tag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post4861297658237062723..comments2024-03-19T10:02:48.954+05:30Comments on अनवरत: जुगाड़ स्कूल -बस और शादी से वापसीदिनेशराय द्विवेदीhttp://www.blogger.com/profile/00350808140545937113noreply@blogger.comBlogger19125tag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-43257937376536619972009-06-10T16:19:09.412+05:302009-06-10T16:19:09.412+05:30हमारे एक दोस्त का विवाह राजस्थान के बार्डर पर एक ग...हमारे एक दोस्त का विवाह राजस्थान के बार्डर पर एक गांव मे हुआ था आज से आठ साल पहले तब हम रूबरु हुए थे राजस्थानी शादी से। आपने तो सब यादें ताज़ा कर दी। धन्यवाद<br /><br /><br />तब झाँका नीम के पीछे से चंदा, जैसे झाँकी हो दुलहिन......<br /><br />ये तस्वीर और ये पंक्ति दिल को छु गयीकाशिफ़ आरिफ़/Kashif Arifhttps://www.blogger.com/profile/09323578684464948830noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-87669961261373038602009-06-09T23:04:42.200+05:302009-06-09T23:04:42.200+05:30आखिरी पंक्ति में सब समेट दिया आपने बड़ी खूबसूरती के...आखिरी पंक्ति में सब समेट दिया आपने बड़ी खूबसूरती के साथ..<br />सुंदर संस्मरण !गौतम राजऋषिhttps://www.blogger.com/profile/04744633270220517040noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-79318057608900470852009-06-09T22:41:44.009+05:302009-06-09T22:41:44.009+05:30सुन्दर यादें!सुन्दर यादें!अनूप शुक्लhttps://www.blogger.com/profile/07001026538357885879noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-73259523566198779852009-06-09T21:39:45.616+05:302009-06-09T21:39:45.616+05:30तब झाँका नीम के पीछे से चंदा, जैसे झाँकी हो दुलहिन...तब झाँका नीम के पीछे से चंदा, जैसे झाँकी हो दुलहिन<br /><br />शादी का बड़ा सजीव वर्णन किया है आपने . फोटो भी अच्छे लगे. आपके शादी प्रसंग पर संस्मरण अच्छे लगे . धन्यवाद.समयचक्रhttps://www.blogger.com/profile/05186719974225650425noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-43903906277263226002009-06-09T21:16:18.128+05:302009-06-09T21:16:18.128+05:30दिनेश जी आज तो आप ने हमे विदेश मै बेठे बेठे ही देश...दिनेश जी आज तो आप ने हमे विदेश मै बेठे बेठे ही देश का मजा ला दिया,अजी सदिया होगई इस तरह बेठ कर पतल मै खाये, मेने भी पत्तो की पतल पर बहुत खाया है, ओर इस खाने का अपना अलग ही स्वाद है, पहले जी भर कर मिठाई, फ़िर खाना, सब याद दिला दिया, फ़िर नीम या बरगद की छांव मे आराम, अजी कुलर की जरुरत ही नही पडती थी,फ़िर ताश हुक्का, सभी चित्र बहुत सुंदर लगे <br />आप का धन्यवादराज भाटिय़ाhttps://www.blogger.com/profile/10550068457332160511noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-47042885510821422742009-06-09T20:07:42.817+05:302009-06-09T20:07:42.817+05:30उस क्षेत्र की स्मृतियां हो आयीं।उस क्षेत्र की स्मृतियां हो आयीं।Gyan Dutt Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/05293412290435900116noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-82458533417717822772009-06-09T19:48:11.419+05:302009-06-09T19:48:11.419+05:30इतने बिजलीघर आपने बताए फिर भी बत्ती गुल ... खैर बा...इतने बिजलीघर आपने बताए फिर भी बत्ती गुल ... खैर बारात बढ़िया रहीBatangadhttps://www.blogger.com/profile/08704724609304463345noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-1615481355427384422009-06-09T18:27:39.770+05:302009-06-09T18:27:39.770+05:30गांव की शादी याद आ गयी।
-Zakir Ali ‘Rajnish’
{ S...गांव की शादी याद आ गयी।<br /><br /><a href="http://alizakir.blogspot.com/" rel="nofollow">-Zakir Ali ‘Rajnish’</a> <br /><a href="http://tasliim.blogspot.com/" rel="nofollow">{ Secretary-TSALIIM </a><a href="http://sciblogindia.blogspot.com/" rel="nofollow">& SBAI }</a>Science Bloggers Associationhttps://www.blogger.com/profile/11209193571602615574noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-76764084737083527632009-06-09T13:10:31.303+05:302009-06-09T13:10:31.303+05:30विस्तृत ब्यौरा पसंद आया. पंगत और चादं वाली फोटो बह...विस्तृत ब्यौरा पसंद आया. पंगत और चादं वाली फोटो बहुत अच्छी लगी.Abhishek Ojhahttps://www.blogger.com/profile/12513762898738044716noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-90295189004282784112009-06-09T10:30:06.600+05:302009-06-09T10:30:06.600+05:30manbhaavan prastuti
badhaai!manbhaavan prastuti<br />badhaai!Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/09116344520105703759noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-4935336125547698642009-06-09T09:50:38.304+05:302009-06-09T09:50:38.304+05:30बहुत अच्छा है लेख।बहुत अच्छा है लेख।ravishndtvhttps://www.blogger.com/profile/02492102662853444219noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-5129399303617481762009-06-09T09:44:21.019+05:302009-06-09T09:44:21.019+05:30तब झाँका नीम के पीछे से चंदा, जैसे झाँकी हो दुलहिन...तब झाँका नीम के पीछे से चंदा, जैसे झाँकी हो दुलहिन......<br /><br />यह पंक्ति जोरदार लगी. <br /><br />अच्छा संस्मरण और तस्वीरों में जिवंत हो उठा.संजय बेंगाणीhttps://www.blogger.com/profile/07302297507492945366noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-17078315950796276422009-06-09T08:33:54.055+05:302009-06-09T08:33:54.055+05:30जुगाड़ के बारे में पढ़ कर कुछ पुरानी यादें ताज़ा हो ...जुगाड़ के बारे में पढ़ कर कुछ पुरानी यादें ताज़ा हो गई..!कितने ही जुगाड़ दुर्घटना ग्रस्त हुए थे ,जिसके बाद इन पर प्रतिबंध भी लगाया गया..यहाँ अभी चल रहे है वो भी बच्चों के लिए...आश्चर्य हुआ?क्या आप जानते है की एक ज़माने में ये जुगाड़ पंजाब में चुनावी मुद्दा भी बन चूका है..तब इसे पंजीकर्त करने का वादा किया गया था....RAJNISH PARIHARhttps://www.blogger.com/profile/07508458991873192568noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-1457163336122228642009-06-09T08:09:03.221+05:302009-06-09T08:09:03.221+05:30हमारा बचपन जवाहर सागर, राणा प्रताप सागर और RAPP मे...हमारा बचपन जवाहर सागर, राणा प्रताप सागर और RAPP में ही बीता है. पिता जी वहाँ पोस्टेड थे जब वो बन रहा था. कक्षा ४ तक वहीं पढे हैं और कोटा तो हमेशा आना होता था.Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-68042129736609738682009-06-09T08:00:49.654+05:302009-06-09T08:00:49.654+05:30वाह दिनेश जी...क्या मजे में छक रहे हैं सब ..आप नाह...वाह दिनेश जी...क्या मजे में छक रहे हैं सब ..आप नाहक ही परेशान हो रहे थे...की गर्मी है कैसे जाऊं.....जुगाड़ स्कूल वाहन तो कमाल लग रहा है..एकदम हवादार...वापसी उसी में तो नहीं कर ली...अगली बार मुझे भी साथ ले चलिएगा..अरे फोटो खींचने के लिए...ताकि आपकी फोटो भी तो दिखे....<br />कुल मिला कर बढिया रहा सब कुछ...अजय कुमार झाhttps://www.blogger.com/profile/16451273945870935357noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-68217818738713401262009-06-09T07:56:52.366+05:302009-06-09T07:56:52.366+05:30बहुत शानदार विवरण दिया आपने. पंगत मे जीमने का अपना...बहुत शानदार विवरण दिया आपने. पंगत मे जीमने का अपना एक आनंद है पर युग अपना असर दिखा ही जाता है, पत्तले अब कागज की हो चली हैं?:)<br />गांव याद आगया.<br /><br /><br />रामराम.ताऊ रामपुरियाhttps://www.blogger.com/profile/12308265397988399067noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-9521711147268901702009-06-09T07:38:56.723+05:302009-06-09T07:38:56.723+05:30भोजन की व्यवस्था अभी वहाँजमीन पर पाँत में है यह द...भोजन की व्यवस्था अभी वहाँजमीन पर पाँत में है यह देख अच्छा लगा .हम सब के यहाँ तो लोग आधुनिक हो गएँ हैं ,पाँत में भोजन का नजारा गाँव में भी नहीं दीखता .डॉ. मनोज मिश्रhttps://www.blogger.com/profile/07989374080125146202noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-92196151428067692862009-06-09T07:18:55.703+05:302009-06-09T07:18:55.703+05:30कितना सजीव लग रहा है पारम्पारिक राजस्थानी विवाह का...कितना सजीव लग रहा है पारम्पारिक राजस्थानी विवाह का समारोह ! सच ! ये पढ़ना बहुत सुखद रहा -<br />स्नेह सहित <br />- लावण्यालावण्यम्` ~ अन्तर्मन्`https://www.blogger.com/profile/15843792169513153049noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-77730531116753845262009-06-09T06:18:32.107+05:302009-06-09T06:18:32.107+05:30हम तो रावतभाटा का परमाणु बिजलीघर कोटा में ही समझ र...हम तो रावतभाटा का परमाणु बिजलीघर कोटा में ही समझ रहे थे आज पता चला ये चितोड़गढ़ जिले में है |Gyan Darpanhttps://www.blogger.com/profile/01835516927366814316noreply@blogger.com