tag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post6753390969803732473..comments2024-03-19T10:02:48.954+05:30Comments on अनवरत: निवेदन या आदेश ?दिनेशराय द्विवेदीhttp://www.blogger.com/profile/00350808140545937113noreply@blogger.comBlogger22125tag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-6822620652093309462010-04-06T02:01:31.625+05:302010-04-06T02:01:31.625+05:30पुलिस विभाग में शिष्टाचार सप्ताह चल रहा था। उस द...पुलिस विभाग में शिष्टाचार सप्ताह चल रहा था। उस दौरान पकडे गए एक अपराधी से दरोगाजी ने कहा - 'श्रीमानृ आप अपना अपराध कबूल करेंगे या मैं आपकी माताजी से रिश्ता कायम करूँ।'<br />कोटा के लजला कोषालय अधिकारी कार्यालय में भी ऐसा ही शिष्टाचार सप्ताह चल रहा दिखता है।विष्णु बैरागीhttps://www.blogger.com/profile/07004437238267266555noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-10193900117577601022010-04-05T00:29:45.929+05:302010-04-05T00:29:45.929+05:30द्विवेदी सर,
अंग्रेज़ बेशक चले गए लेकिन नौकरशाहों...द्विवेदी सर, <br />अंग्रेज़ बेशक चले गए लेकिन नौकरशाहों में अफसरी का अपना कीड़ा ज़रूर छोड़ गया...इसलिए जहां तहां ये पढ़ने को मिल जाता है...आदेशानुसार या बाई द आर्डर ऑफ...जिलाधिकारी, एसएसपी, एसडीएम...<br />एक बात और मुझे समझ नहीं आती कि ये जिलाधिकारियों को हर शहर में रहने के लिए महलों जैसे आलीशान मकान क्यों दिए जाते हैं...<br /><br />जय हिंद...Khushdeep Sehgalhttps://www.blogger.com/profile/14584664575155747243noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-49557592800383027532010-04-04T14:27:43.176+05:302010-04-04T14:27:43.176+05:30ये सरकारी हिन्दी है जिसे समझना बहुत मुश्किल है।ये सरकारी हिन्दी है जिसे समझना बहुत मुश्किल है।Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/09998235662017055457noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-25807976699356307082010-04-04T11:34:06.074+05:302010-04-04T11:34:06.074+05:30यह एक अधिकारी जिसे हिन्दी पढना और समझाना नहीं आता,...यह एक अधिकारी जिसे हिन्दी पढना और समझाना नहीं आता, का कथन है ! मगर आज अनवरत की यह पोस्ट देख मज़ा आ गया भाई जी ! लगता है आज बढ़िया मूड में हैं ....<br />.....हा....हा......हा.........हा...........Satish Saxena https://www.blogger.com/profile/03993727586056700899noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-91202691398944323252010-04-04T11:30:58.987+05:302010-04-04T11:30:58.987+05:30कोई इसे आराम से मान ले तो उसके लिए निवेदन और जो ना...कोई इसे आराम से मान ले तो उसके लिए निवेदन और जो ना माने उसके लिए सख्त आदेश , साथ में चेतावनी भी |Gyan Darpanhttps://www.blogger.com/profile/01835516927366814316noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-80369209977102745072010-04-04T10:45:24.664+05:302010-04-04T10:45:24.664+05:30Jab dhaak kam hone lage to aise aadeshon ka nikala...Jab dhaak kam hone lage to aise aadeshon ka nikala swabhawik ho jaata hai..... Shayad yahi parlakshit hota hai noticenum aadesh se...कविता रावत https://www.blogger.com/profile/17910538120058683581noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-76849586579058197432010-04-04T01:55:26.048+05:302010-04-04T01:55:26.048+05:30निवेदन के साथ मुफ्त में आदेश दिया गया है
मतलब - ...निवेदन के साथ मुफ्त में आदेश दिया गया है <br /><br />मतलब - एक बार कह रहे हैं माँन जाओ नहीं तो "ले डंडा दे डंडा ":)वीनस केसरीhttps://www.blogger.com/profile/08468768612776401428noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-16715824081652685762010-04-04T00:00:32.885+05:302010-04-04T00:00:32.885+05:30द्विवेदी जी, इसी तरह कुछ बोर्ड में ऐसा लिखा रहता ह...द्विवेदी जी, इसी तरह कुछ बोर्ड में ऐसा लिखा रहता है:-<br /><br /><b>"कृपया खुल्ले पैसे दे"</b>निशांत मिश्र - Nishant Mishrahttps://www.blogger.com/profile/08126146331802512127noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-40227386393166786072010-04-03T22:45:29.642+05:302010-04-03T22:45:29.642+05:30वाक्य अधूरा है वर्ना आपको जबाब ढूंढना नहीं पड़ता !...वाक्य अधूरा है वर्ना आपको जबाब ढूंढना नहीं पड़ता !उम्मतेंhttps://www.blogger.com/profile/11664798385096309812noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-65001140144986510102010-04-03T22:40:06.083+05:302010-04-03T22:40:06.083+05:30हिन्दी भाषा या भाषी - दोष किसका ?हिन्दी भाषा या भाषी - दोष किसका ?Arvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-35142551539786352032010-04-03T22:33:04.842+05:302010-04-03T22:33:04.842+05:30ऐसी कम तैसी.ऐसी कम तैसी.डॉ. मनोज मिश्रhttps://www.blogger.com/profile/07989374080125146202noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-73538733252630011362010-04-03T22:05:23.648+05:302010-04-03T22:05:23.648+05:30हिन्दी के गलत इस्तेमाल का नतीजा हो या अन्य कारण ले...हिन्दी के गलत इस्तेमाल का नतीजा हो या अन्य कारण लेकिन यह वास्तव में वर्तमान परिदृश्य को इंगित करता है। जहाँ जन-सेवक अपने आपको जनता के स्वामी मानने लगे है।Rakesh Shekhawathttps://www.blogger.com/profile/17830031877729972398noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-8050111467064446062010-04-03T21:33:01.347+05:302010-04-03T21:33:01.347+05:30क्या खूब अंदाज़ में आदेश निवेदित किया गया है...
मज़ा...क्या खूब अंदाज़ में आदेश निवेदित किया गया है...<br />मज़ा आया...रवि कुमार, रावतभाटाhttps://www.blogger.com/profile/10339245213219197980noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-324105854617560812010-04-03T21:04:39.962+05:302010-04-03T21:04:39.962+05:30Firm but politeFirm but politeप्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-29776669110420495832010-04-03T21:01:36.372+05:302010-04-03T21:01:36.372+05:30हा हा हा ! हिंदी की ऐसी की तैसी कर दी ।हा हा हा ! हिंदी की ऐसी की तैसी कर दी ।डॉ टी एस दरालhttps://www.blogger.com/profile/16674553361981740487noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-33136959262603386172010-04-03T18:58:19.529+05:302010-04-03T18:58:19.529+05:30इस आदेश में "कृपया" शब्द एक पे एक फ़्री ...इस आदेश में "कृपया" शब्द एक पे एक फ़्री वाली स्कीम का है.:)<br /><br />रामराम.ताऊ रामपुरियाhttps://www.blogger.com/profile/12308265397988399067noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-36907577248793991352010-04-03T17:32:11.581+05:302010-04-03T17:32:11.581+05:30कृपया मै भी अपने घर के आगे कार या मोटर साइकिल खदी ...कृपया मै भी अपने घर के आगे कार या मोटर साइकिल खदी करने बालो से परेशान हू कृपया आइन्दा ऐसा ना करे नही तो मै परेशान होकर खडी गाडी की हवा कृपया निकाल दुन्गा.Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/13199219119636372821noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-82998384913340924092010-04-03T17:16:09.733+05:302010-04-03T17:16:09.733+05:30अजय जी को यह मानना भी अखर रहा है कि लिखने का आदेश ...अजय जी को यह मानना भी अखर रहा है कि लिखने का आदेश देने वाला ग़लत लिख रहा है। इस अण्ड-बण्ड आदेश का एक इलाज हो सकता है आदेश के विशेषण के पूर्वार्ध को उनके पदनाम के उपसर्ग के रूप में लगा दिया जाए।Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-13797237944107038392010-04-03T17:13:02.166+05:302010-04-03T17:13:02.166+05:30यह हिन्दी प्रदेशों में हिन्दी की दुर्दशा को दिखाता...यह हिन्दी प्रदेशों में हिन्दी की दुर्दशा को दिखाता है और कुछ नहीं।गिरिजेश राव, Girijesh Raohttps://www.blogger.com/profile/16654262548719423445noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-76393275202471079712010-04-03T17:08:50.462+05:302010-04-03T17:08:50.462+05:30ओह ये तो शिष्ट्ता की पराकाष्ठा है सर ...जुर्माना भ...<i> <b> ओह ये तो शिष्ट्ता की पराकाष्ठा है सर ...जुर्माना भी जरूर ....जी ...और कृपया लगाकर ही किया जाने वाला होगा ..लगता है कृपया वाले ने पैसे एडवांस नहीं दिए होंगे तो ...पट्ठे ने कोषाधिकारी का और्डर उसी पर निपटा दिया होगा ...ये कह के एक शब्द.... कृपया ...मेरी तरफ़ से मुफ़्त है ... </b> </i><br /><a href="http://www.google.com/profiles/ajaykumarjha1973#about" rel="nofollow"> अजय कुमार झा </a>अजय कुमार झाhttps://www.blogger.com/profile/16451273945870935357noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-63008516521077169192010-04-03T17:07:31.330+05:302010-04-03T17:07:31.330+05:30यह है तो एक धमकी या आदेश लेकिन मुन्ना भाई के स्टाई...यह है तो एक धमकी या आदेश लेकिन मुन्ना भाई के स्टाईल मै जी, यानि गांधी गीरी, नही मानो तो दादा गीरीराज भाटिय़ाhttps://www.blogger.com/profile/10550068457332160511noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-49225534107718300782010-04-03T17:02:53.213+05:302010-04-03T17:02:53.213+05:30यह नोटिस पढ़ कर सच में ही यह पता नहीं चल रहा कि यह...यह नोटिस पढ़ कर सच में ही यह पता नहीं चल रहा कि यह आदेश है कि निवेदन .....Dr Parveen Choprahttps://www.blogger.com/profile/17556799444192593257noreply@blogger.com