tag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post2813203763417811327..comments2024-03-19T10:02:48.954+05:30Comments on अनवरत: कबीलों का महासंघ : बेहतर जीवन की ओर-12दिनेशराय द्विवेदीhttp://www.blogger.com/profile/00350808140545937113noreply@blogger.comBlogger7125tag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-23948685442278642832011-11-10T19:26:19.699+05:302011-11-10T19:26:19.699+05:30क्या हो, कुछ कबीलाई गुणों को अपनाने की पहल हो? शाय...क्या हो, कुछ कबीलाई गुणों को अपनाने की पहल हो? शायद हां।Gyan Dutt Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/05293412290435900116noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-92179411195083208872011-11-08T10:33:37.649+05:302011-11-08T10:33:37.649+05:30बहुत अच्छी जानकारी। कहाँ से कहाँ तक पहुँच गये हम फ...बहुत अच्छी जानकारी। कहाँ से कहाँ तक पहुँच गये हम फिर भी कहते हैं कि विकास नही हुया। लेकिन कुछ भी हो वो जीवन सादा और छल प्रपंच से दूर था। विकास शायद हमे सादा जीवन और इन्सानियत से दूर ले जा रहा है।अपने फोन किया बहुत अच्छा लगा। धन्यवाद। मुझे फिर से काम करने की ऊर्जा मिलती है।निर्मला कपिलाhttps://www.blogger.com/profile/11155122415530356473noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-82005239660194837012011-11-08T02:34:39.174+05:302011-11-08T02:34:39.174+05:30क्या हमने अपनी समस्याएं खुद बड़ाईं? जितने ज्यादा क...क्या हमने अपनी समस्याएं खुद बड़ाईं? जितने ज्यादा कानून और व्यवस्थाएं उतनी ही समस्या.shikha varshneyhttps://www.blogger.com/profile/07611846269234719146noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-58392370000198347992011-11-07T21:36:53.231+05:302011-11-07T21:36:53.231+05:30बहुत अच्छी जानकारी दी है आपने,आभार .बहुत अच्छी जानकारी दी है आपने,आभार .डॉ. मनोज मिश्रhttps://www.blogger.com/profile/07989374080125146202noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-30458138941218552262011-11-07T07:45:56.990+05:302011-11-07T07:45:56.990+05:30न सेना, न पुलिस, न सामन्त, न राजा, न गवर्नर, न न्य...न सेना, न पुलिस, न सामन्त, न राजा, न गवर्नर, न न्यायाधीश, न अदालतें और न ही जेलखाने थे, तब भी काम बड़े मजे और आराम से चलता रहता था।<br /><br />संभवतः समस्याओं का केन्द्रीकरण कर बैठे हम।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-88251690686011105372011-11-07T07:21:25.359+05:302011-11-07T07:21:25.359+05:30बहुत बढ़िया ज्ञानवर्धक श्रंखला|
Gyan Darpanबहुत बढ़िया ज्ञानवर्धक श्रंखला|<br /><br /><a href="http://www.gyandarpan.com/2009/11/about.html" rel="nofollow">Gyan Darpan</a>Gyan Darpanhttps://www.blogger.com/profile/01835516927366814316noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-12029746876297550922011-11-06T23:59:17.897+05:302011-11-06T23:59:17.897+05:3080 फुट का घर…अचरज…राज्य के बिना ये सब…यह भी अचरज ह...80 फुट का घर…अचरज…राज्य के बिना ये सब…यह भी अचरज ही…बौद्ध संघ भी ऐसे होते थे कुछ-कुछ?चंदन कुमार मिश्रhttps://www.blogger.com/profile/17165389929626807075noreply@blogger.com