tag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post4575806051464719280..comments2024-03-19T10:02:48.954+05:30Comments on अनवरत: अपनी राजनीति खुद करनी होगीदिनेशराय द्विवेदीhttp://www.blogger.com/profile/00350808140545937113noreply@blogger.comBlogger5125tag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-45397467451891695492012-12-30T22:34:26.247+05:302012-12-30T22:34:26.247+05:30आज तकनीक इतनी तेज़ी से बदल रही है कि समय के साथ ब...आज तकनीक इतनी तेज़ी से बदल रही है कि समय के साथ बदलना बहुत ज़रूरी हो गया है. सैमटेल अपने समय में बड़ा नाम रहा है पर आज यह हालत वास्तव में ही दुखद हैKajal Kumar's Cartoons काजल कुमार के कार्टूनhttps://www.blogger.com/profile/12838561353574058176noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-81670820185959192742012-12-20T10:03:30.368+05:302012-12-20T10:03:30.368+05:30यथार्थ लेख बधाईयाँ यथार्थ लेख बधाईयाँ udaya veer singhhttps://www.blogger.com/profile/14896909744042330558noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-23297603963306602402012-12-19T13:44:46.316+05:302012-12-19T13:44:46.316+05:30बेहतर लेखन !!बेहतर लेखन !!Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-58613812587203006762012-12-19T11:34:28.680+05:302012-12-19T11:34:28.680+05:30 शत प्रतिशत सही व सटीक है.संघर्श मज्दूर का दस्तूर ... शत प्रतिशत सही व सटीक है.संघर्श मज्दूर का दस्तूर है. सँघर्श् का कोई विकल्प नहीँ और दूसरोँ के कन्धोँ पर नहीँ, खुद के कन्धे पर ही बन्दूख हो तो निशाना सही लगता है.आज कानून- कचहरी-न्याय व्यवस्था सभी जबर के लिये हैँ या फिर उन लोगोँ के लिये, जो बिना कुछ किये सब कुछ दूसरोँ का कमाया हडप जाने की जुगाड मेँ तल्लीन रहते हैँ.प्रशाशन उनके साथ होता है क्युँ कि अपने हित मेँ वे प्रशाशनिक अधिकारियोँ की कजम कर चापलूसी मेँ पूरे समय लगे रहते हैँ.<br />डा. रघुनाथ मिश्र् DrRaghunath Mishr 'Sahaj'https://www.blogger.com/profile/06962719107023118224noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-5868338826878448682012-12-19T06:57:37.900+05:302012-12-19T06:57:37.900+05:30सही कहा आपने|
जो करना है मजदूरों को खुद ही करना हो...सही कहा आपने|<br />जो करना है मजदूरों को खुद ही करना होगा| किसी नेता को बुला भी लिया तो वो मालिक से मिलकर इनके आन्दोलन को भटका देगा|Gyan Darpanhttps://www.blogger.com/profile/01835516927366814316noreply@blogger.com