tag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post4540942364949796867..comments2024-03-19T10:02:48.954+05:30Comments on अनवरत: भगत सिंह उवाचः ......दिनेशराय द्विवेदीhttp://www.blogger.com/profile/00350808140545937113noreply@blogger.comBlogger15125tag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-68638608226071027382009-04-16T02:30:00.000+05:302009-04-16T02:30:00.000+05:30KASH BHARAT KA HAREK NAGRIK AISA KUCH THODA HEE SO...KASH BHARAT KA HAREK NAGRIK AISA KUCH THODA HEE SOCH LE !<br /><br />MAIN AAPKEE 'JAN TANTAR KATHA' KA PATHAN MANAN KAR RAHA HOON .<br /><br />BAS ITNA HEE KAH SAKTA HOON KI AAP MERE SAHIT BAHUTON KEE BAAT KAR RAHE HAIN . SIRF MUJHE YEH NAHEEN PATA KI AISE LOG ALPMAT HAIN , LEKIN BHARAT KA BAHUMAT YAHEE CHAHTA HAI .<br />SADAR .RAJ SINHhttps://www.blogger.com/profile/01159692936125427653noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-56742155274227257912009-03-24T18:24:00.000+05:302009-03-24T18:24:00.000+05:30Acche sawal uthaye hain aapne.Acche sawal uthaye hain aapne.अभिषेक मिश्रhttps://www.blogger.com/profile/07811268886544203698noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-17235470576084072312009-03-24T11:11:00.000+05:302009-03-24T11:11:00.000+05:30ये सारे कथन पहली बार सामने नहीं आ रहे हैं। बरसों स...ये सारे कथन पहली बार सामने नहीं आ रहे हैं। बरसों से 'एक रस्म की तरह' सामने आ रहे हैं, सब पढ रहे हैं और या तो 'वाह वाह' कर रहे हैं या फिर आहें भर रहे हैं। हर कोई चाह रहा है कि लोग इन कथनों को आचरण में उतारे। लेकिन शुरुआत काई नहीं करना चाहता। हर कोई चाहता है कि उसका पडौसी भगतसिंह बने और वही सारी समस्याओं का निदान लाए। <BR/>आदर्शों के प्रतीकीकरण के विशेषज्ञ समाज में वही होता है जो हो रहा है।<BR/>मैं भी प्रीतक्षा कर रहा हूं कि मेरा पडौसी भगतसिंह बन जाए। देखूं, कब बनता है। बनता भी है या नहीं।विष्णु बैरागीhttps://www.blogger.com/profile/07004437238267266555noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-9718058004698629112009-03-24T09:51:00.000+05:302009-03-24T09:51:00.000+05:30पर्चे की शुरुआत में ही जो बात है कि इसलिए वबिलदान ...पर्चे की शुरुआत में ही जो बात है कि इसलिए वबिलदान नहीं दिया कि आप आदर करें, महत्वपूर्ण है। अधिकतर ब्लॉगरों ने शत-शत नमन के अंदाज में पोस्ट दी हैं। यह पोस्ट बेहद जरूरी थी, ऐसे मेंEk ziddi dhunhttps://www.blogger.com/profile/05414056006358482570noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-4852264872794403812009-03-24T08:44:00.000+05:302009-03-24T08:44:00.000+05:30शहीदों को नमन!शहीदों को नमन!Smart Indianhttps://www.blogger.com/profile/11400222466406727149noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-54792694391668622642009-03-24T08:26:00.001+05:302009-03-24T08:26:00.001+05:30इन शहीदों की स्मृति को नमन और आपको साधुवाद।इन शहीदों की स्मृति को नमन और आपको साधुवाद।Dr. Amar Jyotihttps://www.blogger.com/profile/08059014257594544439noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-26380390836589165692009-03-24T08:26:00.000+05:302009-03-24T08:26:00.000+05:30इनके आदर्शों में १-२ नेता भी चल जायें तो देश का आध...इनके आदर्शों में १-२ नेता भी चल जायें तो देश का आधा भला ऐसे ही हो जायेगा, इन शहीदों को मेरा नमनTarunhttps://www.blogger.com/profile/00455857004125328718noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-88388116106838870492009-03-23T23:45:00.001+05:302009-03-23T23:45:00.001+05:30बहुत बढ़िया। पवित्र, प्रेरक और शुभकारी शब्द-संकल्...बहुत बढ़िया। पवित्र, प्रेरक और शुभकारी शब्द-संकल्प...अफ़सोस...<BR/>कौन इन्हें गुन रहा है, कौन इसे सुन रहा है...अजित वडनेरकरhttps://www.blogger.com/profile/11364804684091635102noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-81460262196933994172009-03-23T23:45:00.000+05:302009-03-23T23:45:00.000+05:30आदरणीय द्विवेदी जीकोटा के श्रमजीवी विचार मंच द्बा...<B> आदरणीय द्विवेदी जी<BR/>कोटा के श्रमजीवी विचार मंच द्बारा वितरित पर्चे को हम आज की विसंगतियों के विरुद्ध उठता असंतोष ही कहें तो अच्छा होगा , निश्चित तौर पर वक्त आ गया है कि युवा पीढी कई दशकों से पीड़ित प्रजातंत्र की आत्मा को और आगे कष्ट न सहने दे.. "युवा" प्रजातंत्र की यथार्थ भावना समझें और अपना कर्तव्य निर्वहन करें जैसा हमारे इन लाडलों ने किया था<BR/>- विजय </B>विजय तिवारी " किसलय "https://www.blogger.com/profile/14892334297524350346noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-55242711827838295622009-03-23T22:58:00.000+05:302009-03-23T22:58:00.000+05:30बहुत ही आदर्श पोस्ट सर । परमानंद प्राप्त हुआ । हमा...बहुत ही आदर्श पोस्ट सर । परमानंद प्राप्त हुआ । हमारा आज का शेर भी दरस्ल शहीदे आज़म की पीढ़ी और आज की पीढ़ी का अन्तर स्पष्ट करने के लिए था । ना जाने लोगों ने क्या और समझ लिया, हा हा ।बवालhttps://www.blogger.com/profile/11131413539138594941noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-77600098074668544212009-03-23T22:43:00.000+05:302009-03-23T22:43:00.000+05:30जरूरी कार्य.....असर छोडता ही है....भगतसिंह के विचा...जरूरी कार्य.....असर छोडता ही है....<BR/>भगतसिंह के विचारों की गागर में सागर के लिये शुक्रिया.....Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-547773507255979262009-03-23T22:40:00.000+05:302009-03-23T22:40:00.000+05:30शहीदों को नमन और याद करने के लिये आपका आभार. आज इस...शहीदों को नमन और याद करने के लिये आपका आभार. आज इस बात की ज्यादा आवश्यकता है.<BR/><BR/>रामराम.ताऊ रामपुरियाhttps://www.blogger.com/profile/12308265397988399067noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-57061618859108971562009-03-23T22:36:00.000+05:302009-03-23T22:36:00.000+05:30मेरे बुजुर्ग शहीदो को सब से पहले नमन, ओर अगर हम सब...मेरे बुजुर्ग शहीदो को सब से पहले नमन, ओर अगर हम सब इन शहीदो के पद चिन्हो पर चले तो बात ही क्या है, लेकिन आज नेता, जनता सब इन बातो से उलटा चल रहे है.<BR/>धन्यवाद इस बहुत ही सुंदर लेख के लियेराज भाटिय़ाhttps://www.blogger.com/profile/10550068457332160511noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-20773651714978620412009-03-23T22:13:00.000+05:302009-03-23T22:13:00.000+05:30वाकई इस पोस्ट से मन को बहुत प्रफुल्लता मिली ,लेकिन...वाकई इस पोस्ट से मन को बहुत प्रफुल्लता मिली ,लेकिन अफ़सोस केवल यह है कि जिन आदर्शों और मूल्यों के लिए इन वीरों ने अपने प्राण अर्पित कर दिए उन्हें हम लोंगों ने विस्मृत कर दिया .आज कहीं भी किसी ने इनकी सुधि नहीं ली .आपको एक बेहतरीन पोस्ट के लिए धन्यवाद .डॉ. मनोज मिश्रhttps://www.blogger.com/profile/07989374080125146202noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-44588635082956665782009-03-23T22:12:00.000+05:302009-03-23T22:12:00.000+05:30भगत सिंह के जीवन दर्शन का अनुसरण कर सचमुच युवा पीढ...भगत सिंह के जीवन दर्शन का अनुसरण कर सचमुच युवा पीढी अपनी सही दिशा चुन सकती है ! भगत सिंह को याद करने और कराने के लिए आभार !Arvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.com