tag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post2683066129334116696..comments2024-03-19T10:02:48.954+05:30Comments on अनवरत: विपक्ष में तो अब बस जनता रह गई है, चूसे जाने के लिएदिनेशराय द्विवेदीhttp://www.blogger.com/profile/00350808140545937113noreply@blogger.comBlogger16125tag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-57649584206327434222009-12-02T17:57:02.446+05:302009-12-02T17:57:02.446+05:30सब जल्दी ठीक हो जाय सिर्फ ऐसी आशा की जा सकती है.सब जल्दी ठीक हो जाय सिर्फ ऐसी आशा की जा सकती है.L.Goswamihttps://www.blogger.com/profile/03365783238832526912noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-61160704693623984712009-12-02T17:04:20.701+05:302009-12-02T17:04:20.701+05:30बिल्कुल सही कहा है।
घुघूती बासूतीबिल्कुल सही कहा है।<br />घुघूती बासूतीghughutibasutihttps://www.blogger.com/profile/06098260346298529829noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-37309410697790025742009-12-02T16:59:51.139+05:302009-12-02T16:59:51.139+05:30बहुत सही कहा जी।बहुत सही कहा जी।Gyan Dutt Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/05293412290435900116noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-33456371607967075232009-12-02T16:58:15.924+05:302009-12-02T16:58:15.924+05:30भाई
जय सिंह से सहमत !भाई <br />जय सिंह से सहमत !उम्मतेंhttps://www.blogger.com/profile/11664798385096309812noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-77408145401157319562009-12-02T14:01:02.546+05:302009-12-02T14:01:02.546+05:30मंदी है गरीबी है -और जबरदस्त है -कभी ज्ञान जी को ब...मंदी है गरीबी है -और जबरदस्त है -कभी ज्ञान जी को बुलाता हूँ गाँवों को दिखने के लिए !Arvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-66642532315470252442009-12-02T11:05:52.665+05:302009-12-02T11:05:52.665+05:30मंदी और मंहगाई दोनो एक साथ देख चक्कर आते है. दो तर...मंदी और मंहगाई दोनो एक साथ देख चक्कर आते है. दो तरफा मार या हौव्वा समझ नहीं आता. <br /><br />विपक्ष में तो अब बस जनता रह गई है. यह सही लिखा.संजय बेंगाणीhttps://www.blogger.com/profile/07302297507492945366noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-45719386395042902722009-12-02T08:23:02.410+05:302009-12-02T08:23:02.410+05:30जनता के लिये तो एक ओर साँप नाथ तो दूसरी ओर नाग नाथ...जनता के लिये तो एक ओर साँप नाथ तो दूसरी ओर नाग नाथ । प्रेशर वाल्व खुल जाता है और यह जनता कुछ समय के लिये शांत हो जाती है लेकिन कभी न कभी तो यह गुस्सा सर चढकर बोलेगा । द्विवेदी जी... धन्यवाद ..अच्छा विशेषण ।शरद कोकासhttps://www.blogger.com/profile/09435360513561915427noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-55374082567423895362009-12-02T00:47:46.543+05:302009-12-02T00:47:46.543+05:30पक्ष हो या विपक्ष संसद में तो सभी पूंजीपतियों के ह...पक्ष हो या विपक्ष संसद में तो सभी पूंजीपतियों के ही प्रतिनिधि हैं। वे जनता की बात भी कैसे कर सकते हैं। अपनी बारी आने पर उनको भी वही सब करना है जो आज का सत्ता पक्ष कर रहा है यानी पूंजीपतियों के हित में नियम-कानून बनाना। बाकी मुद्दे तो वे उतना ही उठाते हैं जितना वोट बैंक के लिए जरूरी हो। बस तरीका यही है कि लोगों को बताया जाए कि इस परजीवी सरकार को ढोना हमारी कोई मजबूरी नहीं है। भले ही यह कठिन हो लेकिन तरीका तो यही है। लोगों तक सीधी सरल भाषा में हमें सच्चाई को पहुंचाना होगा। और जनता की इतिहास निर्माण की शक्ति को जागृत करना होगा। उसे विपक्ष नहीं बल्कि सत्ता पक्ष बनाना होगा।जय पुष्पhttps://www.blogger.com/profile/01821339425026535625noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-33360355775582907622009-12-02T00:32:18.997+05:302009-12-02T00:32:18.997+05:30द्विवेदी सर...
उजाले में रहने वालों को अंधेरे दिखा...द्विवेदी सर...<br />उजाले में रहने वालों को अंधेरे दिखाई नहीं देते हैं...एक बार बस विदर्भ या बुंदेलखंड के ग्रामीण इलाकों का दौरा कर लीजिए...घास की रोटियां खाते किसान....बुलंद भारत की बुलंद तस्वीर...<br /><br />जय हिंद...Khushdeep Sehgalhttps://www.blogger.com/profile/14584664575155747243noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-65160256467014818382009-12-01T23:45:40.248+05:302009-12-01T23:45:40.248+05:30यदि मंदी है तो मंहगाई क्यों? अपने बहुत छोटे से आर्...यदि मंदी है तो मंहगाई क्यों? अपने बहुत छोटे से आर्थिक ज्ञान से इतना जानते हैं कि मंदी में मंहगाई नहीं बढती है. आपका कहना सही है कि उन लोगों का भय जिनसे अब आठ घंटे के स्थान पर बारह चौदह घंटे काम लिया जा रहा है.<br />रही पक्ष-विपक्ष की बात तो विपक्ष अब करता ही क्या है? सरकार को गिराओ और उसे गद्दी पर बिठाओ..............राजा कुमारेन्द्र सिंह सेंगरhttps://www.blogger.com/profile/16515288486352839137noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-68116231011546069372009-12-01T23:15:13.247+05:302009-12-01T23:15:13.247+05:30आप के लेख के एक एक शव्द से सहमत हुं पक्ष ओर विपक्ष...आप के लेख के एक एक शव्द से सहमत हुं पक्ष ओर विपक्ष दोनो ही एक ही थाली के चट्टॆ बट्टॆ है. धन्यवाद इस लेख के लियेराज भाटिय़ाhttps://www.blogger.com/profile/10550068457332160511noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-4823761096908247522009-12-01T23:11:41.054+05:302009-12-01T23:11:41.054+05:30अब यह तो प्रणव बाबू के दिल से पूछिये कि मंदी है कि...अब यह तो प्रणव बाबू के दिल से पूछिये कि मंदी है कि नहीं। कछुये को तो समुद्री तूफ़ान भी नही दिखते।<br />और जनता किस विपक्ष के पक्ष में जाती साहब! वह जो अमेरिका का सबसे बडा पिट्ठू है?Ashok Kumar pandeyhttps://www.blogger.com/profile/12221654927695297650noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-334344739343891042009-12-01T22:20:48.297+05:302009-12-01T22:20:48.297+05:30मानव समाज का इतिहास गवाह है कि भले राजाओं और भली स...मानव समाज का इतिहास गवाह है कि भले राजाओं और भली सरकारों की हमेशा कमी रही है. बाकियों के राज में जनता को हर तरह से पिसना पडता है.<br /><br />हिन्दुस्तान में हम क्रमश: इसी दिशा में बढ रहे हैं, ऐसा लगता है.<br /><br />सस्नेह -- शास्त्री<br /><br />हिन्दी ही हिन्दुस्तान को एक सूत्र में पिरो सकती है<br />http://www.Sarathi.infoShastri JC Philiphttps://www.blogger.com/profile/00286463947468595377noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-10336665051913595922009-12-01T20:23:10.849+05:302009-12-01T20:23:10.849+05:30jyada kya likhun ............
.........aap bhee to...jyada kya likhun ............<br />.........aap bhee to .........Amrendra Nath Tripathihttps://www.blogger.com/profile/15162902441907572888noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-59701383354547232382009-12-01T19:40:51.044+05:302009-12-01T19:40:51.044+05:30विपक्ष में तो अब बस जनता रह गई है, चूसे जाने के लि...विपक्ष में तो अब बस जनता रह गई है, चूसे जाने के लिए। <br /><br />-खुद ही तो अपना पक्ष निर्धारित किया है उदासीनता का जामा पहन कर!!Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1604947878232005729.post-72247979124559936092009-12-01T19:32:28.119+05:302009-12-01T19:32:28.119+05:30एकदम सही बात द्विवेदी साहब, ये जो भेड़े है ( मैं त...एकदम सही बात द्विवेदी साहब, ये जो भेड़े है ( मैं तो भेद ही कहूँगा क्योंकि वोट देते वक्त ये झुंडों में ही चलते है इनका दुःख दर्द समझने वाला कोई नहीं ! विपक्ष भी तो सत्ता पक्ष वाले का सौतेला भाई ही तो है, उससे कोई उम्मीद रखना मूर्खता है ! वह भी बस इसी जुगाड़ में है की किसी तरह सत्ता तक पहुँच सकू, बस !पी.सी.गोदियाल "परचेत"https://www.blogger.com/profile/15753852775337097760noreply@blogger.com