें हैं जो कमाई का ज्ञान बाँट रहे हैं. मेरा तो अभी एडसेंस का खाता नहीं खुल पा रहा है.शायद मेरी ही किसी गलती की वजह से, मैं तो जिस घर भी जाता हूँ. एड को छेड़े बिना वापस नहीं आता. ग्राहक जब आयेंगे तब आयेंगे तब तक जो मिल जाए क्या बुराई है. इस विषय पर लिखते रहिएगा.samshad ahmadhttps://www.blogger.com/profile/13021803042729318559noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-771108523559112942008-04-25T01:44:00.000+05:302008-04-25T01:44:00.000+05:30दिनेश जी ,आप की बात सर माथे पर कमाई तो हमे हो रही ...दिनेश जी ,आप की बात सर माथे पर कमाई तो हमे हो रही हे,लेकिन सच मे असली कमाई, धन्यवाद एक अच्छे लेख के लियेराज भाटिय़ाhttps://www.blogger.com/profile/10550068457332160511noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-77105753916209545612008-04-25T01:38:00.000+05:302008-04-25T01:38:00.000+05:30सही कहा आपने। मैने एडसेंस नही लगाया है फिर भी ब्ला...सही कहा आपने। मैने एडसेंस नही लगाया है फिर भी ब्लाग से कमायी हो रही है। मैने पाया है कि भले ज्यादा लोग न आये पर जितने आये वे 'उपयोगी' हो। किसानो के लिये ब्लाग मे मैने लिखा है कि किसान इंटरनेट पर नही है इसलिये यह भविष्य़ के लिये उपयोगी होगा पर बहुत से नये किसान नेट पर है। इस ब्लाग से मुझे काम मिला और लगातार किसान परामर्श के लिये आ रहे है। शास्त्री जी की विषय आधारित ब्लाग ही कमायेंगे- यह बात सही जान पड रही है। आप ने सही कहा कि लोगो को कुछ मिलेगा तभी वे आयेंगे।Pankaj Oudhiahttps://www.blogger.com/profile/06607743834954038331noreply@blogger.com