tag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post6347740675299677581..comments2024-03-19T10:02:48.954+05:30Comments on अनवरत: बेटे-बेटी के घर आने का उत्सवदिनेशराय द्विवेदीhttp://www.blogger.com/profile/00350808140545937113noreply@blogger.comBlogger17125tag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-10821649042938548722010-08-18T21:11:00.087+05:302010-08-18T21:11:00.087+05:30अरे, वैभव तो पहचान में ही नहीं आ रहा है.. ये बिलकु...अरे, वैभव तो पहचान में ही नहीं आ रहा है.. ये बिलकुल नया फोटो है या कुछ साल पुराना? :)<br />इस IT सेक्टर में भी बहुत गोरखधंधा है.. मगर मेरा अनुभव अभी तक का तो यही रहा है कि अन्य जगहों से अधिक पारदर्शिता है यहाँ.. मुझे पता है कि बस एक बार उसे स्टार्टअप मिलने के बाद वह पीछे मुड़ कर नहीं देखेगा.. :)PDhttps://www.blogger.com/profile/17633631138207427889noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-89377393257213954442010-08-13T08:32:35.664+05:302010-08-13T08:32:35.664+05:30वैभव अपनी योग्यता के अनुरूप कोई अच्छा पद पायेंगे। ...वैभव अपनी योग्यता के अनुरूप कोई अच्छा पद पायेंगे। कभी कभी किसी बड़े परिणाम के आने के पहले छोटे छोटे विषयों में भी अव्यवस्था दिखायी पड़ती है।<br />परिवार के उत्सवीय परिवेश की ढेरों शुभकामनायें।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-70231115920894288682010-08-12T23:30:47.189+05:302010-08-12T23:30:47.189+05:30आज आप की पोस्ट पढ कर ओर बच्चो के बारे पढ कर अच्छा ...आज आप की पोस्ट पढ कर ओर बच्चो के बारे पढ कर अच्छा लगा, सच बात है जब बच्चे घर आते है तो एक उत्सव सा बन जाता है, मेरे बच्चे अभी तो घर पर ही है अगले साल युनिव्र्स्टी जायेगे कहां दाखिला मिलता है, अभी पता नही, फ़िर कोई कोर्स ओर ह्मारा दिल अभी से उदास हो जाता है. दोनो बच्चो को प्यार ओर बेटे को बोले हिम्मत रखे जरुर कही ना कही काम मिलेगा, अगर मेरी कोई मदद की जरुरत हो तो मेल कर दे. धन्यवादराज भाटिय़ाhttps://www.blogger.com/profile/10550068457332160511noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-86751648673300680912010-08-12T22:10:58.079+05:302010-08-12T22:10:58.079+05:30इस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-4403037221837812842010-08-12T22:09:17.639+05:302010-08-12T22:09:17.639+05:30यह तो वाकई में उत्सव का मौका है। अब रक्षाबंधन तक र...यह तो वाकई में उत्सव का मौका है। अब रक्षाबंधन तक रौनक बने रहेगी परिवार में।<br /><br />शुभकामनाएँAnonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-4393900524247512782010-08-12T22:02:21.291+05:302010-08-12T22:02:21.291+05:30अच्छा है, अब तो घर भरा-भरा रहेगा , कुछ दिन एंजोय क...अच्छा है, अब तो घर भरा-भरा रहेगा , कुछ दिन एंजोय करिए बच्चों के साथ ।Mithilesh dubeyhttps://www.blogger.com/profile/14946039933092627903noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-86981842558769463512010-08-12T20:36:25.374+05:302010-08-12T20:36:25.374+05:30कुछ दिन तो घर भरा रहेगा। बधाई।कुछ दिन तो घर भरा रहेगा। बधाई।चंद्रमौलेश्वर प्रसादhttps://www.blogger.com/profile/08384457680652627343noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-45152614094276954502010-08-12T18:16:04.754+05:302010-08-12T18:16:04.754+05:30बच्चों के साथ का आनंद लिजिये, वैभव को अनुभव मिल रह...बच्चों के साथ का आनंद लिजिये, वैभव को अनुभव मिल रहा है जो आगे बहुत काम आयेगा, आप सभी परिवारजनों को बहुत शुभकामनाएं.<br /><br />रामराम.ताऊ रामपुरियाhttps://www.blogger.com/profile/12308265397988399067noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-80008811102261698692010-08-12T17:29:03.941+05:302010-08-12T17:29:03.941+05:30बढ़िया है जी..उत्सव मनाईये मगर बच्चों की होड़ में ...बढ़िया है जी..उत्सव मनाईये मगर बच्चों की होड़ में खाना खाते सेहत का ध्यान रखें...मेर बेटा और बहु जब यहाँ से गये तो तीन दिन सूप पर रहा, तब जा कर पेट नार्मल हुआ. हा हा!!<br /><br /><br />बच्चों को शुभाषिश!!Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-33652421479812007572010-08-12T11:08:37.185+05:302010-08-12T11:08:37.185+05:30अभि तो आप उत्सव का आनंद लीजिए ...वैभव के लिए हमारी...अभि तो आप उत्सव का आनंद लीजिए ...वैभव के लिए हमारी शुभकामनायें ...उसके लिए निश्चय ही कुछ ज्यादा अच्छा मिलने वाला है ..इसीलिए थोड़ा वक्त लग रहा है ....संगीता स्वरुप ( गीत )https://www.blogger.com/profile/18232011429396479154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-28989341899723605632010-08-12T08:34:00.758+05:302010-08-12T08:34:00.758+05:30प्राइवेट सेक्टर में भी बड़ा झमेला है बालक का हौसला...प्राइवेट सेक्टर में भी बड़ा झमेला है बालक का हौसला बनाए रखिये !<br />बच्चों का साथ उत्सव ही होता है !उम्मतेंhttps://www.blogger.com/profile/11664798385096309812noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-8600042493648468502010-08-12T08:10:41.196+05:302010-08-12T08:10:41.196+05:30पूर्वा के बारे में पहले भी पढ़ा था मगर वैभव के बार...पूर्वा के बारे में पहले भी पढ़ा था मगर वैभव के बारे में आज ही पता चला ! मुझे लगता है आप बहुत खुशकिस्मत पिता हैं जिन्हें ऐसे प्यारे बच्चे मिले हैं ! <br /><br />मेरा यह मानना है कि बच्चों का विकास और व्यवहार में माता पिता और परिवार के वातावरण का बहुत हाथ होता है तदनुसार ही उनका व्यक्तित्व विकसित और निखरता है ! <br /><br />परम्पराओं के हिसाब से सावन का त्यौहार बेटी का होता है, तीज भी आ रही है सो बाप बेटे, देखते हैं बिटिया को क्या देते हैं ... बढ़िया कलाई घडी अथवा आई पाड, से भी काम चल सकता है ! <br /><br />मैं यह इसलिए बता रहा हूँ कि मैं भी आजकल यही भुगत रहा हूँ रोज एक नयी चीज बता देती है कभी जन्मदिन के नाम पर तो कभी तीज त्यौहार के नाम पर ! <br /><br />शुभकामनायें !Satish Saxena https://www.blogger.com/profile/03993727586056700899noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-19897181843755286402010-08-12T07:48:31.523+05:302010-08-12T07:48:31.523+05:30भाई जी, हमारा भी राम राम सभी को
आपकी पोस्ट ब्लॉग...<i><b>भाई जी, हमारा भी राम राम सभी को <br /><br /><a href="http://blog4varta.blogspot.com/2010/08/4_12.html" rel="nofollow">आपकी पोस्ट ब्लॉग4वार्ता पर</a> <br /><br /><a href="http://lalitdotcom.blogspot.com/2010/08/blog-post_12.html" rel="nofollow">चेतावनी-सावधान ब्लागर्स--अवश्य पढ़ें <br /></a> </b></i>ब्लॉ.ललित शर्माhttps://www.blogger.com/profile/09784276654633707541noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-5548985785811097902010-08-12T01:27:45.321+05:302010-08-12T01:27:45.321+05:30द्विवेदी जी ... बच्चों के घर आने पर जिस तरह के माह...द्विवेदी जी ... बच्चों के घर आने पर जिस तरह के माहौल का वर्णन आपने किया उससे मुझे अपने वे दिन याद आ गये जब मैं भी इसी तरह छुट्टियों में घर लौटकर आता था और माँ तरह तरह के व्यंजन बनाती थी । जितनी प्रसन्नता आपको और भाभीजी को हो रही है उससे कम खुशी वैभव और पूर्वा को नही हो रही होगी ,दोनो को शरद चाचा की ओर से भी बहुत प्यार दीजियेगा ,इतना कि ज़िन्दगी के आनेवाले दिनो में अपने माता पिता और बड़ों के प्यार और आशीष के बल पर वे इस तरह की हर कठिनाई से लड़ सकें । उनका भविष्य उज्ज्वल हो यह कामनाशरद कोकासhttps://www.blogger.com/profile/09435360513561915427noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-41992089901914986192010-08-12T01:10:51.181+05:302010-08-12T01:10:51.181+05:30बच्चे घर आएँ तो लगता है वसन्त आ गया। वैभव को सही क...बच्चे घर आएँ तो लगता है वसन्त आ गया। वैभव को सही काम पाने में समय लग रहा है। आशा है कि कुछ दिन बाद जब उसे मन पसन्द काम मिल जाएगा तो लगेगा कि जीवन के ये अनुभव भी बहुत कुछ सिखा गए । उसके लिए शुभकामनाएँ।<br />घुघूती बासूतीghughutibasutihttps://www.blogger.com/profile/06098260346298529829noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-63121697534266665382010-08-12T00:47:04.628+05:302010-08-12T00:47:04.628+05:30इस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.Pankaj Upadhyay (पंकज उपाध्याय)https://www.blogger.com/profile/01559824889850765136noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-59159079853696612822010-08-12T00:30:04.803+05:302010-08-12T00:30:04.803+05:30इस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.Pankaj Upadhyay (पंकज उपाध्याय)https://www.blogger.com/profile/01559824889850765136noreply@blogger.com