tag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post5894775597936878304..comments2024-03-19T10:02:48.954+05:30Comments on अनवरत: विराम चिन्हों पर फिर से एक विचारदिनेशराय द्विवेदीhttp://www.blogger.com/profile/00350808140545937113noreply@blogger.comBlogger17125tag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-67839724305312515662009-01-03T00:23:00.000+05:302009-01-03T00:23:00.000+05:30मेरे निवेदन पर ध्यान देने के लिए कोटिश: धन्यवाद।...मेरे निवेदन पर ध्यान देने के लिए कोटिश: धन्यवाद।<BR/>आपकी बात को मैंने पूर्णत: वैयाकरणिक सन्दर्भ में ही लिया था। तब, आपकी (इससे पहले वाली)पोस्ट पर टिप्पणी करने के बाद मैंने इस पर काफी सोचा और अनुभव किया कि तकनीक को अपने पक्ष में उपयोग करने में आपकी बात सहायक होती है और यह व्यावहारिक भी है। विशेषकर - अन्तिम शब्द के बाद, बिना किसी रिक्ती के, पूर्ण विराम लगाने से वह (पूर्ण विराम) उस शब्द का ही हिस्सा बन जाता है और इसीलिए वह (पूर्ण विराम) पृथक शब्द के रूप में अगली पंक्ति में नहीं जाता, अपने मूल शब्द के साथ ही जाता या बना रहता है । निस्सन्देह इससे पाठ की सुन्दरता बढती है। यह मेरी समस्या भी थी जिसे आपने हल कर दिया।<BR/>अब इसका अभ्यास,ध्यान रख कर करना पडेगा । देखता हूं, पके हांडे में मिट्टी कब लग पाती है।<BR/>बहरहाल, आपको फिर से धन्यवाद और आभार।विष्णु बैरागीhttps://www.blogger.com/profile/07004437238267266555noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-87988234496194942662009-01-02T23:27:00.000+05:302009-01-02T23:27:00.000+05:30अच्छी सी जानकारी है। उन्मुक्तजी की बात से मैं भी स...अच्छी सी जानकारी है। उन्मुक्तजी की बात से मैं भी सहमत हूं-<B>यदि आप अर्धविराम के बाद १ सेकन्ड रुकें तो पूर्ण-विराम के बाद २ सेकन्ड तक रुकना चाहिये पर जहां तक मुझे मालुम है यह नियम लिखने में नहीं लागू होता है।</B>अनूप शुक्लhttps://www.blogger.com/profile/07001026538357885879noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-2589367510328729202009-01-02T15:40:00.000+05:302009-01-02T15:40:00.000+05:30आपने इस पोस्ट के माध्यम से बहुत ही उपयोगी जानकारी ...आपने इस पोस्ट के माध्यम से बहुत ही उपयोगी जानकारी प्रदान की.<BR/>मैं प्रारम्भ से ही खडी पाई की अपेक्षा बिन्दु का प्रयोग करता आ रहा हूं, क्यों कि मुझे इसके लिए अपने कीबोर्ड में कोई बटन ही नहीं दिखाई दे रहा है.<BR/>अगर हो सके तो कृ्प्या खडी पाई के प्रयोग के बारे में बतानें की चेष्टा करें .<BR/>आपके उत्तर की प्रतीक्षा रहेगी.<BR/>धन्यवादPt. D.K. Sharma "Vatsa"https://www.blogger.com/profile/05459197901771493896noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-46750003276964407252009-01-02T14:55:00.000+05:302009-01-02T14:55:00.000+05:30बहुत ही सुंदर ओर उपयोगी जान करी दी आप ने लेकिन कई ...बहुत ही सुंदर ओर उपयोगी जान करी दी आप ने लेकिन कई बार की बोर्ड की कठिनाईयां भी आती है, ओर कई शब्द लिखे भी नही जा सकते, ओर कई बार हम लिखते तो बहुत मेहनत कर के सही है(जिस लेख पर ज्यादा मेहनत करो) लेकिन जब प्रकाशित होती है तो उस मे सब से ज्यादा गलतियां हो जाती है.<BR/>धन्यवादराज भाटिय़ाhttps://www.blogger.com/profile/10550068457332160511noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-9550013073317348122009-01-02T13:17:00.000+05:302009-01-02T13:17:00.000+05:30नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं !!नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं !!sandhyaguptahttps://www.blogger.com/profile/07094357890013539591noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-35175433395905520902009-01-02T12:13:00.000+05:302009-01-02T12:13:00.000+05:30बढ़िया लेख है।बढ़िया लेख है।अजित वडनेरकरhttps://www.blogger.com/profile/11364804684091635102noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-39453731450193981082009-01-02T11:56:00.000+05:302009-01-02T11:56:00.000+05:30हम भी प्रयोग करने की कोशिश करेंगे. भाषा कोई भी हो...हम भी प्रयोग करने की कोशिश करेंगे. भाषा कोई भी हो जब रूचि से लिखी जाती है तो उसे पढने का मन करता है. हमें इसे बनाये रखने का प्रयास करना चाहिए.roushanhttps://www.blogger.com/profile/18259460415716394368noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-9797946069745385472009-01-02T11:42:00.000+05:302009-01-02T11:42:00.000+05:30@ जाकिर भाई यह हिन्दी में ही नहीं अंग्रेजी और दूसर...@ जाकिर भाई यह हिन्दी में ही नहीं अंग्रेजी और दूसरी भाषाओं में भी है। पता नहीं क्यों लोग इसे अपना नहीं रहे है।दिनेशराय द्विवेदीhttps://www.blogger.com/profile/00350808140545937113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-12949315417147583322009-01-02T11:24:00.000+05:302009-01-02T11:24:00.000+05:30अच्छी चर्चा है, पूर्ण विराम के बाद हिन्दी टाइप म...अच्छी चर्चा है, पूर्ण विराम के बाद हिन्दी टाइप में 2 स्पेस छोडने का नियम है, पर बहुत से लोग इसे फालो नहीं करते। मुझे भी पता नहीं क्यों आज भी एक स्पेस छोडना ही अच्छा लगता है।Science Bloggers Associationhttps://www.blogger.com/profile/11209193571602615574noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-86109602166064927452009-01-02T10:32:00.000+05:302009-01-02T10:32:00.000+05:30हमारे जैसे नौसिखियों के लिये आपने बहुत उपयोगी जान...हमारे जैसे नौसिखियों के लिये आपने बहुत उपयोगी जानकारी दी, दोनों आलेखो में. आभाररंजन (Ranjan)https://www.blogger.com/profile/04299961494103397424noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-11566655946925669622009-01-02T10:12:00.000+05:302009-01-02T10:12:00.000+05:30sarthak bahas jari rahe. narayan narayansarthak bahas jari rahe. narayan narayanगोविंद गोयल, श्रीगंगानगर https://www.blogger.com/profile/04254827710630281167noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-37998232569356972832009-01-02T09:16:00.000+05:302009-01-02T09:16:00.000+05:30पूर्ण विराम के बाद दो स्थान छोड़ने की बात हमें अच्...पूर्ण विराम के बाद दो स्थान छोड़ने की बात हमें अच्छी लगी. पर यदि ऐसा करेंगे तो अल्प या अर्ध विराम के बाद भी एक स्थल छोड़ना उचित प्रतीत होता है. बाकी आपकी मर्ज़ी, आप जैसा बोलें.P.N. Subramanianhttps://www.blogger.com/profile/01420464521174227821noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-51616328913596944122009-01-02T08:42:00.000+05:302009-01-02T08:42:00.000+05:30पिछली चिट्ठी में आपके द्वारा बताये गये चिन्हों पर ...पिछली चिट्ठी में आपके द्वारा बताये गये चिन्हों पर ही नहीं पर बिना जगह छोड़े व्याकरण के सारे चिन्हों को इसी प्रकार लगाना चाहिये। आपने quotation marks को छोड़ दिया। यह बात अन्य चिन्हों पर भी लगती है जैसे @, % के चिन्ह।<BR/><BR/>यह साधारण नियम है पर कई चिट्ठाकार बन्धु इसे न तो जानते हैं न ही समझ पाते हैं। मैंने यह गलती अक्सर होते देखी है। मैंने कई जगह टिप्पणी कर लोगो को सही नियम भी बताया है पर कुछ को समझ में नहीं आया। आपने बात को सुन्दर ढ़ंग से लिखा आसानी से समझ में आ रही है। <BR/><BR/>हांलाकि मेरे विचार से पूर्णविराम के बाद कितनी जगह छोडी जाय यह लिखने वाले पर है पर कम से कम एक जगह छोड़नी चाहिये। मेरे विचार से दो जगह छोड़ना ठीक नहीं है यह बेकार में जगह घेरता है। यह जगह भी कम लेता है। <BR/><BR/>जहां तक किसी पाठ को जोर से पढ़ने की बात है वहां अर्धविराम के बाद जितनी देर रुका जाता है उससे कुछ अधिक देर तक पूर्ण-विराम के बाद रुकना चाहिये। यहां पर आपका नियम लागू होता है। यदि आप अर्धविराम के बाद १ सेकन्ड रुकें तो पूर्ण-विराम के बाद २ सेकन्ड तक रुकना चाहिये पर जहां तक मुझे मालुम है यह नियम लिखने में नहीं लागू होता है। <BR/><BR/>यह बात भी सच है कि अधिकतर लोगों को यह ठीक प्रकार से ज्ञान नहीं है कि कौन सा व्याकरण का चिन्ह कब लगाना चाहिये।उन्मुक्तhttps://www.blogger.com/profile/13491328318886369401noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-61119663187922226652009-01-02T08:27:00.000+05:302009-01-02T08:27:00.000+05:30उपयोगी जानकारी -धन्यवाद !उपयोगी जानकारी -धन्यवाद !Arvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-90877653847041418552009-01-02T08:26:00.000+05:302009-01-02T08:26:00.000+05:30इस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.उन्मुक्तhttps://www.blogger.com/profile/13491328318886369401noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-29338436902342851142009-01-02T07:52:00.000+05:302009-01-02T07:52:00.000+05:30विराम चिन्ह उपयोग में तभी लाने चाहिये जब लिखते लिख...विराम चिन्ह उपयोग में तभी लाने चाहिये जब लिखते लिखते बीच में आराम करना हो, जितनी देर का आराम उस हिसाब से चिन्ह। ये सब तो मैं मजाक में कह रहा हूँ लेकिन मैं इतने डिटेल में ये सब नही देखता पर हाँ विराम चिन्हों के बाद एक स्पेस हमेशा छोड़ता हूँ।Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-20980376558071369582009-01-02T06:21:00.000+05:302009-01-02T06:21:00.000+05:30आलेख के सौन्दर्य की वृद्धि तो निश्चये ही हो जाती ह...आलेख के सौन्दर्य की वृद्धि तो निश्चये ही हो जाती है बिन्दु के स्थान पर खड़ी पाई का प्रयोग करने से. मैं बरहा के उपयोग से टिप्पणी दे रहा हूं, इसमें खड़ी पाई नहीं दे पा रहा हूं. मैं जानता ही नहीं कि यह किस बटन से लगाया जा सकता है? परन्तु अपने आलेख में मैं खड़ी पाई का ही प्रयोग करता हूं.<BR/><BR/>आलेख के लिये धन्यवाद.Himanshu Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/04358550521780797645noreply@blogger.com