tag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post4689750175604621340..comments2024-03-19T10:02:48.954+05:30Comments on अनवरत: अन्न को सड़ने के लिए छोड़ देना कितना जरूरी है?दिनेशराय द्विवेदीhttp://www.blogger.com/profile/00350808140545937113noreply@blogger.comBlogger13125tag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-37902759256871481342010-09-09T09:48:32.466+05:302010-09-09T09:48:32.466+05:30चिंतनपरक ! सार्थक !चिंतनपरक ! सार्थक !उम्मतेंhttps://www.blogger.com/profile/11664798385096309812noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-79448041273485988112010-09-09T08:05:02.758+05:302010-09-09T08:05:02.758+05:30बेहतरीन लेखन के बधाई
356 दिन
ब्लाग4वार्ता पर-पधार...<i><b> <br />बेहतरीन लेखन के बधाई<br /><br /><a href="http://lalitdotcom.blogspot.com/2010/09/356-1000.html" rel="nofollow">356 दिन</a><br /><a href="http://blog4varta.blogspot.com/2010/09/4_09.html" rel="nofollow">ब्लाग4वार्ता पर-पधारें</a> </b></i>ब्लॉ.ललित शर्माhttps://www.blogger.com/profile/09784276654633707541noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-61507172528848365742010-09-09T06:43:14.554+05:302010-09-09T06:43:14.554+05:30@अभिषेक ओझा
मुफ्त में बाटेंगे तो इन्फ्लेशन बढ़ जाए...@अभिषेक ओझा <br />मुफ्त में बाटेंगे तो इन्फ्लेशन बढ़ जाएगा :) अभी देखिये तो कितना कंट्रोल में है.<br />सुप्रीम कोर्ट का आदेश मुफ्त में बांटने का कहाँ है? वह तो यह कहता है कि मुफ्त में बांट दिया जाए पर सड़ने न दिया जाए।दिनेशराय द्विवेदीhttps://www.blogger.com/profile/00350808140545937113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-88615544155216095042010-09-09T05:57:41.840+05:302010-09-09T05:57:41.840+05:30मुफ्त में बाटेंगे तो इन्फ्लेशन बढ़ जाएगा :) अभी देख...मुफ्त में बाटेंगे तो इन्फ्लेशन बढ़ जाएगा :) अभी देखिये तो कितना कंट्रोल में है.Abhishek Ojhahttps://www.blogger.com/profile/12513762898738044716noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-70706341959102291642010-09-08T23:51:22.609+05:302010-09-08T23:51:22.609+05:30सड़े अनाज की, हो सकता है, सरकार बीयर बनाकर ग़रीबों...सड़े अनाज की, हो सकता है, सरकार बीयर बनाकर ग़रीबों में बांटने की योजना रखती हो ताकि ग़रीब बीयर पीकर भूखे रहने का दर्द भूल सके. इसलिए सरकार की ना-नुकर को यूं ही हल्के में नहीं लेना चाहिये...Kajal Kumar's Cartoons काजल कुमार के कार्टूनhttps://www.blogger.com/profile/12838561353574058176noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-68517197745508810392010-09-08T21:01:25.725+05:302010-09-08T21:01:25.725+05:30@cmpershad
किसी भी मंत्री की गलती सरकार की गलती हो...@cmpershad<br />किसी भी मंत्री की गलती सरकार की गलती होती है। प्रधानमंत्री सरकार का मुखिया है। यह गलती प्रधानमंत्री की पार्टी की भी है। सरकार अनेक प्रकार की सबसिडियाँ देती है। लखपतियों और करोड़पतियों को देती है। दिवालियां कंपनियों के अरबों के सरकारी और बैंक कर्जे माफ किए जाते हैं। लेकिन क्या गरीबों को बरसात के चार माह का अनाज खरीदने के लिए सबसिडी नहीं दी जा सकती। सबसिडी न भी दें तो क्या उन्हें खाद्यान्न ऋण नहीं दिया जा सकता। <br />सरकार आटा मिलों को प्रोत्साहित कर रही है। आटे के पैकेटों की बिक्री बढ़ी है। अब परिवार साल भर का अनाज खरीद कर रखने के बजाए हर माह आटा खऱीदता है। अन्न संग्रहण क्षमता तो यूँ कम होती गई है। उस के अनुपात में सार्वजनिक अन्न संग्रहण क्षमता क्यों नहीं विकसित की गई। यह सरकार की गलती है। यह तो एक नीति है कि एक साफ छवि वाले डाक्टर मनमोहन और अटल बिहारी वाजपेयी को प्रधानमंत्री बना कर बिठा दो जिस की आड़ में सब खेल चलते रहें। मुखौटा बनने वाला कम दोषी नहीं है। अपराध के सबूत छिपाने या नष्ट करने वाले की सजा भी उतनी ही होती है जितनी अपराध करने वाले की।दिनेशराय द्विवेदीhttps://www.blogger.com/profile/00350808140545937113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-43781956144314393352010-09-08T19:48:31.151+05:302010-09-08T19:48:31.151+05:30यह बरबादी मानवता के मुँह पर तमाचा है और यह भी दर्श...यह बरबादी मानवता के मुँह पर तमाचा है और यह भी दर्शाती है कि हमारी सरकार को हमारी व हमारी मान्यताओं की कितनी चिन्ता है। किसी भी भारतीय घर में अन्न की बरबादी सहन नहीं की जाती चाहे लोग कितने ही धनवान क्यों न हों। <br />सबसे बड़े आश्चर्य की बात तो यह है कि यह सब करने के बाद भी सरकार यह नहीं समझ पाती कि असन्तोष को कौन पैदा कर रहा है कौन उसकी जड़ों में खाद पानी डाल रहा है!<br />जो भूखा भारतीय अनाज को ऐसे बर्बाद होते देखता होगा उसके मन मे कैसी ज्वाला उठती होगी? वह ज्वाला पेट की ज्वाला से जरा भी कम तेज नहीं होती होगी। यही ज्वाला एक दिन पूरे देश को निगल जाएगी और हमारी सरकार और अधिक पुलिस व सेना को इस आग को बुझाने के लिए आग में झोंकेगी।<br />जय हो।<br />घुघूती बासूतीghughutibasutihttps://www.blogger.com/profile/06098260346298529829noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-15723103338083329682010-09-08T19:39:19.524+05:302010-09-08T19:39:19.524+05:30बेहतर विश्लेषण...
हम अभिशप्त हैं...बेहतर विश्लेषण...<br />हम अभिशप्त हैं...रवि कुमार, रावतभाटाhttps://www.blogger.com/profile/10339245213219197980noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-15360552344646342962010-09-08T19:23:55.620+05:302010-09-08T19:23:55.620+05:30"डॉक्टर मनमोहन सिंह जहीन आदमी हैं। हम समझते थ..."डॉक्टर मनमोहन सिंह जहीन आदमी हैं। हम समझते थे कि उन के संरक्षण में देश में अन्न बहुत है कोई कमी न होगी। दूसरी ओर सार्वजनिक धन से खरीदा गया अन्न सड़ने के लिए अभिशापित है।"<br /><br />यह तो ऐसा ही है कि हर चीज़ के लिए भगवान को ज़िम्मेदार ठहराना! गलती करे पावार और बदनाम है सिंह सा’ब :)चंद्रमौलेश्वर प्रसादhttps://www.blogger.com/profile/08384457680652627343noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-26294273628843118222010-09-08T14:46:58.057+05:302010-09-08T14:46:58.057+05:30इमान दार बेचारे.....इमान दार बेचारे.....राज भाटिय़ाhttps://www.blogger.com/profile/10550068457332160511noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-22249203809914746962010-09-08T08:32:49.378+05:302010-09-08T08:32:49.378+05:30अफसोसजनक स्थिति है.अफसोसजनक स्थिति है.Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-82938392085753406152010-09-08T08:18:21.488+05:302010-09-08T08:18:21.488+05:30अन्न भंडारण और अन्न की जमाखोरी की असलियत को उजागर ...अन्न भंडारण और अन्न की जमाखोरी की असलियत को उजागर किया आपने :) यह शोचनीय स्थिति है !Arvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-46929936086565455452010-09-08T07:43:14.875+05:302010-09-08T07:43:14.875+05:30अपनी आवश्यकतानुसार घर पर रखने से भंडार प्रबन्धन की...अपनी आवश्यकतानुसार घर पर रखने से भंडार प्रबन्धन की कम आवश्यकता पड़ेगी।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.com