tag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post7335608462382217592..comments2024-03-19T10:02:48.954+05:30Comments on अनवरत: छप्पन के बचपने का पहला दिन .....दिनेशराय द्विवेदीhttp://www.blogger.com/profile/00350808140545937113noreply@blogger.comBlogger13125tag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-9055027838750748382010-09-09T00:58:28.201+05:302010-09-09T00:58:28.201+05:30ओह बिजली वाले आपका कितना ख्याल रखते हैं :)
विलंबि...ओह बिजली वाले आपका कितना ख्याल रखते हैं :)<br /><br />विलंबित ही सही पर बधाई !उम्मतेंhttps://www.blogger.com/profile/11664798385096309812noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-40695956149493736972010-09-08T20:04:41.740+05:302010-09-08T20:04:41.740+05:30पचपन पार करने की बधाई! छप्पनवे वर्ष का पहला ही दिन...पचपन पार करने की बधाई! छप्पनवे वर्ष का पहला ही दिन जोरदार रहा। आशा है शेष पूरा वर्ष बिना किसी कष्ट के आराम से बीतेगा।<br />घुघूती बासूतीghughutibasutihttps://www.blogger.com/profile/06098260346298529829noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-75224192234287394992010-09-08T09:18:30.669+05:302010-09-08T09:18:30.669+05:30आपके निरंतर उत्तम स्वास्थय प्राप्ति की कमाना करते ...आपके निरंतर उत्तम स्वास्थय प्राप्ति की कमाना करते है !<br /><a href="http://kavyamanjusha.blogspot.com/" rel="nofollow">अक्सर रुखी रातों में </a>रानीविशालhttps://www.blogger.com/profile/15749142711338297531noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-28682452246182221182010-09-08T08:34:11.085+05:302010-09-08T08:34:11.085+05:30सार्थक लेखन के लिए बधाई
साधुवाद
लोहे की भैंस-नया ...<i><b>सार्थक लेखन के लिए बधाई</b></i><br /><i><b>साधुवाद</b></i><br /><br /><i><b><a href="http://lalitdotcom.blogspot.com/2010/09/blog-post_08.html" rel="nofollow">लोहे की भैंस-नया अविष्कार </a></b></i><br /><i><b><a href="http://blog4varta.blogspot.com/2010/09/4_08.html" rel="nofollow">आपकी पोस्ट ब्लॉग4वार्ता पर</a></b></i>ब्लॉ.ललित शर्माhttps://www.blogger.com/profile/09784276654633707541noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-29914604176794050712010-09-07T22:19:54.443+05:302010-09-07T22:19:54.443+05:30आपके दुर्घटनाग्रस्त होने की सूचना अच्छी नहीं लगी...आपके दुर्घटनाग्रस्त होने की सूचना अच्छी नहीं लगी। विश्वास है, अब तक आप पूर्ण स्वस्थ और सामान्य हो गए होंगे।<br />अपना ध्यान रखिएगा।विष्णु बैरागीhttps://www.blogger.com/profile/07004437238267266555noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-20535541355438862912010-09-07T08:08:24.943+05:302010-09-07T08:08:24.943+05:30इसे पढ़िये:
http://sadhviritu.blogspot.com/2010/09...इसे पढ़िये:<br /><br />http://sadhviritu.blogspot.com/2010/09/blog-post_06.htmlसाधवीhttps://www.blogger.com/profile/06549365039326445325noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-74290546141801817602010-09-07T00:15:54.881+05:302010-09-07T00:15:54.881+05:30बधाई स्वीकार करें। फिल्म "अब तक छप्पन" द...बधाई स्वीकार करें। फिल्म "अब तक छप्पन" देख आईए। और जोश पैदा होगा। छप्पन शब्द के दो विशिष्ट प्रयोगों की ओर भी ध्यानाकर्षण चाहूंगाः एक है-छप्पन भोग और दूसरा? जी हां,....छप्पन छुरी...शिक्षामित्रhttps://www.blogger.com/profile/15212660335550760085noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-72303504351949808072010-09-07T00:12:38.140+05:302010-09-07T00:12:38.140+05:30इस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.शिक्षामित्रhttps://www.blogger.com/profile/15212660335550760085noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-58395532384114775142010-09-06T22:15:08.231+05:302010-09-06T22:15:08.231+05:30हमें तो लगता है कि आपको ताऊ की बात पर कान देना चाह...हमें तो लगता है कि आपको ताऊ की बात पर कान देना चाहिये. सलाह मान लेना उचित लग रहा है.<br /><br /><br />वैसे शीघ्र स्वास्थय लाभ हो..मौसम और उम्र दोनों की ही वजह से चिन्ता सी लग जाती है. :)Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-38552371411574879832010-09-06T20:13:10.250+05:302010-09-06T20:13:10.250+05:30आपकी पूरी कारगुजारियां इत्मिनान से पढी. काहे घबरात...आपकी पूरी कारगुजारियां इत्मिनान से पढी. काहे घबराते हैं पचपन के बाद ही बचपन शुरु होता है. जी भर के आनंद लिजिये. और अगर इस बचपने का संपूर्ण परमानंद लेना चाहते हैं तो भाभी जी के हाथ में एक परमानेंट <b>मेड-इन-जर्मन</b> पकडा दिजिये. भवानी की कसम ऐसा बचपना चढेगा कि याद रहेगा.:)<br /><br />लाजवाब दैनिक वृतांत.<br /><br />रामराम.ताऊ रामपुरियाhttps://www.blogger.com/profile/12308265397988399067noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-79669653888109351612010-09-06T19:56:34.611+05:302010-09-06T19:56:34.611+05:30५६ वें पन के पहले दिन(बचपन के) के संस्मरण भी रोचक ...५६ वें पन के पहले दिन(बचपन के) के संस्मरण भी रोचक लगे .... आपका हर दिन शुभ और रोचक हो ...आभारसमयचक्रhttps://www.blogger.com/profile/05186719974225650425noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-55257933735366715482010-09-06T11:59:11.734+05:302010-09-06T11:59:11.734+05:30बचपन के लौट आने पर हार्दिक बधाई.बचपन के लौट आने पर हार्दिक बधाई.P.N. Subramanianhttps://www.blogger.com/profile/01420464521174227821noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-40211872624870525572010-09-06T09:48:50.614+05:302010-09-06T09:48:50.614+05:30चलो जी चोट वोट नहीं आई,
वैसे बचपने में चोट लगने का...चलो जी चोट वोट नहीं आई,<br />वैसे बचपने में चोट लगने का खतरा बढ जाता है।<br />हा हा हाब्लॉ.ललित शर्माhttps://www.blogger.com/profile/09784276654633707541noreply@blogger.com